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टांडा मेडिकल कॉलेज में फिर प्रशिक्षु डॉक्टरों की रैगिंग, चार सीनियर छात्रों को किया गया निष्कासित - TANDA MEDICAL COLLEGE RAGGING CASE - TANDA MEDICAL COLLEGE RAGGING CASE

टांडा मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे कॉलेज के सीनियर ट्रेनी डॉक्टरों पर रैगिंग के आरोप लगे हैं. इन आरोपों पर कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने जांच शुरू की. जांच में जूनियर छात्रों के लगाए आरोप सही पाए गए थे. जांच के आधार पर कार्रवाई की गई है. हालांकि रैगिंग में जूनियर छात्रों के साथ क्या किया गया, इसके बारे में कॉलेज प्रबंधन ने जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.

Ragging case
टांडा मेडिकल कॉलेज (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jun 11, 2024, 1:59 PM IST

Updated : Jun 11, 2024, 5:16 PM IST

टांडा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग मामला (ETV Bharat)

कांगड़ा: टांडा मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर से रैगिंग का मामला सामने आया है. कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे कॉलेज के सीनियर ट्रेनी डॉक्टरों पर रैगिंग के आरोप लगे हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक एंटी रैगिंग कमेटी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज प्रबंधन ने चार छात्रों को निष्कासित कर दिया है. इसकी पुष्टि टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मिलाप ने की है.

टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मिलाप ने बताया कि रैगिंग में शामिल 2 स्टूडेंट्स को एक-एक साल के लिए निष्कासित किया गया है और उन्हें 1-1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है, जबकि दो अन्य छात्रों को 6 महीने के लिए निष्कासित किया गया है. इन पर 50-50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है. टांडा मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के चार सीनियर ट्रेनी पर जूनियर छात्रों ने रैगिंग के आरोप लगाए थे. इन आरोपों पर कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने जांच शुरू की. जांच में जूनियर छात्रों के लगाए आरोप सही पाए गए थे. जांच के आधार पर कार्रवाई की गई है. हालांकि रैगिंग में जूनियर छात्रों के साथ क्या किया गया इसके बारे में कॉलेज प्रबंधन ने जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.

टांडा मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. मिलाप ने बताया कि दोषी छात्रों पर नियमों के तहत कार्रवाई की गई है. कॉलेज में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पुलिस को भी सूचित कर दिया गया है. वहीं, इस मामले पर डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा ने कहा कि रैगिंग का मामला अभी पुलिस के ध्यान में नहीं आया है. कॉलेज प्रशासन की ओर से ऐसी कोई शिकायत मिलती है तो अवश्य कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि रैगिंग को लेकर टांडा मेडिकल कॉलेज हमेशा सुर्खियों में रहा है. 2023 में भी सीनियर प्रशिक्षुओं ने जूनियर्स की रैगिंग की थी. 2009 में टांडा मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के 19 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर अमन काचरू को हॉस्टल में रैगिंग के दौरान चार वरिष्ठ छात्रों ने बुरी तरह पीटा था. पिटाई के दौरान गंभीर चोटें आने से अमन की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद पूरा देश हिल गया था और रैगिंग के खिलाफ सख्त कानूनों की मांग हुई थी.

ये भी पढ़ें: थप्पड़ कांड के बाद कंगना ने छेड़ा था पंजाब आतंकवाद का मुद्दा, CM भगवंत मान ने सुनाई खरी-खोटी

टांडा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग मामला (ETV Bharat)

कांगड़ा: टांडा मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर से रैगिंग का मामला सामने आया है. कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे कॉलेज के सीनियर ट्रेनी डॉक्टरों पर रैगिंग के आरोप लगे हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक एंटी रैगिंग कमेटी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज प्रबंधन ने चार छात्रों को निष्कासित कर दिया है. इसकी पुष्टि टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मिलाप ने की है.

टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मिलाप ने बताया कि रैगिंग में शामिल 2 स्टूडेंट्स को एक-एक साल के लिए निष्कासित किया गया है और उन्हें 1-1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है, जबकि दो अन्य छात्रों को 6 महीने के लिए निष्कासित किया गया है. इन पर 50-50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है. टांडा मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के चार सीनियर ट्रेनी पर जूनियर छात्रों ने रैगिंग के आरोप लगाए थे. इन आरोपों पर कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने जांच शुरू की. जांच में जूनियर छात्रों के लगाए आरोप सही पाए गए थे. जांच के आधार पर कार्रवाई की गई है. हालांकि रैगिंग में जूनियर छात्रों के साथ क्या किया गया इसके बारे में कॉलेज प्रबंधन ने जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.

टांडा मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. मिलाप ने बताया कि दोषी छात्रों पर नियमों के तहत कार्रवाई की गई है. कॉलेज में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पुलिस को भी सूचित कर दिया गया है. वहीं, इस मामले पर डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा ने कहा कि रैगिंग का मामला अभी पुलिस के ध्यान में नहीं आया है. कॉलेज प्रशासन की ओर से ऐसी कोई शिकायत मिलती है तो अवश्य कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि रैगिंग को लेकर टांडा मेडिकल कॉलेज हमेशा सुर्खियों में रहा है. 2023 में भी सीनियर प्रशिक्षुओं ने जूनियर्स की रैगिंग की थी. 2009 में टांडा मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के 19 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर अमन काचरू को हॉस्टल में रैगिंग के दौरान चार वरिष्ठ छात्रों ने बुरी तरह पीटा था. पिटाई के दौरान गंभीर चोटें आने से अमन की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद पूरा देश हिल गया था और रैगिंग के खिलाफ सख्त कानूनों की मांग हुई थी.

ये भी पढ़ें: थप्पड़ कांड के बाद कंगना ने छेड़ा था पंजाब आतंकवाद का मुद्दा, CM भगवंत मान ने सुनाई खरी-खोटी

Last Updated : Jun 11, 2024, 5:16 PM IST
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