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प्याज के भाव राकेट शेयर क्यों बने, 3 बड़ी वजहें जान लीजिए, क्या 100 रुपए तक जा सकती कीमतें? - onion price - ONION PRICE

प्याज की कीमतों (Onion Price) ने एक बार फिर से रुलाना शुरू कर दिया है. यूपी की मंडियों में इसकी कीमतें धीरे-धीरे बढ़नी शुरू हो गई है. आखिर इसकी वजह क्या है चलिए आगे बताते हैं.

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100 रुपए किलो तक जा सकती है प्याज की कीमतें. (photo credit: Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 16, 2024, 9:47 AM IST

Updated : Sep 17, 2024, 11:59 AM IST

लखनऊः ये खबर प्याज के शौकीनों के लिए झटका देने वाली हो सकती है. फुटकर में 50 से 60 रुपए किलो बिक रहे प्याज की कीमतें (Onion Price) 100 रुपए किलो तक जाने की संभावना जताई जा रही है. बाजार से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि महाराष्ट्र में चुनाव के चलते सरकार के एक फैसले के चलते प्याज की कीमतों में तेजी आई और अभी इसकी कीमतें और चढ़ सकती हैं.

(वजह-1) प्याज पर मिनिमम एक्सपोर्ट सीमा हटी: बीते दिनों सरकार की ओर से मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) की सीमा को हटा दिया गया. पहले प्याज पर MEP 550 डॉलर प्रति टन था जिसे विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने हटा दिया. अब प्याज से जुड़े किसान और व्यापारी अच्छी कीमतों पर विदेश को ज्यादा से ज्यादा प्याज भेज सकेंगे. इससे घरेलू बाजार में प्याज की आवक घटने लगी है और प्याज के एक्सपोर्ट में इजाफा हो गया है. इसी के चलते प्याज की कीमतें चढ़नी शुरू हो गई है.


(वजह-2) कहीं चुनाव तो नहीं इसकी वजह: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं. व्यापारियों का कहना है कि बीजेपी कहीं न कहीं महाराष्ट्र के किसानों की नाराजगाी को दूर करना चाहती है. इस वजह से प्याज पर एमईपी की सीमा को हटाया गया है. एक तरह से यह किसानों को खुश करने की कोशिश भी है. ऐसे में किसान प्याज रोककर चल रहे हैं. उन्हें लग रहा है कि कीमतें और चढ़ सकती है. इस वजह से बाजार में प्याज की आवक घट गई है.




देश के तीन बड़े प्याज उत्पादक राज्य

महाराष्ट्र 42.73%
मध्य प्रदेश 15.23%

कर्नाटक

8.93%


यूपी में सबसे ज्यादा प्याज कहां से आता: यूपी में सबसे ज्यादा प्याज की आवक महाराष्ट्र से होती है. वहीं दूसरे नंबर पर यूपी में प्याज मध्य प्रदेश से आता है. कर्नाटक के प्याज की आपूर्ति इन दोनों की तुलना में कम है.




यूपी की 8 मंडियों के थोक रेट (रुपए प्रति क्विंटल में)

प्रयागराज 3600 -3750
बाराबंकी 3640-3740
बुलंदशहर 2900 -3100
फर्रुखाबाद 3525-3625
गाज़ियाबाद 3750 -3850
हरदोई 3700-3760
कानपुर देहात 3530-3565
कासगंज 3040-3500

(सभी कीमतें 15 सितंबर की हैं)




देश की मंडियों के थोक रेट (रुपए प्रति क्विंटल में)

हरियाणा 3000-4000
महाराष्ट्र 2200-5500
पंजाब 2500-4200
दिल्ली 2100-4500

(सभी कीमतें 16 सितंबर की हैं)




(वजह-3) सब्जी व्यापारियों का क्या कहना है: लखनऊ सब्जी मंडी के फुटकर व थोक व्यापारी एजाज हुसैन ने कहा कि इस समय प्याज की आवक कम है. इसके चलते कीमतें ज्यादा हैं. आज प्याज की कीमत 250 रुपये प्रति 5 किलोग्राम है, जबकि पिछले हफ्ते इसकी कीमत 180 से 200 रुपये प्रति पांच किलोग्राम थी. वहीं कुछ दिनों पहले तक पांच किलो प्याज की कीमत 200 रुपये कीमत थी. उनके मुताबिक आने वाले वक्त में इसकी कीमतें और बढ़ सकती है. इसके पीछे उन्होंने कई वजहें बताई. उन्होंने बताया कि इस बार प्याज की बुआई में देरी हुई है इस वजह से आवक घटनी शुरू हो गई है. खरीफ फसल के प्याज की आवक अब तक शुरू हो जानी चाहिए लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है. इस वजह से रबी की फसल का भंडारित प्याज खत्म होने को है और इसकी कीमतें चढ़ने लगीं हैं. महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश जैसे प्याज उत्पादक राज्यों में बारिश की वजह से फसल खराब हो रही हैं जिससे दामो में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में प्याज की कीमतें और चढ़ सकती हैं.

ये भी पढ़ेंः यूपी में 76वां जिला बनाने की तैयारी, नेपाल बॉर्डर से सटे इस कस्बे को जनपद क्यों बनाना चाहती योगी सरकार, जानिए

ये भी पढ़ेंः बनारस को नई वन्दे भारत की सौगात; विश्वनाथ धाम से जुड़ेगा बैजनाथ धाम, 7 घंटे 20 मिनट में पहुंचेंगे वाराणसी से देवघर

लखनऊः ये खबर प्याज के शौकीनों के लिए झटका देने वाली हो सकती है. फुटकर में 50 से 60 रुपए किलो बिक रहे प्याज की कीमतें (Onion Price) 100 रुपए किलो तक जाने की संभावना जताई जा रही है. बाजार से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि महाराष्ट्र में चुनाव के चलते सरकार के एक फैसले के चलते प्याज की कीमतों में तेजी आई और अभी इसकी कीमतें और चढ़ सकती हैं.

(वजह-1) प्याज पर मिनिमम एक्सपोर्ट सीमा हटी: बीते दिनों सरकार की ओर से मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) की सीमा को हटा दिया गया. पहले प्याज पर MEP 550 डॉलर प्रति टन था जिसे विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने हटा दिया. अब प्याज से जुड़े किसान और व्यापारी अच्छी कीमतों पर विदेश को ज्यादा से ज्यादा प्याज भेज सकेंगे. इससे घरेलू बाजार में प्याज की आवक घटने लगी है और प्याज के एक्सपोर्ट में इजाफा हो गया है. इसी के चलते प्याज की कीमतें चढ़नी शुरू हो गई है.


(वजह-2) कहीं चुनाव तो नहीं इसकी वजह: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं. व्यापारियों का कहना है कि बीजेपी कहीं न कहीं महाराष्ट्र के किसानों की नाराजगाी को दूर करना चाहती है. इस वजह से प्याज पर एमईपी की सीमा को हटाया गया है. एक तरह से यह किसानों को खुश करने की कोशिश भी है. ऐसे में किसान प्याज रोककर चल रहे हैं. उन्हें लग रहा है कि कीमतें और चढ़ सकती है. इस वजह से बाजार में प्याज की आवक घट गई है.




देश के तीन बड़े प्याज उत्पादक राज्य

महाराष्ट्र 42.73%
मध्य प्रदेश 15.23%

कर्नाटक

8.93%


यूपी में सबसे ज्यादा प्याज कहां से आता: यूपी में सबसे ज्यादा प्याज की आवक महाराष्ट्र से होती है. वहीं दूसरे नंबर पर यूपी में प्याज मध्य प्रदेश से आता है. कर्नाटक के प्याज की आपूर्ति इन दोनों की तुलना में कम है.




यूपी की 8 मंडियों के थोक रेट (रुपए प्रति क्विंटल में)

प्रयागराज 3600 -3750
बाराबंकी 3640-3740
बुलंदशहर 2900 -3100
फर्रुखाबाद 3525-3625
गाज़ियाबाद 3750 -3850
हरदोई 3700-3760
कानपुर देहात 3530-3565
कासगंज 3040-3500

(सभी कीमतें 15 सितंबर की हैं)




देश की मंडियों के थोक रेट (रुपए प्रति क्विंटल में)

हरियाणा 3000-4000
महाराष्ट्र 2200-5500
पंजाब 2500-4200
दिल्ली 2100-4500

(सभी कीमतें 16 सितंबर की हैं)




(वजह-3) सब्जी व्यापारियों का क्या कहना है: लखनऊ सब्जी मंडी के फुटकर व थोक व्यापारी एजाज हुसैन ने कहा कि इस समय प्याज की आवक कम है. इसके चलते कीमतें ज्यादा हैं. आज प्याज की कीमत 250 रुपये प्रति 5 किलोग्राम है, जबकि पिछले हफ्ते इसकी कीमत 180 से 200 रुपये प्रति पांच किलोग्राम थी. वहीं कुछ दिनों पहले तक पांच किलो प्याज की कीमत 200 रुपये कीमत थी. उनके मुताबिक आने वाले वक्त में इसकी कीमतें और बढ़ सकती है. इसके पीछे उन्होंने कई वजहें बताई. उन्होंने बताया कि इस बार प्याज की बुआई में देरी हुई है इस वजह से आवक घटनी शुरू हो गई है. खरीफ फसल के प्याज की आवक अब तक शुरू हो जानी चाहिए लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है. इस वजह से रबी की फसल का भंडारित प्याज खत्म होने को है और इसकी कीमतें चढ़ने लगीं हैं. महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश जैसे प्याज उत्पादक राज्यों में बारिश की वजह से फसल खराब हो रही हैं जिससे दामो में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में प्याज की कीमतें और चढ़ सकती हैं.

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Last Updated : Sep 17, 2024, 11:59 AM IST
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