प्रयागराज: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव महाकुंभ के समापन के बाद गुरुवार को प्रयागराज दौरे पर रहे. उन्होंने उत्तर मध्य रेलवे के सूबेदारगंज, प्रयागराज जंक्शन, उत्तर रेलवे के प्रयाग जंक्शन और और पूर्वोत्तर रेलवे के प्रयागराज रामबाग स्टेशन का दौरा किया. यहां उन्होंने कुंभ के दौरान कार्यरत कर्मचारियों के साथ मुलाकात भी की. रेल मंत्री ने महाकुंभ के सफल आयोजन में रेलवे के योगदान को लेकर उनकी प्रशंसा की.
रेल मंत्री बाद में मीडिया से भी मुखातिब हुए. बताया कि रेलवे की ओर से महाकुंभ को लेकर पिछले 3 साल से तैयारी चल रही थी. 13000 ट्रेनों को चलाने का लक्ष्य पिछले कुंभ की अपेक्षा लिया गया था, लेकिन 16000 गाड़ियों का संचालन इस दौरान किया गया. सभी गाड़ियां सुचार रूप से गंतव्य तक श्रद्धालुओं को पहुंचाने में सफल रहीं.
#WATCH | Prayagraj, UP | Union Railway Minister Ashwini Vaishnaw says, " ... i would like to thank pm narendra modi and cm yogi adityanath under whose leadership such a grand event was organised... everyone's cooperation allowed us to work in close coordination, because of which… pic.twitter.com/RddTcXcLFw
— ANI (@ANI) February 27, 2025
प्रयागराज जंक्शन पर बनाए गए होल्डिंग एरिया का इस्तेमाल भरपूर किया गया. यह भी कहा कि इस आयोजन के बाद आने वाले कुंभ मेले और अन्य आयोजनों को संपन्न कराने में बड़ी मदद मिलेगी. कुंभ के अनुभव से इसमें मदद मिलेगी. आगे कहा कि महाकुंभ मेले के दौरान प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार का समन्वय महत्वपूर्ण रहा. मुख्य मेला प्रशासन से जुड़े अधिकारी और रेलवे प्रशासन से जुड़े अधिकारियों के साथ बेहतर तालमेल स्थापित किया गया, जिसके परिणाम स्वरुप श्रद्धालुओं की सकुशल वापसी में बड़ी मदद मिली.
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे के अधिकारियों के साथ-साथ ग्राउंड लेवल पर जुड़े कर्मचारियों ने भी इस पूरे आयोजन में बड़ी मेहनत की. रेलवे के लिए यह बहुत बड़ी चुनौती थी क्योंकि अलग-अलग राज्यों के साथ समन्वय स्थापित कर यात्रियों को यहां पर ले आना, उसके बाद यहां से सकुशल ले जाना था. लेकिन इस चुनौती को रेलवे के कर्मचारियों ने स्वीकार किया और इस आयोजन को सफल बनाया.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रयागराज में संपन्न हुए महाकुंभ मेले को लेकर प्रधानमंत्री द्वारा भी बराबर दिशा निर्देश दिया गया. इसको लेकर सभी मंत्रालय और अलग-अलग राज्यों के लोगों ने परस्पर समन्वय स्थापित करके इस सफल आयोजन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.