दुर्ग: विकसित भारत विकसित छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के तहत पीएम नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ को 34 हजार करोड़ रुपये के डेवलपमेंट वर्क की सौगात दी है. शनिवार को पीएम मोदी वर्चुअली माध्यम से जुड़े और छत्तीसगढ़ को कई परियोजनाएं भेंट करने का काम किया. इसके तहत दुर्ग में 280 करोड़ रुपये की लागत से सोलर पावर प्लांट का शुभारंभ किया गया है. छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय भी इस विकास कार्यों के साक्षी बने. दोनों नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े.
दुर्ग में कहां स्थित है प्लांट: दुर्ग के चरोदा जांजगिरी इलाके में यह सोलर प्लांट स्थित है. इस प्लांट को रेलवे की जमीन पर बनाया गया है. इस संयंत्र से हर साल 104.7 मिलियन यूनिट सौर उर्जा का उत्पादन होगा. जिससे रेलवे के साथ साथ दूसरे क्षेत्रों को भी फायदा होगा. सोलर ऊर्जा के इस्तेमाल से विद्युत की बचत होगी और सौर ऊर्जा के प्रयोग को बढ़ावा मिलेगा.
दुर्ग सोलर प्लांट की क्या है खासियत: दुर्ग सोलर प्लांट की खासियत की बात करे तो यह कई खूबियों से लैस है. रेलवे के इस सोलर प्लांट की क्षमता 50 मेगावाट है. एक साल में कुल 104.7 मिलियन यूनिट ऊर्जा का उत्पादन इस प्लांट से होगा. इस सोलर प्लांट के जरिए सौर ऊर्जा की मदद से रेल गाड़ियों का परिचालन किया जाएगा. ग्रीन एनर्जी की परिकल्पना का विकास इस प्रोजेक्ट से होगा. इसके साथ ही कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में भी कमी आएगी. प्रति वर्ष 86000 टन कार्बन डाईऑक्साइड की कमी का अनुमान लगाया गया है. जलवायु परिवर्तन के खतरे से निपटने में भी यह सोलर प्लांट अहम भूमिका निभाएगा. सोलर ऊर्जा के इस्तेमाल से राजस्व की भी बचत होगी.