शिमला: चार लोकसभा सीटों वाले छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल में बेशक आखिरी चरण में मतदान हैं, लेकिन यहां भाजपा व कांग्रेस को स्टार प्रचारकों की रैलियों की अभी से जरूरत महसूस हो रही है. हिमाचल भाजपा में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को पीएम नरेंद्र मोदी व यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की रैलियों की जरूरत है. इसी प्रकार गृह मंत्री अमित शाह व पार्टी मुखिया जेपी नड्डा भी हिमाचल में जनसभाओं को संबोधित करने के लिए आएंगे. कांग्रेस कार्यकर्ता हिमाचल में प्रियंका वाड्रा और राहुल गांधी की रैलियों का आयोजन करना चाहते हैं. कांग्रेस सचिन पायलट की रैली भी करवाने की मंशा रखती है.
आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू
हिमाचल प्रदेश में मंगलवार से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है. इस समय हिमाचल की मंडी सीट कंगना रनौत व विक्रमादित्य सिंह के बीच मुकाबले के कारण देश की हॉट सीट बनी हुई है. इसी प्रकार हमीरपुर से अनुराग ठाकुर व कांगड़ा से आनंद शर्मा के चुनाव मैदान में होने से ये दोनों सीटें भी वीवीआईपी मानी जा रही हैं. भाजपा ने प्रत्याशी चयन को लेकर कांग्रेस के मुकाबले बाजी मारी है और प्रचार युद्ध में भी आगे रही है. कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी देरी से दिए, लेकिन अब पार्टी का प्रचार भी लोकसभा सीट के लिए जोर पकड़ चुका है. प्रचार वार में जोश के लिए भाजपा व कांग्रेस दोनों ही बड़ी रैलियों के लिए कमर कस रहे हैं. आने वाले समय में दोनों दलों के बड़े नेता हिमाचल में रैलियों को संबोधित कर शक्ति प्रदर्शन करेंगे.
भाजपा के लिए मोदी हैं नंबर वन प्रचारक
भाजपा की तरफ से चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी की कम से कम दो दिन में चार जनसभाएं रखी जाती हैं. इस बार भी पार्टी इसी क्रम का अनुसरण करेगी. हिमाचल में कंगना रनौत मंगलवार 14 मई, हमीरपुर से अनुराग ठाकुर व शिमला से सुरेश कश्यप सोमवार 13 मई व कांगड़ा से पार्टी प्रत्याशी डॉ. राजीव भारद्वाज 10 मई शुक्रवार को नामांकन भरेंगे. नामांकन में भारी भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा. उसके बाद चुनावी रैलियों का बुखार चढ़ेगा. भाजपा का प्रयास है कि दो दिन में पीएम नरेंद्र मोदी की चार रैलियां हो जाएं. मंडी व कांगड़ा, हमीरपुर व शिमला या किसी अन्य क्रम में पीएम मोदी की सहूलियत के अनुसार रैलियां रखी जाएंगी. इसी तरह सीएम योगी आदित्यनाथ की रैलियां भी सभी लोकसभा क्षेत्रों में करवाने का प्रयास रहेगा. इसके अलावा अमित शाह व जेपी नड्डा भी जनसभाओं को संबोधित करेंगे. संभवत: जेपी नड्डा अन्य नेताओं के मुकाबले हिमाचल में प्रचार को अधिक समय देंगे. अभी जेपी नड्डा 8 मई को मंडी के नाचन में रैली करेंगे.
कांग्रेस को प्रियंका व राहुल का सहारा
कांग्रेस कार्यकर्ता प्रियंका वाड्रा व राहुल गांधी की जनसभाओं के लिए प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस की हिमाचल इकाई प्रियंका वाड्रा की अधिक से अधिक जनसभाएं करवाना चाहती है. राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में टॉप पर हैं. इसके अलावा कांग्रेस मुखिया मल्लिकार्जुन खड़गे व राजस्थान से युवा नेता सचिन पायलट की जनसभाएं होंगी. कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी शिमला संसदीय क्षेत्र में प्रियंका वाड्रा व राहुल गांधी की एक से अधिक रैलियों का प्रयास करेंगे. ये देखना भी दिलचस्प होगा कि जी-23 समूह में अपनी बात मजबूती से रखने वाले आनंद शर्मा के क्षेत्र में प्रियंका अथवा राहुल रैली करते हैं या नहीं. इसके अलावा कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू व डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री है. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू निरंतर प्रचार में डटे हैं. डिप्टी सीएम ने विधानसभा उपचुनाव के लिए खासकर ऊना जिले में डेरा डाला हुआ है.
रोड शो के जरिए भी होगा प्रचार
कांग्रेस व भाजपा के स्टार प्रचारकों के रोड शो करवाने का प्रयास भी किया जाएगा. देखा गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी के रोड शो में काफी भीड़ उमड़ती है. समय का अभाव न हुआ तो पीएम मोदी का मंडी या धर्मशाला में रोड शो हो सकता है. इसी प्रकार कांग्रेस की तरफ से प्रियंका वाड्रा का रोड शो करवाने की कोशिश रहेगी. भाजपा की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की रैलियां भी करवाई जाएंगी.
शक्ति प्रदर्शन से मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश
दोनों ही दल अपने प्रमुख नेताओं की रैली में भीड़ जुटाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. भीड़ से विरोधी पार्टी पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश रहती है. हालांकि भीड़ चुनाव में विजय का पैमाना नहीं है, लेकिन फिर भी हर दल भीड़ जुटाने में पीछे नहीं रहना चाहता. यहां बता दें कि 2017 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुजानपुर में भारी रैली की थी, लेकिन प्रेम कुमार धूमल चुनाव हार गए थे. इसी प्रकार 2022 में पीएम नरेंद्र मोदी ने नालागढ़ में लखविंदर सिंह राणा के पक्ष में बड़ी जनसभा संबोधित की थी. उस रैली में पीएम ने राणा से अपने पुराने लगाव की चर्चा भी की, परंतु लखविंदर ये चुनाव हार गए थे.
वरिष्ठ मीडिया कर्मी धनंजय शर्मा का कहना है कि हिमाचल में मंडी, कांगड़ा व हमीरपुर इस समय चर्चित सीटों में शुमार हैं. हिमाचल में भाजपा चार जीरो का स्कोर दोहराना चाहेगी. वहीं, प्रदेश की सत्ता में विराजमान कांग्रेस की कोशिश रहेगी कि भाजपा का विजयी रथ रोका जाए. हमीरपुर सीट पर सीएम व डिप्टी सीएम की प्रतिष्ठा का सवाल है. ऐसे में चुनाव प्रचार में जोश भरने के लिए दोनों ही दल स्टार प्रचारकों की तरफ नजर टिकाए हुए हैं.
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