जोधपुर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी ) की दो-दिवसीय केंद्रीय कार्यसमिति बैठक रविवार को जोधपुर स्थित रघुवंशपुरम आश्रम में संपन्न हुई. इस बैठक में शैक्षिक, सामाजिक, संगठनात्मक, पर्यावरणीय, सांस्कृतिक, खेल और सेवा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा हुई और आगामी कार्यों की योजना भी तैयार की गई. देशभर से कुल 102 प्रतिनिधि इस बैठक में रहे. बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह मुकुंद सी. आर. विशेष रूप से उपस्थित रहे.
बैठक में वर्तमान शैक्षिक, राष्ट्रीय एवं सामाजिक परिस्थितियों पर चर्चा हुई. देश में शैक्षिक संस्थानों में सुधार, विद्यार्थियों की उनके परिसर से रुचि बढ़ाने के लिए 'परिसर चलो अभियान', शुल्कवृद्धि पर रोकथाम, विभिन्न आयाम-गतिविधियों एवं अभियानों के माध्यम से विद्यार्थियों की कला और कौशल में वृद्धि आदि विषयों पर मंथन करके विद्यार्थी आंदोलन की आगामी दिशा निर्धारित की गई. इस वर्ष के विशेष उपलक्ष्य जैसे भारतीय गणतंत्र के 75 वर्ष, स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती, रानी दुर्गावती की पंचशती पूर्ति और संघ शताब्दी वर्ष जैसे विशेष अभियानों की योजनाएं भी बनाई गईं.
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8 लाख सदस्य बढ़े: बैठक में सदस्यता अभियान और महाविद्यालय इकाइयों की प्रगति की समीक्षा की गई. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री वीरेंद्र सोलंकी ने बताया कि सत्र 2024-25 में देशभर में कुल 57,82,877 विद्यार्थियों ने अभाविप की सदस्यता ली है. पिछले साल की तुलना में लगभग 8 लाख अधिक विद्यार्थियों ने विद्यार्थी परिषद की सदस्यता ग्रहण की.
कुंभ में छात्र कर रहे इंटर्नशिप: अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजशरण शाही ने कहा कि कार्यकर्ता परिसरों में विद्यार्थियों की सक्रियता सुनिश्चित करने के लिए देश भर के शैक्षिक संस्थानों में उनकी रुचि के अनुरूप कार्यक्रम हो रहे हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि अभाविप के विभिन्न आयामों व गतिविधियों के माध्यम से देशभर के विद्यार्थियों द्वारा महाकुंभ में की जा रही इंटर्नशिप व सेवा कार्यों में भागीदार बन रहे हैं.