शिमला: राज्यसभा चुनावों के बाद हिमाचल में सियासी पारा एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है. विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अयोग्य करार दिए गए 6 विधायकों के मामले पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. वहीं, दूसरी तरफ निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा व कांग्रेस के बागी चैतन्य के पिता के खिलाफ शिमला के बालूगंज थाना में मामला दर्ज हुआ है. इन सभी घटनाक्रम के बीच कांग्रेस अपना कुनबा एकजुट करने में जुट गई है.
रविवार को अचानक कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के सरकारी आवास ओक ओवर में हुई. इस बैठक में हिमाचल में पैदा हुए राजनीतिक हालात पर विस्तृत चर्चा की गई. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी विधायकों के साथ विस्तृत चर्चा की व उनका पक्ष भी जाना. वहीं, सोमवार को रिज पर कांग्रेस मशाल जुलूस निकालने जा रही है. जिसमें सभी विधायकों को शामिल होने को कहा है. ये जलूस भाजपा द्वारा सरकार को अस्थिर करने को लेकर निकाला जा रहा है.
बैठक में नहीं पहुंचे कई विधायक
विधायक दल की बैठक अचानक बुलाई गई. दोपहर बाद ही विधायकों को इस बैठक के लिए मैसेज भेजा गया. रविवार को विधायक अपने अपने कार्यक्रमों में व्यस्त थे. जिसके चलते कुछेक विधायक इस बैठक में उपस्थित नहीं हो पाए. डिप्टी सीएम भी बैठक में नहीं पहुंचे. हालांकि काफी विधायक देर रात शिमला पहुंचे. वहीं, अब सोमवार शाम को दोबारा से विधायक दल की बैठक की जा सकती है.
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