रामपुर: समेज में आज 7वें दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी है. आज भी सुबह 11 बजे के करीब समेज में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. सुबह से ही क्षेत्र में भारी बारिश हो रही थी. जिस कारण सर्च ऑपरेशन शुरू नहीं हो पा रहा था, लेकिन 11 बजे के करीब मौसम साफ होते ही रेस्क्यू टीम ने मोर्चा संभाल लिया है. समेज में बाढ़ में लापता हुए 36 लोगों में से 3 के शव सुन्नी डैम से बरामद किए गए हैं. इसके अलावा आज सुबह के समय लुहरी में एक और शव बरामद हुआ है, जिसे शिनाख्त के लिए भेज दिया गया है. जबकि 4 अगस्त को रामपुर के डकोलड़ में 2 शव और बरामद हुए थे, लेकिन उनकी भी अभी पहचान नहीं हो पाई है.
रेस्क्यू ऑपरेशन में 10 मशीनें तैनात
वहीं, समेज में सर्च ऑपरेशन में आज करीब 10 मशीनें तैनात की गई हैं. 3 विभिन्न कंपनियों के जवान लापता लोगों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी भी झाकड़ी में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं और अधिकारियों से सर्च ऑपरेशन और स्थिति का जायजा ले रहे हैं. गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात को समेज में आई बाढ़ में 36 लोग लापता हो गए थे. जिनमें से 3 के शव बरामद कर लिए गए हैं और इनकी शिनाख्त भी कर ली गई है, ये समेज के ही निवासी थी. हालांकि 3 और शव बरामद किए गए हैं, लेकिन अभी उनकी शिनाख्त नहीं हुई है. आपदा के बाद से ही रेस्क्यू टीम द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
बारिश से बढ़ा खड्डों का जलस्तर
गृह रक्षा विभाग के कंपनी कमांडर इश्क गौतम ने बताया, "सुबह से ही समेज में बारिश हो रही थी. ऐसे में फिर से दोनों खड्ड में पानी का स्तर बढ़ गया है. जो कि लापता लोगों की तलाश करने में बाधा उत्पन्न कर रहता है. इसके साथ बारिश होने से फिर घटनास्थल दलदल में तब्दील हो गया है. अभी तक 6 शव बरामद किए गए हैं. उनमें से तीन की शिनाख्त हो गई है.
- सिद्धार्थ खेड़ा, ग्रीनको परियोजना कर्मी
- रचना पत्नी राजेश कुमार, निवासी सरपारा
- प्रीतिका उर्फ मुस्कान, पुत्री राजकुमार पांडे, निवासी झारखंड
ये तीनों समेज से लापता हुए थे. इन तीनों के शव सुन्नी डैम में मिले थे. जिसके बाद इनका डीएनए टेस्ट करने के लिए शिमला भेज दिया गया था. शिमला से डीएनए की रिपोर्ट आने के बाद इनकी पहचान हो गई है.