शिमला: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के विधानसभा स्पीकर के फैसले पर बवाल जारी है. प्रदेश के दोनों ही बड़े राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस अयोग्य ठहराए गए विधायकों को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इसी के तहत सातवें राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष नंद लाल और राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया ने भाजपा को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर बागी कांग्रेस विधायकों के प्रवक्ता बन कर रोज बयानबाजी कर रहे हैं.
कांग्रेस नेताओं ने BJP से पूछे सवाल
नंद लाल और भवानी सिंह पठानिया ने कहा कि भाजपा को प्रदेश की जनता के सामने बागियों के साथ अपने रिश्ते को स्पष्ट करना चाहिए. आखिर क्या वजह है कि जयराम ठाकुर व भाजपा के अन्य नेता बागियों का बचाव कर रहे हैं? भाजपा को ये भी बताना होगा कि विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए गए विधायकों का फाइव स्टार होटलों में रहने और एक स्थान से दूसरे स्थान पर हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेन से लाने और ले जाने का खर्च कौन उठा रहा है? किसके आदेशों पर अयोग्य ठहराए गए विधायकों को सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस की सुरक्षा दी गई है? उन्होंने कहा कि भाजपा और विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर को इन सवालों का जवाब को देना होगा.
जयराम पर सत्ता की भूख का आरोप
कांग्रेस नेता नंद लाल और भवानी सिंह पठानिया ने जयराम ठाकुर पर सत्ता की भूख होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश रची है. नेता प्रतिपक्ष लगातार जनादेश का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पांच साल सत्ता में रहते हुए भाजपा सरकार ने लोगों को ठगने का काम किया. इसके बाद अब विपक्ष में बैठकर जयराम झूठ बोलकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को आत्म चिंतन करने की सलाह देते हुए विधानसभा चुनाव मिली हार को स्वीकार करने की सलाह दी है.
भाजपा पर अवसरवादी राजनीति का आरोप
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को संवैधानिक संस्थाओं में पूरा भरोसा है. वहीं, भाजपा नेताओं से सत्ता का मोह नहीं छूट रहा है. उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर भली-भांति जानते हैं कि प्रदेश की जनता अवसरवादी राजनीति को पसंद नहीं करती है और आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार निश्चित है. इसलिए भाजपा कई तरह के हथकंडे अपना रही है और कांग्रेस की चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है, लेकिन भाजपा का ये षड्यंत्र कामयाब नहीं होने वाला है.