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सरूताल ट्रैक ऑफ ईयर घोषित, 2 सितंबर को पहला दल होगा रवाना, 150 ट्रैकर्स लेंगे हिस्सा - Sarutal Trek of Year

Sarutal Trek of Year, Sarutal Trek धामी सरकार प्रदेश में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए कोशिशें कर रही है. इसी कड़ी में प्रदेश में नये नये ट्रैक्स को तलाशा जा रहा है. इस बार सरनौल-सूतड़ी-सरूताल ट्रैक को ट्रैक ऑफ द ईयर घोषित किया गया है.

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सरूताल ट्रैक ऑफ ईयर घोषित (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 22, 2024, 4:57 PM IST

उत्तरकाशी: शासन की ओर से सरनौल-सूतड़ी से करीब 25 किमी लंबे ट्रेक को समुद्रतल से 4000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सरूताल को ट्रैक ऑफ ईयर घोषित किया है. इस ट्रैक पर पर्यटन विभाग की ओर से आगामी 2 सितंबर को पहला दल रवाना होग. इस ट्रैक पर पहुंचने वाले पहले 150 ट्रैकर्स को प्रदेश सरकार की ओर से 2000 की सब्सिडी भी दी जाएगी.

सरूताल ट्रैक ऑफ ईयर घोषित: सरनौल-सूतड़ी-सरूताल ट्रैक को विकसित करने के लिए इसे ट्रैक ऑफ ईयर घोषित किया गया है. प्रदेश सरकार की ओर से यहां ट्रैकिंग को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विकास परिषद की ओर से सब्सिडी सहित टी शर्ट और कैप भी दी जाएगी. बता दें कि सूतड़ी-सरूताल ट्रैक बहुत ही पौराणिक ट्रैक है. यहां पर गीठ पट्टी सहित सर-बडियार क्षेत्र के ग्रामीण हर वर्ष अपने आराध्य देवताओं के साथ सरूताल में पूजा-पाठ के लिए पहुंचते हैं. यहां पर एक झील है, जिसके चारों ओर ब्रहमकमल खिलते हैं.

ब्रहमूहूर्त में वनपरियां करती हैं स्नान: यहां जाने वाले भेड़पालकों की मान्यताएं हैं कि इस पवित्र झील में वनपरियां ब्रहमूहूर्त में स्नान करती हैं. यहां पहुंचने के लिए सरनोल के लिए वाहन और उसके बाद 12 किमी पैदल दूरी तय कर सूतड़ी पहंचते हैं. जहां रात्री विश्राम कर अगले दिन भुजलाताल होते हुए फांचोकांडी होते हुए सरूताल पहुंचा जाता है. यहां पर उच्च हिमालयी क्षेत्र की ऊंची चोटियों के साथ ही बरसात में घने कोहरे के बीच ब्रहमकमल से घिरी घाटी बहुत ही खूबसूरत लगती हैं. सरूताल गीठ पट्टी के राना सहित कोठार गांव से होते हुए भी पहुंचा जा सकता है.

2 सितंबर को पहला दल रवाना होगा: जिला साहसिक खेल अधिकारी मो अली खान ने बताया शासन के निर्देश पर सरूताल के लिए दो सितंबर को पहला दल रवाना किया जाएगा. 30 नवंबर तक पहले पहुंचने वाले 150 ट्रैकर्स को सब्सिडी दी जाएगी. उन्हें टी शर्ट और कैप भी उपलब्ध करवाई जाएंगी.

पढ़ें- अब हिमालय की बर्फबारी में दुर्घटना का शिकार नहीं होंगे ट्रैकर्स, उत्तराखंड पुलिस ने बनाया खास प्लान

उत्तरकाशी: शासन की ओर से सरनौल-सूतड़ी से करीब 25 किमी लंबे ट्रेक को समुद्रतल से 4000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सरूताल को ट्रैक ऑफ ईयर घोषित किया है. इस ट्रैक पर पर्यटन विभाग की ओर से आगामी 2 सितंबर को पहला दल रवाना होग. इस ट्रैक पर पहुंचने वाले पहले 150 ट्रैकर्स को प्रदेश सरकार की ओर से 2000 की सब्सिडी भी दी जाएगी.

सरूताल ट्रैक ऑफ ईयर घोषित: सरनौल-सूतड़ी-सरूताल ट्रैक को विकसित करने के लिए इसे ट्रैक ऑफ ईयर घोषित किया गया है. प्रदेश सरकार की ओर से यहां ट्रैकिंग को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विकास परिषद की ओर से सब्सिडी सहित टी शर्ट और कैप भी दी जाएगी. बता दें कि सूतड़ी-सरूताल ट्रैक बहुत ही पौराणिक ट्रैक है. यहां पर गीठ पट्टी सहित सर-बडियार क्षेत्र के ग्रामीण हर वर्ष अपने आराध्य देवताओं के साथ सरूताल में पूजा-पाठ के लिए पहुंचते हैं. यहां पर एक झील है, जिसके चारों ओर ब्रहमकमल खिलते हैं.

ब्रहमूहूर्त में वनपरियां करती हैं स्नान: यहां जाने वाले भेड़पालकों की मान्यताएं हैं कि इस पवित्र झील में वनपरियां ब्रहमूहूर्त में स्नान करती हैं. यहां पहुंचने के लिए सरनोल के लिए वाहन और उसके बाद 12 किमी पैदल दूरी तय कर सूतड़ी पहंचते हैं. जहां रात्री विश्राम कर अगले दिन भुजलाताल होते हुए फांचोकांडी होते हुए सरूताल पहुंचा जाता है. यहां पर उच्च हिमालयी क्षेत्र की ऊंची चोटियों के साथ ही बरसात में घने कोहरे के बीच ब्रहमकमल से घिरी घाटी बहुत ही खूबसूरत लगती हैं. सरूताल गीठ पट्टी के राना सहित कोठार गांव से होते हुए भी पहुंचा जा सकता है.

2 सितंबर को पहला दल रवाना होगा: जिला साहसिक खेल अधिकारी मो अली खान ने बताया शासन के निर्देश पर सरूताल के लिए दो सितंबर को पहला दल रवाना किया जाएगा. 30 नवंबर तक पहले पहुंचने वाले 150 ट्रैकर्स को सब्सिडी दी जाएगी. उन्हें टी शर्ट और कैप भी उपलब्ध करवाई जाएंगी.

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