पटना : दानापुर थाना क्षेत्र स्थित मिथिला कॉलोनी में शुक्रवार को रास्ते के विवाद को लेकर पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के विरोध में स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और दानापुर-गांधी मैदान मुख्य मार्ग को नासरीगंज बिस्कुट फैक्ट्री मोड के पास आगजनी कर जाम कर दिया. सड़क जाम के कारण करीब ढाई घंटे तक आवागमन प्रभावित रहा, जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ते हुए जाम को हटाया.
क्या था विवाद? : स्थानीय लोगों ने बताया कि रास्ते विवाद को लेकर शुक्रवार को सीओ द्वारा रिपोर्ट आनी थी. इसी दौरान भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और मोहल्ले के लोगों को पिटाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार होने वाले लोगों में शंकुलता देवी, उमेश कुमार, नीरज कुमार, नागेंद्र राय और एक अन्य शामिल हैं. आरोप है कि पुलिस ने एक नाबालिग लड़की और महिला को भी पीट दिया, जिससे वह बेहोश हो गईं.
वार्ड पार्षद का आरोप : वार्ड पार्षद दुर्गेश साह ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना नोटिस दिए ही भारी संख्या में बल भेजा और आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही कई महिलाओं और पुरुषों को पीटा. इसी के विरोध में मोहल्ले के लोग सड़क पर उतर आए और जाम कर प्रदर्शन किया.
सड़क जाम के दौरान प्रशासन की कार्रवाई : जाम की सूचना मिलने पर सीओ चंदन कुमार और थानाध्यक्ष पीके भारद्वाज मौके पर पहुंचे और लोगों से समझाइश की. बाद में पुलिस ने हलका बल प्रयोग कर सड़क को साफ किया. सीओ चंदन कुमार ने बताया कि यह विवाद एक रास्ते को लेकर था, जिसके संबंध में 107 के तहत लोगों को नोटिस जारी किया गया था. नोटिस के बाद जब वे उपस्थित नहीं हुए, तो कोर्ट ने वारंट जारी कर दिया था. पुलिस ने इस आदेश के तहत पांच लोगों को गिरफ्तार किया.
पिछला विवाद और प्रशासन की कार्रवाई : यह विवाद उस समय का है जब मिथिला कॉलोनी निवासी विशु कुमार ने अपनी निजी जमीन पर चारदीवारी का निर्माण किया था. कॉलोनी के लोग इस चारदीवारी को हटाने की मांग कर रहे थे. इससे पहले भी इस मुद्दे पर मारपीट और हंगामा हो चुका था. प्रशासन ने इस मामले में नापी करवाई थी और एसडीओ द्वारा सुनवाई की जा रही थी.
कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तारी और सड़क जाम : इस मामले में कोर्ट ने 107 के तहत तेरह लोगों पर मामला दर्ज किया था. पांच लोग बेल करा चुके थे, लेकिन बाकी लोग कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए, जिससे कोर्ट ने वारंट जारी कर दिया. वारंट के तामिल के लिए पुलिस ने छापेमारी की और तीन लोगों को गिरफ्तार किया. इसी के विरोध में स्थानीय लोग सड़क जाम कर हंगामा करने लगे. उनका कहना था कि कोर्ट का नोटिस मिला था, लेकिन पुलिस ने बिना जानकारी दिए उनके घरों में घुसकर महिलाओं के साथ मारपीट की और उन्हें थाने ले गई.
क्या कहता है पुलिस और प्रशासन? : दानापुर के सीओ चंदन कुमार ने बताया कि ''सभी मामलों की जांच की जा रही है. यह मामला दानापुर एसडीओ को सौंपा गया है.'' वहीं, दानापुर के एएसपी भानुप्रताप सिंह ने कहा कि ''पुलिस ने कोर्ट के वारंट की तामिल की है और यह कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत हुई है. पुलिस की समझाइश के बाद जाम खुलवाया गया''. हालांकि, स्थानीय लोग अभी भी मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं.
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