सिरमौर: जिला मुख्यालय नाहन में गत 14 जुलाई की रात नशे के कारोबार में संलिप्त आरोपी बाप-बेटे और पोते के मामले में हाल में दबोचा गया एक अन्य आरोपी रजनीकांत पुलिस हिरासत में मामले से जुड़े कई राज खोल सकता है. फिलहाल इस पूरे केस को लेकर गठित एसआईटी मामले में हर पहलू से जांच कर रही है.
एक आरोपी को जेल, 3 अन्य भेजे रिमांड पर
दरअसल नाहन में 24.40 लाख रुपए की नकदी और विभिन्न तरह के नशे की खेप के साथ दबोचे गए आरोपी बाप-बेटे-पोते सहित मामले में हाल ही में दबोचे गए एक अन्य आरोपी रजनीकांत को पुलिस ने सोमवार को अदालत में पेश किया. इससे पहले तीन आरोपियों प्रेम चंद, उसके बेटे सागर और पोते संग्राम को अदालत ने 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था. इन तीनों को भी पुलिस ने सोमवार को ही पुनः अदालत में पेश किया, जहां से आरोपी प्रेम चंद को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश देकर नाहन जेल भेज दिया है, जबकि आरोपी सागर व उसके बेटे संग्राम की पुलिस हिरासत की अवधि को बढ़ाया गया है. सागर व संग्राम सहित मामले में एजेंट के तौर पर काम करने वाले चौथे आरोपी रजनीकांत को अदालत ने 26 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर भेजा है.
बड़ी मात्रा में नशा बरामद
बता दें कि सिरमौर पुलिस की डिटेक्शन सेल की टीम ने गक्त 14 जुलाई की रात को गुप्त सूचना के आधार पर एक घर पर दबिश देकर प्रेम चंद, उसके बेटे सागर और पोते संग्राम के कब्जे से बड़ी मात्रा में 336 ट्रामाडोल कैप्सूल, 159.80 ग्राम चरस, 38.10 ग्राम अफीम, 23.34 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) के साथ-साथ 24.40 लाख रुपए की नकदी बरामद की थी.
एक साथ तीन पीढ़ियां गिरफ्तार
जिले में यह अपनी तरह का पहला मामला सामने आया था, जहां एक ही परिवार की तीन पीढ़ियों के 3 आरोपी सदस्यों को एक साथ दबोचा गया. मामले की संजीदगी को देखते हुए एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा के निर्देशों पर डीएसपी हेडक्वार्टर रमाकांत ठाकुर के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई. पूछताछ के आधार पर एसआईटी ने मामले में चौथे आरोपी के रूप में रजनीकांत को गिरफ्तार किया, जो एजेंट के तौर पर काम करता था. पुलिस के अनुसार आरोपी रजनीकांत पहले से पुलिस गिरफ्त में आए तीन आरोपियों का रिश्तेदार बताया जाता है. मामले में अब तक चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
बैकवर्ड लिंकेज की जड़ तक पहुंचने में जुटी SIT
दूसरी तरफ पुलिस के जानकारों की मानें तो एसआईटी मामले में बैकवर्ड लिंकेज की जड़ तक पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत कर रही है. हालांकि ये बाद में ही पता चलेगा कि पुलिस सफल हो पाती है या नहीं, क्योंकि बैकवर्ड लिंकेज की जड़ तक पहुंचने के लिए हजारों किलोमीटर की खाक तो छाननी ही पड़ सकती है. साथ ही इस तरह के अधिकतर मामलों में बैकवर्ड लिंकेज के सरगना भूमिगत भी हो चुके होते हैं. हालांकि एसआईटी इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है, लिहाजा मामले में अन्य गिरफ्तारियों से इंकार नहीं किया सकता. चूंकि अभी आरोपी रजनीकांत से भी पूछताछ होना बाकी है. बता दें कि पहले से गिरफ्तार तीन आरोपियों के बैंक खाते पुलिस ने पहले ही दिन सीज कर दिए थे. वहीं, आरोपी सागर नाहन शहर में खुद का जिम भी चला रहा था.
"चारों आरोपियों को पुलिस ने अदालत में पेश किया था, जहां से आरोपी प्रेम चंद को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि अन्य तीन को 26 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है. आरोपियों से पूछताछ जारी है. फिलहाल मामले में अधिक जानकारी शेयर नहीं की जा सकती. एसआईटी इस पूरे मामले की हर पहलू से गहनता से जांच कर रही है." - रमन कुमार मीणा, एसपी सिरमौर