बहराइच/सुलतानपुरः भेड़ियों के बाद अब जिले में सियारों ने आतंक मचा रखा है. सिर्फ बहराइच में ही नहीं अन्य जिलों में सियारों द्वारा लोगों पर हमले करने का मामले सामने आ रहा है. खेत गए एक युवक युवक पर पागल सियार ने हमला कर दिया. हमले में युवक के हाथ में गम्भीर जख्म हो गया. शोर मचाने पर गांव के लोग लाठी डण्डा लेकर इकट्ठा हो गए और सियार को पीटकर मार डाला. सूचना पर पुलिस और वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच कर रहे हैं.
जरवलरोड थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत करनई निवासी अक्षय प्रताप सिंह गुरुवार को सुबह खेत पर गए थे. इसी दौरान गन्ने के खेत में छिपे पागल सियार ने अक्षय पर हमला कर दिया. अक्षय के शोर मचाने पर गांव के कई लोग लाठी-डंडा लेकर खेत की तरफ दौड़े तो देखा पागल सियार अक्षय के हाथ को अपने जबड़े में जकड़े हुए है. ग्रामीणों ने सियार पर लाठी-डण्डों से हमला कर अक्षय का हाथ छुडाया. इसके बाद पीट-पीट कर सियार को मार डाला. हालांकि पहले लोग सियार को भेड़िया समझ रहे थे. ग्रामीणों की सूचना पर क्षेत्रीय सिपाही प्रदीप सिंह और अवधेश यादव करनई गांव पहुंचे और सूचना वन विभाग को दी. वन क्षेत्राधिकारी कैसरगंज अभिषेक सिंह ने टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. ग्रामीणों ने बताया कि अब तक गांव के आधा दर्जन जानवरों को भी सियार काट कर घायल कर चुका है. वन क्षेत्राधिकारी ने लोगों से कहा कि जानवरों के हिंसक होने पर तुरंत सूचना वन विभाग को दें, जिससे त्वरित कार्रवाई की जा सके.
दावा, भेड़िये ने बच्चे पर हमला कर किया घायल
वहीं, जिस क्षेत्र में भेड़ियों ने हमला करके कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. उसी महसी क्षेत्र के मंगलपुरवा के रहने वाले 11 साल के सरल पर जानवर ने हमला कर दिया. जिससे सरल घायल हो गया. महसी स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने घायल बच्चे बहराइच रेफर कर दिया, जहां उसका इलाज चल रहा है. सरल की मां ने बताया कि बेटा स्कूल गया था. वह बेटे को स्कूल से घर लेने गई थी. इसी दौरान धान के खेत में छिपा भेड़िया बच्चे की गर्दन पकड़ ली. उसने शोर मचाया तो तीन-चार लोग आए, तब भेड़िया वापस भाग कर धान के खेत में घुस गया. इसके बाद प्रधान को सूचना दी. बेटे के गर्दन और मुंह पर हमला कर घायल कर दिया है. वहीं, वन विभाग ने भेड़िये द्वारा हमला किये जाने से साफ इंकार किया है. डीएफओ बहराइच अजीत सिंह का कहना कि घटना की जांच की है. मौके पर न तो भेड़िये के पग मार्क मिले हैं न ही कोई अन्य संकेत, जिससे कहा जा सके कि ये घटना भेड़िये द्वारा की गई है.
सुलतानपुर में दो महिलाओं का किया घायल, एक सियार को वन विभाग ने पकड़ा
वहीं, सुलतानपुर दियरा बाज़ार में एक चिकन की दुकान में सियार घुस गया. दुकानदार ने उसे कैद कर लिया, करीब 16 घंटे बाद वन विभाग की टीम ने रेसक्यू करके उसे पकड़ लिया. मुड़हा में दो महिलाओं पर सियार ने हमला कर घायल कर दिया. मोतिगरपुर थाना क्षेत्र के दियरा बाजार में राम बहादुर यादव अपने रॉयल चिकन शॉप बुधवार रात राम भोजन बना रहा था. राम बहादुर ने बताया कि कमरे में तख्त पर था तभी पीछे से एक वन्यजीव कमरे में आकर उस हमला कर दिया. जैसे ही हमला किया वह कूदकर बाहर निकल आया और दरवाजा बंद कर दिया. इस दौरान वन्यजीव के नाखून बाएं पैर के घुटनों पर लग चुके थे. जानकारी होते ही दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों मौके पर लाठी-डंडों के साथ जमा हो गए. ग्राम प्रधान रवींद्र कुमार ने वन विभाग को सूचना दी. वन विभाग की टीम के न पहुंचने पर ग्रामीणों ने कमरे में ताला बंद कर दिया. गुरुवार को वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. इसके बाद खैरहा में लगे पिंजरे को मंगाकर सियार का रेस्क्यू किया और पिंजरे में बंद कर मेडिकल के लिए भेज दिया. इस दौरान मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई, जिसे नियंत्रित करने के लिए उपनिरीक्षक भुआली प्रसाद पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे.
रेबिज से संक्रमित सियार हो गया था खूंखार
वहीं, वन क्षेत्र कादीपुर अंतर्गत थाना क्षेत्र के ही मुड़हा गांव निवासी पुष्पा सिंह पत्नी सूर्यनाथ सिंह (50 वर्ष) और रीता पत्नी आनंद सिंह (35 वर्ष) गांव में एक व्यक्ति से घर से लौट रही थीं. घर के समीप पहुंची ही थी कि सियार ने हमला कर दिया. हमले में पुष्पा के चेहरे व दोनों हाथों को बुरी तरह से जख्मी हो गए. बचाने का प्रयास कर रही रीता को भी कई जगह से काटकर घायल कर दिया. रेंजर कादीपुर विनय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की जानकारी पर टीम पहुंची थी. हमला करने वाला सियार मृत पाया गया है. शव पोस्टमार्टम कराया गया है. पशु चिकित्साधिकारी ढ़ेमा डॉ आरए चौधरी ने बताया कि मृत सियार में रेबीज का संक्रमण पाया गया है. रेबीज संक्रमित होने के बाद वन्यजीव आक्रामक हो जाते हैं. ऐसी स्थिति में जो भी मिलता है, उसे काटने का प्रयास करते हैं. सियार अनियंत्रित होकर भगाने के प्रयास में किसी कठोर वस्तु से टकराने पर सिर में गंभीर चोट आने से मौत हो गई.