श्रीनगर: बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल और लोक गायक अमित सागर की जोड़ी एक बार फिर संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज कर रही है. हिट गीत 'सुआ तेरी याद मा' के बाद अब दोनों का नया गढ़वाली गीत 'ज्यून' भी धमाल मचा रही है. जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं.
पहाड़ी संगीत का नया आयाम 'रंगत' एल्बम: दरअसल, बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल ने हिमालयन पल्स यूट्यूब चैनल के माध्यम से अपनी नई एल्बम 'रंगत' रिलीज की है. जिसमें पांच खूबसूरत गीत शामिल हैं. इस एल्बम में जौनसारी, पहाड़ी और गढ़वाली गजल जैसी विधाओं का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है.
'रंगत' एल्बम में 'ज्यून' गाने को खूब कर रहे पसंद: 'रंगत' एल्बम में 'ज्यून सी मुखड़ी तेरी आंखियों मा बसिगै...' गीत को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. जिसमें जुबिन नौटियाल की खूबसूरत आवाज लोगों को मदहोश कर देता है. जबकि, इस गीत को लोक गायक अमित सागर लिखा है. उन्होंने ही इसे कंपोज किया है. वहीं, शुभम श्रीवास्तव म्यूजिक से संवारा है.
जुबिन नौटियाल का उत्तराखंडी संगीत और संस्कृति से गहरा लगाव है. वे इंडो-वेस्टर्न फ्यूजन के जरिए पहाड़ी संगीत को एक नई पहचान देने का प्रयास कर रहे हैं. - अमित सागर, लोक गायक
गढ़वाली गजल 'हां तो' एक अनूठा प्रयोग: 'रंगत' एल्बम में 'हां तो' नामक एक विशेष गढ़वाली गजल भी शामिल है, जिसे खुद अमित सागर ने गाया है. यह एक नया प्रयोग है, जिसमें पारंपरिक पहाड़ी संगीत को गजल की अंदाज में पेश किया गया है. गढ़वाली गजल को भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं.
'ज्यून' प्रेम और विरह का सुंदर मेल: अमित सागर ने बताया कि 'ज्यून' गीत 'सुआ तेरी याद मा' की तरह प्रेम और विरह पर आधारित है. 'रंगत' एल्बम और 'ज्यून' गीत पहाड़ी संगीत प्रेमियों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं हैं. जुबिन नौटियाल और अमित सागर का यह संगम उत्तराखंडी संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
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