शिमला: हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024 ) 2024 के लिए नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है. नामांकन (Nomination) में सभी प्रत्याशियों ने अपनी चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा दिया है. चुनाव लड़ रहे कई उम्मीदवार करोड़पति हैं, तो कई उम्मीदवारों के पास नाममात्र की संपत्ति है. वहीं, शिमला सीट से चुनाव लड़ रहे विनोद सुल्तानपुरी और सुरेश कश्यप भी करोड़ों के मालिक हैं.
केडी सुल्तानपुरी के बेटे विनोद सुल्तानपुरी को सियासत विरासत में मिली है. विनोद सुल्तानपुरी (vinod sultanpuri) का ये पहला लोकसभा चुनाव है. चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में सुल्तानपुरी ने अपनी चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा दिया है. उनके पास 65 लाख और पत्नी के पास 17.76 लाख की चल संपत्ति है. उनके पास 2 लाख रुपये और पत्नी के पास 25 हजार रुपये कैश है. साथ ही 200 ग्राम सोना जिसकी कीमत 14 लाख रुपये है. पत्नी के पास 17.50 लाख के आभूषण हैं. विनोद सुल्तानपुरी के पास एक मारुति कार और एक 45 लाख की लग्ज़री गाड़ी है. वह 8 करोड़ 40 लाख की अचल संपत्ति के मालिक हैं. उनपर 73 लाख से अधिक की देनदारी भी है.
सुरेश कश्यप (Suresh Kumar Kashyap) शिमला से वर्तमान सांसद हैं. लगातार दूसरी बार बीजेपी ने सुरशे कश्यप पर भरोसा जताया है. 2019 में उन्होंने शिमला सीट अपने नाम की थी. चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में उन्होंने बताया कि उनके पास 62 लाख 60 हजार और पत्नी के नाम 60 लाख 49 हज़ार की चल संपति है. उनके पास 100 ग्राम सोने के गहने, जबकि पत्नी के पास 450 ग्राम सोने के गहने हैं. इसके अलावा उनकी पत्नी के पास 500 ग्राम चांदी भी है.
सुरेश कश्यप पास 2 करोड़ 50 लाख से ज्यादा और पत्नी के पास 52 लाख की अचल संपति है. सुरेश कश्यप पर 51 लाख की देनदारी भी है. सुरेश कश्यप के नाम पर व्हीकल लोन भी है. पिछले पांच साल में सुरेश कश्यप की चल और अचल संपति बढ़ी है. 2019 के हल्फेनामे के मुताबिक सुरेश कश्यप के पास 36 लाख 60 हजार रुपये की संपत्ति थी, जबकि उनकी पत्नी के पास 21 लाख 75 हजार 516 रुपये की चल संपत्ति थी. वहीं, 2019 में उनके पास 85 लाख 80 हजार रुपये और पत्नी के पास 12 लाख 74 हजार रुपये की अचल संपत्ति थी.
बता दें कि हिमाचल में सातवें और आखिरी चरण में 1 जून को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. हिमाचल प्रदेश में नामांकन की प्रक्रिया 7 मई से शुरू हुई थी और 14 मई दोपहर तीन बजे तक समाप्त हो चुकी है. बुधवार से शुरू हो रही स्क्रूटनी प्रक्रिया के बाद 17 मई तक प्रत्याशी अपना नाम उम्मीदवारी से वापस ले सकेंगे. इस बार अलग अलग पार्टियों और आजाद उम्मीदवारों सहित कुल 51 प्रत्याशी मैदान में हैं. इस बार पांच महिला उम्मीदवारों ने भी चुनावी मैदान में ताल ठोकी है.
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