लखनऊ : संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ की कमी अब जल्द ही दूर होने वाली है क्योंकि शासन के विशेष सचिव श्रीप्रकाश गुप्ता ने एसजीपीजीआई में 1152 नए पदों को भरने के लिए मंजूरी दे दी है. पीजीआई के निदेशक की तरफ से इस संबंध में शासन को नए पद की स्वीकृति के लिए पत्राचार किया गया था. शासन ने इसे मंजूरी दे दी है.
शासनादेश के मुताबिक, एसीपीजीआई में शैक्षणिक संवर्ग के 667, सीनियर रेजिडेंट 210 और जूनियर रेजिडेंट के 275 पदों के सृजन की स्वीकृति प्रदान की गई है. सृजित पदों के विभागवार आवंटन का अधिकार एसजीपीजीआई के निदेशक को दिया गया है. पीजीआई में 2272 बेड पर मानकों के हिसाब से 128 प्रोफेसर या अतिरिक्त प्रोफेसर होने चाहिए लेकिन, अभी 56 पद ही सृजित हैं. अब 72 पद सृजित होंगे. इस तरह एसोसिएट प्रोफेसर के 273 पद होने चाहिए लेकिन, अभी 36 ही हैं, 237 नए पद सृजित होंगे. सहायक प्रोफेसर के 645 पदों की तुलना में सिर्फ 287 ही सृजित हैं, अब 358 सृजित होंगे. सीनियर रेजिडेंट के 500 पदों के सापेक्ष 290 ही पद थे, 210 नए बढ़ेंगे. इसी तरह जूनियर रेजिडेंट के भी 275 पद बढ़ाए जाएंगे.
संजय गांधी पीजीआई के सुपर स्पेशियलिटी विभागों और सहायक विभागों के लिये शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक के कुल 1152 पदों के सृजन की स्वीकृति पर संस्थान के निदेशक प्रो आर के धीमन ने हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि इससे संस्थान में प्रस्तावित नये विभागों को सुचारू रूप से कार्यशील किया जा सकेगा. साथ ही इमर्जेंसी मेडिसिन विभाग को भी सुदृढ़ किया जा सकेगा. ट्रांसप्लांट सेंटर की कार्यक्षमता भी बढ़ेगी.