कुल्लू: भाई और बहन के प्रेम का प्रतीक भाई दूज का त्योहार 3 नवंबर रविवार को मनाया जाएगा. भाई दूज पर बहनों द्वारा अपने भाई को तिलक लगाया जाएगा. मान्यता हो कि इससे जहां भाई की कभी अकाल मृत्यु नहीं होती तो वहीं भाई भी अपनी बहन को रक्षा का वचन देता है. इस त्योहार को भाई-बहन के प्यार के पर्व के रूप में मनाया जाता है, लेकिन भाई दूज के दिन भाई और बहन को कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए.
इन बातों का रखें खास ध्यान
कुल्लू के आचार्य विजय कुमार ने बताया, "भाई दूज का त्योहार एक पवित्र त्योहार है. इसलिए नियमों के अनुसार ही इस त्योहार को मनाना चाहिए." आचार्य विजय कुमार ने बताया कि भाई दूज भाई और बहन को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए.
- भाई दूज पर तिलक के समय भाई का मुंह उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए.
- तिलक करते समय बहन का मुंह उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए.
- बहन अपने भाई को लकड़ी की या चावल की चौकी बनाकर तिलक करें.
- बहन तिलक करने से पहले भाई के सिर पर फूल, पान, सुपारी, और पैसा रखें और भाई की कलाई पर मौली बांधे.
- इस दिन भाई को तिलक करने से पहले बहनें खाना न खाएं.
- भाई दूज के दिन भाई-बहन आपस में लड़ाई-झगड़ा न करें.
- इस दिन भाई और बहन सात्विक भोजन ही करें.
- भाई दूज पर मांसाहार बिल्कुल भी नहीं खाएं.
- भाई दूज पर भाई को भोजन कराने के बाद बहनें खाना खाएं.
- बहनों को भाई दूज के दिन भाई को उपहार देना चाहिए.
- भाई दूज पर भाई-बहन काले रंग के कपड़े न पहनें.
- इस दिन भाई-बहन पीले, लाल, गुलाब, हरे रंग के कपड़े पहन सकते हैं.
आचार्य विजय कुमार का कहना है कि भाई दूज एक पवित्र त्योहार है. ये भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के पर्व है. ये त्योहार भाई और बहन के बीच अटूट प्यार को दर्शाता है. इसलिए इस पवित्र पर्व को मनाने के लिए भाई और बहन दोनों को ही इन खास बातों का ध्यान रखना चाहिए.