शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के कमिश्नर बीएस जामोद इन दिनों सुर्खियों में हैं. वजह है कि जब से स्कूल खुले हैं. कमिश्नर साहब लगातार स्कूलों के निरीक्षण कर रहे हैं. वह कभी भी किसी भी स्कूल में अचानक पहुंच जाते हैं और छात्र छात्राओं से बातकर उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी लेते हैं. कमिश्नर का यह अंदाज छात्रों को बहुत पसंद आ रहा है. साथ ही जिन स्कूलों में अव्यवस्थाएं होती हैं, उनकी अव्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश भी देते हैं. स्कूलों में कब कहां कौन सा अधिकारी जांच के लिए पहुंच जाएगा, इस बात को लेकर शिक्षकों में डर बना हुआ है. जिसकी वजह से स्कूलों की व्यवस्थाओं में सुधार हो रहा है.
कमिश्नर ने बच्चों से पढ़वाई किताबें
कमिश्नर बीएस जामोद शुक्रवार को अचानक बुढार तहसील के माध्यमिक शाला नवलपुर के निरीक्षण में पहुंच गए. निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने कक्षा आठवीं के छात्राओं से किताबें पढ़वाई, कई तरह के प्रश्न पूछे, जिनका छात्राओं ने बहुत सटीक अंदाज में जवाब दिया. कमिश्नर को इस अंदाज में उनके प्रश्नों के जवाब देने के बाद छात्र भी काफी खुश हुए. साथ ही कमिश्नर ने जब उनसे पूछा कि क्या बनना चाहते हो, तो छात्रों ने बेझिझक होकर बताया वह डॉक्टर, इंजीनियर और कलेक्टर बनने तक की बात कही. कमिश्नर ने छात्र छात्राओं से कहा ये सब बनने के लिए आप लोगों को खूब पढ़ना पड़ेगा. इसके अलावा उस स्कूल के टीचर को भी निर्देश दिए कि बच्चों को सामान्य ज्ञान की भी जानकारी दी जाए.
आंगनबाड़ी में बच्चों का देखा खेल
नवलपुर के प्राथमिक स्कूल का भी कमिश्नर ने निरीक्षण किया. जहां उन्होंने छात्र छात्राओं से किताबें पढ़वाई और उनसे कहानियां भी सुनीं. उनके इस अंदाज को देखकर बच्चे भी काफी उत्साहित हुए और खुश भी हुए. जिसे सुनकर कमिश्नर ने भी बच्चों का उत्साहवर्धन किया. नवलपुर के निरीक्षण के दौरान कमिश्नर आंगनबाड़ी केंद्र भी पहुंचे. जहां उन्होंने हर तरह का निरीक्षण किया, इसके अलावा वो भी छोटे-छोटे बच्चों के शेर-बकरी का खेल देखकर उत्साहित हुए.
कमिश्नर ने जारी किया कारण बताओं नोटिस
कमिश्नर बीएस जामोद ने बुढार विकासखंड के प्राथमिक शाला नवलपुर, माध्यमिक शाला नवलपुर और प्राथमिक शाला सोनटोला का आकस्मिक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान माध्यमिक शाला नवलपुर में अनुपस्थित मिले शिक्षकों को कारण बताओं नोटिस जारी किया. साथ ही एक दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिए. वहीं कमिश्नर ने प्राथमिक शाला सोनटोला के निरीक्षण के दौरान स्कूल में काफी कम बच्चों की उपस्थिति पर कड़ी नाराजगी भी व्यक्त की. उन्होंने शिक्षकों की उदासीनता पर चेतावनी दी.
मध्यान भोजन की गुणवत्ता की होगी मॉनिटरिंग
इसके अलावा कमिश्नर बीएस जामोद ने प्राथमिक शाला सोनटोला के अंधेरे कमरे में पढ़ाने पर दोनों शिक्षकों के प्रति नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिए कि अंधेरे कमरे में विद्युत की सुविधा होने के बाद ही आप शिक्षण कार्य करें. इसके बाद कमिश्नर ने स्वयं पैसे देकर बल्ब मंगवाकर प्राथमिक शाला सोन टोला के दोनों कक्ष में लगवाए. सोनटोला में मध्यान भोजन की गुणवत्ता घटिया स्तर की पाए जाने पर कमिश्नर ने निर्देश दिया है कि शहडोल संभाग के सभी स्कूलों में मध्यान भोजन कार्यक्रम की सघन मॉनिटरिंग की जाएगी और स्कूलों में अध्यनरत छात्राओं को उच्च गुणवत्ता का मध्यान भोजन मुहैया कराया जाए.
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अभिभावकों को भाया कमिश्नर का ये अंदाज
जिस तरह से कमिश्नर शहडोल बीएस जामोद इन दिनों कभी कहीं पर भी किसी भी स्कूल के निरीक्षण के लिए पहुंच जाते हैं. उनके इस अंदाज को लेकर गांवों में भी अभिभावकों में बहुत खुशी है. वजह है कि औचक निरीक्षण करने से शिक्षकों में डर है. जिससे स्कूलों की भी शिक्षा व्यवस्था सुधर जाएगी. कमिश्नर के इस तरह से औचक पहुंच जाने से उन स्कूलों में भी एक डर बना रहेगा. जिससे शिक्षक छात्रों के पढ़ाई में ध्यान देंगे. साथ ही व्यवस्थाएं भी दुरुस्त होंगी.