रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान आज राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी और पूर्व मंत्री सीपी सिंह के बीच कटु शब्दों का दौर जारी रहा. हजारीबाग के इचाक में महाशिवरात्रि के दौरान हुई घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व स्पीकर और भाजपा के वरिष्ठ विधायक सीपी सिंह ने इचाक की घटना को मदरसे से जोड़ दिया. वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने विधायक सीपी सिंह को इलाज के लिए कांके में भर्ती कराने की बात कह दी.
दरअसल, सीपी सिंह ने कहा कि मदरसों में हिंदू त्योहारों पर पत्थर और पत्थर फेंकने की शिक्षा दी जाती है. सीपी सिंह यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि राज्य में म्लेच्छों की सरकार चल रही है और इन म्लेच्छों से लड़ने के लिए हिंदुओं को एकजुट होना होगा. दुनिया के किसी भी हिस्से में अगर आतंकी हिंसा होती है, तो उसके पीछे म्लेच्छों का हाथ होता है. सीपी सिंह ने इरफान अंसारी और आरएसएस के बारे में भी शब्दबाण चलाकर मर्यादा लांघ दी.
वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि जिस तरह से सीपी सिंह सदन में बयान दे रहे हैं और मंत्रियों को पहचानते भी नहीं हैं, उससे लगता है कि उनकी तबीयत खराब है. इरफान अंसारी ने कहा कि सीपी सिंह का बीपी चेक करना पड़ेगा और उन्हें कांके भेजना होगा. उन्होंने कहा कि आप लोग चिंता न करें, हम सीपी सिंह को थेरेपी देंगे. डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि मेरा अतिरिक्त विषय संस्कृत रहा है, सीपी सिंह को उर्दू पढ़नी चाहिए.
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