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गजब की तकनीक! 'अग्नि रक्षक' डिवाइस बनकर तैयार, आग लगने से पहले ही कर देगा अलर्ट

Indore Agni Rakshak Device: इंदौर के राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र ने एक ऐसा डिवाइस बनाकर तैयार किया है जो आग लगने से पहले ही अलर्ट कर देगा. अग्नि रक्षक नामक इस डिवाइस से तापमान की लाइव मॉनिटरिंग भी हो सकेगी.

Indore Agni Rakshak Device
फायर फाइटिंग डिवाइस अग्नि रक्षक तैयार
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 23, 2024, 7:46 PM IST

Updated : Feb 23, 2024, 8:57 PM IST

फायर फाइटिंग डिवाइस अग्नि रक्षक तैयार

इंदौर। देश भर में अब तक जितने भी अग्निशमन यंत्र तैयार किए गए हैं, वह आग लगने के बाद धुआं उठने पर अलार्म देने की तकनीक पर काम करते हैं. लेकिन इंदौर के राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र ने ऐसा फायर फाइटिंग डिवाइस तैयार किया है जो आग लगने से पहले ही अलार्म के जरिए अलर्ट करने का काम करेगा. अग्नि रक्षक नामक यह डिवाइस जल्द ही गैस पाइपलाइन पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री और बड़े अस्पताल में अग्नि सुरक्षा के लिए उपयोग में लाया जा सकेगा.

घटना से पहले बजेगा अलार्म

दरअसल हर क्षेत्र में तकनीकी के बढ़ते उपयोग के मद्देनजर अब तक दूरसंचार के क्षेत्र में उपयोग में लाई जाने वाली ऑप्टिकल फाइबर केबल का उपयोग फायर सेंसर के जरिए हीट डिटेक्शन के लिए हो सकेगा. इस तकनीकी पर राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र के वैज्ञानिकों ने फाइबर सेंसर एंड ऑप्टिकल स्पेक्ट्रोस्कॉपी क्षेत्र में रिसर्च के बाद अग्नि रक्षक नमक एक अनूठा यंत्र तैयार किया गया है. जिसमें एक मॉनिटर की मदद से कई किलोमीटर क्षेत्र में पहले गैस पाइपलाइन पेट्रोकेमिकल प्लांट के परिसरों आदि में आग लगने की घटना अलार्म के जरिए रोकी जा सकेगी.

टनल, अस्पतालों में किया जा सकता है इंस्टॉल

इतना ही नहीं अग्नि रक्षक तैयार करने की तकनीक से ऑप्टिकल फाइबर केवल के उपयोग से परिसर में तापमान की लाइव मॉनिटरिंग भी हो सकेगी. इसके लिए परिसरों में लगने वाले पाइपलाइन अथवा नेटवर्क लाइन के साथ ऑप्टिकल फाइबर केबल भी डाली जाएगी जो एक हीट सेंसर मॉनिटर से जुड़ी रहेगी. आरआर कैट के वैज्ञानिक मनोज कुमार सक्सेना के मुताबिक ''इस तकनीक के जरिए किसी भी बड़ी टनल अथवा गैस पाइपलाइन और अस्पतालों में इसे आसानी से इंस्टॉल किया जा सकता है.''

ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिए निगरानी

मनोज कुमार सक्सेना के मुताबिक, ''मॉनिटर पर तापमान और लंबाई को फिक्स करके पूरे क्षेत्र में ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिए निगरानी रखी जा सकती है लिहाजा जहां भी एब्नार्मल ही डिस्प्ले होगा फॉरेन अग्नि रक्षक यंत्र का डिवाइस में लगा सायरन बजने लगेगा. ऐसी स्थिति में आग लगने के पहले ही निश्चित स्थान पर तापमान बढ़ने अथवा वस्तु स्थिति की सूचना डिवाइस द्वारा दे दी जाएगी.''

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आग से हर साल करोड़ों का नुकसान

देश में फिलहाल बड़े अग्निकांड से सामान्य जन एवं बड़ी इमारत की सुरक्षा अभी भी फायर ब्रिगेड और नगरीय निकायों के लिए चुनौती बनी हुई है. अधिकांश घटनाओं में आग लगने के बाद किसी तरह बुझाने जाने के बाद संबंधित घटनास्थल पर काफी नुकसान हो चुका होता है. यही वजह है कि राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र के वैज्ञानिकों ने इस डिवाइस के जरिए तापमान को ट्रेस करके अलार्म देने और पूर्व सूचना दे सकने की प्रणाली पर विकसित किया है. जिसकी उपयोगिता इस बात से तय होती है कि डिवाइस के तैयार होते ही इस क्षेत्र में काम करने वाली पांच कंपनियों ने इसे तैयार करके बाजार में लॉन्च करने का एमओयू आरआर कैट के साथ किया है.

फायर फाइटिंग डिवाइस अग्नि रक्षक तैयार

इंदौर। देश भर में अब तक जितने भी अग्निशमन यंत्र तैयार किए गए हैं, वह आग लगने के बाद धुआं उठने पर अलार्म देने की तकनीक पर काम करते हैं. लेकिन इंदौर के राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र ने ऐसा फायर फाइटिंग डिवाइस तैयार किया है जो आग लगने से पहले ही अलार्म के जरिए अलर्ट करने का काम करेगा. अग्नि रक्षक नामक यह डिवाइस जल्द ही गैस पाइपलाइन पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री और बड़े अस्पताल में अग्नि सुरक्षा के लिए उपयोग में लाया जा सकेगा.

घटना से पहले बजेगा अलार्म

दरअसल हर क्षेत्र में तकनीकी के बढ़ते उपयोग के मद्देनजर अब तक दूरसंचार के क्षेत्र में उपयोग में लाई जाने वाली ऑप्टिकल फाइबर केबल का उपयोग फायर सेंसर के जरिए हीट डिटेक्शन के लिए हो सकेगा. इस तकनीकी पर राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र के वैज्ञानिकों ने फाइबर सेंसर एंड ऑप्टिकल स्पेक्ट्रोस्कॉपी क्षेत्र में रिसर्च के बाद अग्नि रक्षक नमक एक अनूठा यंत्र तैयार किया गया है. जिसमें एक मॉनिटर की मदद से कई किलोमीटर क्षेत्र में पहले गैस पाइपलाइन पेट्रोकेमिकल प्लांट के परिसरों आदि में आग लगने की घटना अलार्म के जरिए रोकी जा सकेगी.

टनल, अस्पतालों में किया जा सकता है इंस्टॉल

इतना ही नहीं अग्नि रक्षक तैयार करने की तकनीक से ऑप्टिकल फाइबर केवल के उपयोग से परिसर में तापमान की लाइव मॉनिटरिंग भी हो सकेगी. इसके लिए परिसरों में लगने वाले पाइपलाइन अथवा नेटवर्क लाइन के साथ ऑप्टिकल फाइबर केबल भी डाली जाएगी जो एक हीट सेंसर मॉनिटर से जुड़ी रहेगी. आरआर कैट के वैज्ञानिक मनोज कुमार सक्सेना के मुताबिक ''इस तकनीक के जरिए किसी भी बड़ी टनल अथवा गैस पाइपलाइन और अस्पतालों में इसे आसानी से इंस्टॉल किया जा सकता है.''

ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिए निगरानी

मनोज कुमार सक्सेना के मुताबिक, ''मॉनिटर पर तापमान और लंबाई को फिक्स करके पूरे क्षेत्र में ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिए निगरानी रखी जा सकती है लिहाजा जहां भी एब्नार्मल ही डिस्प्ले होगा फॉरेन अग्नि रक्षक यंत्र का डिवाइस में लगा सायरन बजने लगेगा. ऐसी स्थिति में आग लगने के पहले ही निश्चित स्थान पर तापमान बढ़ने अथवा वस्तु स्थिति की सूचना डिवाइस द्वारा दे दी जाएगी.''

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Last Updated : Feb 23, 2024, 8:57 PM IST
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