करनाल: सभी राजनीतिक पार्टियां वोट बैंक बढ़ाने के लिए धरातल पर काम कर रही हैं. इस बीच लोकसभा चुनाव को लेकर ईटीवी भारत ने करनाल लोकसभा सीट के मतदाताओं से लोकसभा चुनाव के बारे में चर्चा की और जाना कि लोकसभा चुनाव को लेकर उनका मूड क्या है. वर्तमान से करनाल लोकसभा सीट से बीजेपी के संजय भाटिया सांसद हैं.
करनाल लोकसभा सीट के मतदाता सुमित ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि हरियाणा की सभी सीटों में से करनाल लोकसभा सीट सबसे अहम मानी जाती है, क्योंकि करनाल से ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर विधायक बनकर मुख्यमंत्री चुने गए थे. लेकिन मौजूदा हालातों में ऐसा लग रहा है कि ये सीएम सिटी ना होकर एक क्राइम सिटी बन गई है. क्योंकि यहां पर अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि करनाल में अगर विकास कार्यों की बात करें, उनके मौजूदा सांसद जो भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़े थे. यहां पर भारी मतों से उनको जीत हासिल मिली थी, लेकिन इतना विकास वो उनके क्षेत्र में नहीं कर पाए जितना करना चाहिए था. हालांकि ये भी मालूम है कि हर कोई अपने सभी वादे पूरे नहीं करता, लेकिन इन्होंने उतने भी नहीं किया. जितने काम उनको करने चाहिए थे. इसलिए वो चाहते हैं कि अबकी बार यहां से कोई नया सांसद आए. चाहे वो किसी भी पार्टी से हो, लेकिन इमानदार छवि का हो, जो आम लोगों के बीच में रहकर उनकी समस्या को सुन सके.
'मूलभूत सुविधाओं की कमी': धर्मवीर सिंह ने कहा कि मौजूदा सांसद यहां की जनता की उम्मीद पर 50% काम ही कर पाए हैं, हालांकि वो एक ईमानदार छवि के आदमी हैं, लेकिन विकास कार्य इतने नहीं हो पाए. जितने होने चाहिए थे. कुल मिलाकर उनकी नजर में बीजेपी के सांसद संजय भाटिया ठीक हैं, लेकिन कहीं ना कहीं विकास के क्षेत्र में कमजोर रहे हैं. इसलिए वो चाहते हैं कि अबकी बार उनके लोकसभा क्षेत्र से शिक्षित ईमानदार और मिलनसार व्यक्ति को टिकट दिया जाए, बाकी वो लोगों से मिलकर उनकी समस्या जान सके और उसका समाधान कर सके. करनाल लोकसभा के गांव में 5 साल के कार्यकाल में वो एक बार भी नहीं आए.
बीजेपी सांसद से नाराज लोग: राजेश बेनीवाल ने ईटीवी भारत से बताया कि करनाल लोकसभा सीट करनाल और पानीपत दो जिलों की विधानसभा सीटों से मिलकर बनी हुई है. हालांकि सीट का नाम करनाल लोकसभा सीट है, लेकिन मौजूदा सांसद पानीपत से आते हैं. जिसके चलते वो करनाल के गांवों में गए तक नहीं. ऐसे में वो इस सांसद को दोबारा से अपना सांसद नहीं चुनना चाहते, इतना ही नहीं वो बीजेपी के सांसद से इतना परेशान हो चुके हैं कि वो बीजेपी का सांसद नहीं चाहते. अबकी बार किसी अन्य पार्टी का वो सांसद अपने लोकसभा क्षेत्र से चाहते हैं.