शिमला: संजौली मस्जिद में हुए अवैध निर्माण का मामला अभी तक शांत नहीं हुआ है. एक बार फिर से आज देवभूमि संघर्ष समिति ने लक्ष्मीनारायण मंदिर संजौली में सरकार और प्रशासन की सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करने का आह्वान किया था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने कुछ लोगों को डिटेन कर लिया. जिसके बाद देवभूमि संघर्ष समिति के लोगों ने विरोध में पुलिस चौकी संजौली के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया.
देवभूमि संघर्ष समिति के सह संयोजक मदन ठाकुर ने कहा, "पुलिस ने बेवजह उनके लोगों को डिटेन किया और महिलाओं को थाने में बिठाकर रखा. ये सरकार भेदभावपूर्ण रवैया अपना रही है. पुलिस सनातन धर्म के लोगों को प्रताड़ित करने का काम कर रही है. जबकि एक बाहर से आए व्यक्ति को राज्य अतिथि के रूप में मस्जिद में जाने दिया जाता है".
उन्होंने कहा कि यह अब सरकार पर निर्भर करता है कि वह प्रदेश में सौहार्दपूर्ण माहौल बनाना चाहती है या नहीं. उन्होंने कहा कि हिमाचल में 98 प्रतिशत हिंदू होने के बावजूद उन्हें आज संघर्ष करना पड़ रहा है. अगर फैसला कल उनके हक में नहीं आता है तो 6 अक्टूबर से जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा. फिर जो माहौल बनेगा उसकी जिम्मेदार सरकार होगी.
बता दें कि संजौली में मस्जिद में हुए अवैध निर्माण के खिलाफ हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोल रखा है. हिंदू संगठन सुक्खू सरकार से अवैध मस्जिद गिराने और घुसपैठियों को राज्य से बाहर निकालने की मांग कर रहे हैं. पिछले दिनों इसको लेकर संजौली में हिंदू संगठनों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था, जिससे प्रदेश में तनाव का माहौल बन गया था. वहीं, इसको लेकर प्रदेश की सियासत भी काफी गरम है. मामले में कल शिमला कमिश्नर कोर्ट में सुनवाई होनी है.
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