शिमला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. पीएम मोदी ने अपने दूसरे घर हिमाचल को फिर से प्रतिनिधित्व दिया है. जेपी नड्डा केंद्र सरकार की कैबिनेट में शामिल किए गए हैं. जेपी नड्डा ने राजनाथ सिंह, अमित शाह व नितिन गडकरी के बाद चौथे नंबर पर हिंदी में शपथ ली.
इससे पहले भी जेपी नड्डा केंद्र सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. जेपी नड्डा इस प्रकार दूसरी बार पीएम नरेंद्र मोदी की टीम में शामिल हुए हैं. इतिहास के आइने में देखें तो राजकुमारी अमृत कौर, वीरभद्र सिंह, पंडित सुखराम, शांता कुमार, आनंद शर्मा व अनुराग ठाकुर के साथ ही जेपी नड्डा कुल सात नेता केंद्र सरकार में मंत्री बने हैं. वहीं, हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी है.
रविवार देर शाम राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में शपथ समारोह आयोजित किया गया. जेपी नड्डा का नाम पहले ही कैबिनेट मंत्रियों की सूची में था. अनुराग ठाकुर को इस बार कैबिनेट में जगह नहीं मिली है. संभवत: वे संगठन में किसी अहम पद पर भेजे जाएंगे. जेपी नड्डा पहले केंद्रीय मंत्री रहे, फिर उन्हें संगठन में भेजा गया. नड्डा को जनवरी 2020 में अध्यक्ष पद का दायित्व दिया गया. सितंबर 2022 में उनका कार्यकाल बढ़ाया गया था. अब जेपी नड्डा मोदी कैबिनेट में शामिल किए गए हैं. हिमाचल से पहले राजकुमारी अमृत कौर भी स्वास्थ्य मंत्री रही हैं. उनके बाद जेपी नड्डा स्वास्थ्य मंत्री रहे. पंडित सुखराम संचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे. शांता कुमार खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग संभाल चुके हैं. अनुराग ठाकुर संचार मंत्रालय व खेल मंत्रालय के अलावा वित्त मंत्रालय में भी राज्यमंत्री रहे हैं. आनंद शर्मा विदेश मंत्रालय व वाणिज्य मंत्रालय देख चुके हैं. वीरभद्र सिंह इस्पात मंत्री रहे हैं. वे नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्यमंत्री भी रहे हैं.
संगठन व सरकार का व्यापक अनुभव:
जगत प्रकाश नड्डा को संगठन व सरकार का व्यापक अनुभव है. छात्र राजनीति से निकले जेपी नड्डा ने दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के मुखिया का दायित्व उठाया. उन्होंने वर्ष 1978 में एबीवीपी से जुड़कर छात्र राजनीति की पारी आरंभ की फिर वर्ष 1991 से 1994 के बीच भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. वर्ष 2014 में पहली बार नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री बनने से पहले वह नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह के अध्यक्ष रहते पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे.
इससे पहले 2012 और 2018 में बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा भेजा. वे पहली बार 1993 में हिमाचल प्रदेश से विधायक चुने गये थे और 1994 से लेकर 1998 तक राज्य विधानसभा में पार्टी के नेता रहे. इसके बाद वे दोबारा 1998 में फिर विधायक चुने गये, इस बार उन्हें स्वास्थ्य और संसदीय मामलों का मंत्री बनाया गया. वर्ष 2007 में उन्हें फिर से चुनाव जीतने का अवसर मिला तब वे प्रेम कुमार धूमल की सरकार में वन-पर्यावरण, विज्ञान व टेक्नोलॉजी विभाग के मंत्री रहे. बाद में 20 जनवरी 2020 को उन्हें भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. सितम्बर 2022 में जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल बढ़ाकर जून 2024 तक कर दिया गया. अब वे मोदी 3.0 में मंत्री बने हैं.