भाजपा विधायक दल की बैठक पार्टी के सीनियर लीडर व विधायक विपिन सिंह परमार की अध्यक्षता में शिमला में सर्किट हाउस में हुई. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के दिल्ली रवाना होने के कारण परमार ने की अगुवाई की. बैठक में सतपाल सत्ती, रणधीर शर्मा, हंस राज, प्रकाश राणा, पवन काजल, सुरेंद्र शौरी, दिलीप ठाकुर, दीपराज, रणवीर निक्का, विनोद कुमार, बलबीर वर्मा, इंदर सिंह गांधी, रीना कश्यप, जवाहर ठाकुर, जनक राज, लोकिंद्र कुमार और भाजपा महामंत्री बिहारी लाल शर्मा उपस्थित रहे.
इस्तीफा देकर दिल्ली रवाना हुए केएल ठाकुर, आशीष शर्मा और होशियार सिंह, जयराम ठाकुर भी साथ - Himachal News Live Update
By ETV Bharat Himachal Pradesh Team
Published : Mar 22, 2024, 10:50 AM IST
|Updated : Mar 22, 2024, 7:56 PM IST
19:17 March 22
19:17 March 22
शिमला में बीजेपी की विधायक दल की बैठक
16:28 March 22
इस्तीफा देकर दिल्ली रवाना हुए निर्दलीय
शुक्रवार को हिमाचल के तीनों निर्दलीय विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के बाद तीनों निर्दलीय विधायक दिल्ली रवाना हो गए. उनके साथ नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी थे. दिल्ली में 6 बागी और 3 निर्दलीय विधायक बीजेपी ज्वाइन करेंगे. विधानसभा के सचिव यशपाल शर्मा को इस्तीफा देने के बाद केएल ठाकुर, आशीष शर्मा और होशियार सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से भी मुलाकात की.
15:43 March 22
राजेंद्र राणा की शायराना पोस्ट पर सुधीर शर्मा का कमेंट
राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले राजेंद्र राणा ने एक बार फिर शायराना अंदाज में सोशल मीडिया पर पोस्ट की है और अपनी आगामी रणनीति की ओर इशारा किया है. राजेंद्र राणा ने लिखा 'ये राहें ही ले जाएंगी अब मंजिल तक, तुम अपना अंधेरा अपने पास रखो, हम तो उजाला लेकर आएंगे, वादियों को नई रोशनी का एहसास कराएंगे'. राजेंद्र राणा की एस पोस्ट पर एक अन्य कांग्रेस के बागी सुधीर शर्मा ने कमेंट करते हुए लिखा कि 'चलती हुई कहानियों के जवाब तो बहोत हैं मेरे पास, लेकिन खत्म हुए किस्सों के लिए, खामोशी ही काफी है'. गौरतलब है कि इससे पहले भी सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं की ऐसी जुगलबंदी नजर आ चुकी है जिसमें एक नेता की सोशल मीडिया पोस्ट पर दूसरा कमेंट करता है. दरअसल ये दोनों ही अपनी सरकार को लगातार कटघरे में खड़ा कर रहे थे और सरकार को चुनाव के दौरान किए वादे याद दिला रहे थे. राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग के बाद इन दोनों नेताओं ने मीडिया और सोशल मीडिया के जरिये सरकार और मुख्यमंत्री सुक्खू पर कई बार हमले किए.
15:17 March 22
केएल ठाकुर का बड़ा बयान
विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद नालागढ़ से विधायक केएल ठाकुर ने कहा कि हमें लगता है कि मौजूदा हालात में हमारा विधायक बने रहने का कोई औचित्य नहीं बनता था. राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय के ऊपर कोई दबाव नहीं होता. इसलिये हमने अपने हिसाब से जो ठीक लगा उसे वोट दिया. कांग्रेस ने बाहरी उम्मीदवार को राज्यसभा का टिकट दिया, अगर हम कांग्रेस उम्मीदवार को वोट देते तो हमपर प्रश्न चिन्ह लगता. इसलिये हमने विचारधारा के हिसाब से सही काम किया. उसके बाद हमारे एफआईआर दर्ज हो रही हैं, कारोबार बंद हो रहे हैं. हम पर बिकने के आरोप लग रहे हैं लेकिन अगर हम कांग्रेस को वोट देते तो हमें भी ऐसा लगता लेकिन हमने बीजेपी उम्मीदवार को वोट दिया.
15:06 March 22
आशीष शर्मा का सीएम सुक्खू पर वार
विधानसभा सचिव को इस्तीफा देने के बाद आशीष शर्मा ने कहा कि वो अपनी स्वेच्छा से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि सीएम ओछी राजनीति कर रहे हैं और कोई काम नहीं कर रहे. आशीष शर्मा ने साफ किया कि वो बीजेपी से चुनाव लड़ेंगे और पार्टी की तरफ से उन्हें टिकट का आश्वासन मिल गया है. आशीष शर्मा के मुताबिक कुल 9 नेता बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. इसमें 6 कांग्रेस के बागी और 3 निर्दलीय विधायक शामिल हैं. जो जल्द ही बीजेपी में शामिल होंगे.
14:54 March 22
इस्तीफे के बाद राज्यपाल से मिलेंगे तीनों निर्दलीय
हिमाचल के तीनों निर्दलीय विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इन तीनों विधायकों ने भी राज्यसभा में बीजेपी उम्मीदवार को वोट दिया था. विधानसभा सचिव को इस्तीफा सौंपने के बाद ये तीनों राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मुलाकात करेंगे. राजभवन से इन तीनों को 3 बजे का समय मिला है.
14:30 March 22
तीनों निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा
हिमाचल के तीन निर्दलीय विधायकों केएल ठाकुर, आशीष शर्मा और होशियार सिंह ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. ये तीनों विधायक शुक्रवार दोपहर बाद हिमाचल विधानसभा पहुंचे जहां इन्होंने विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इस दौरान नेता विपक्ष जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे. विधानसभा पहुंचने पर इन तीनों ने नेता विपक्ष जयराम ठाकुर के साथ मुलाकात की थी. बताया जा रहा है कि इस्तीफा देने के बाद ये तीनों दिल्ली रवाना होंगे. जहां ये तीनों बीजेपी का दामन थामेंगे. दरअसल गुरुवार को कांग्रेस के 6 बागियों के साथ-साथ इन तीनों ने भी जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि जल्द ही ये 9 विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
14:23 March 22
तीन निर्दलीय विधायक पहुंचे विधानसभा
हिमाचल में तेजी से बदलते सियासी घटनाक्रम के बीच तीन निर्दलीय विधायक विधानसभा पहुंचे हैं. जहां वो नेता प्रतिपक्ष के साथ बैठक कर रहे हैं. ये तीनों विधायक विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर दिल्ली लौट जाएंगे. जिसके बाद ये तीनों भी दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. गुरुवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ कांग्रेस के 6 बागियों और इन तीन निर्दलीय विधायकों ने भी मुलाकात की थी. जिसके बाद हिमाचल में सियासी हलचल बढ़ गई है.
12:43 March 22
शिमला में बीजेपी विधायक दल की बैठक
हिमाचल में सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है. इस बीच बीजेपी ने विधायक दल की बैठक बुला ली है. आज शाम 6 बजे शिमला में बीजेपी के सभी विधायक जुटेंगे. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि जल्द ही हिमाचल की सियासत में कुछ बड़ा होने वाला है.
दरअसल कांग्रेस के बागी विधायक बर्खास्तगी के बाद से पंचकूला और ऋषिकेश होते हुए दिल्ली पहुंचे तो हलचल तेज हो गई थी. इस बीच गुरुवार को पहले अनुराग ठाकुर और फिर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बागियों की मुलाकात ने साफ इशारा कर दिया है कि हिमाचल में जो सियासी खेला राज्यसभा चुनाव के दौरान शुरू हुआ था. वो अंजाम तक पहुंचने वाला है. गुरुवार रात को जेपी नड्डा के आवास पर बागी विधायकों की जेपी नड्डा के साथ करीब एक घंटे से ज्यादा मुलाकात हुई. इस दौरान 3 निर्दलीय विधायक भी मौजूद थे. इसके अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल भी साथ थे.
11:04 March 22
इंद्रदत्त लखनपाल ने सीएम सुक्खू पर साधा निशाना
बागी विधायक इंद्रदत्त लखनपाल को नगर निगम शिमला ने नोटिस जारी किया है. ये नोटिस शिमला सहित भवन को लेकर जारी किया गया है. इंद्रदत लखनपाल ने फेसबुक पर नोटिस शेयर करते हुए सुक्खू सरकार पर निशाना साधा है.
इंद्रदत लखनपाल ने फेसबुक पर लिखा, 'आज हुजूर की ओर से फरमान आया है. 253 का नोटिस दिया है. बताओ कि तुम्हारा घर क्यों न तोड़ दिया जाए ? मेरा घर तो लोगों के दिलों में है. पर खैर दिल भी तोड़ ही दिए आपने. मैं बहुत समय चुप रहा. बहुत चीजें ऐसी बोल सकता हूं जो शायद मुख्यमंत्री जी को भीतर तक चुभ जाएं. पार्टी में रहा हूं, बहुत कुछ जानता हूं, मगर कृतघ्न नहीं हूं.'
इंद्रदत ने आगे लिखा, 'मैंने पहले भी कहा कि मैं कार्यकर्ताओं के दर्द लेकर कई बार मुख्यमंत्री से मिला, लेकिन मुझे कहा गया कि "मेरे लोग तो कह रहे हैं कि सरकार बहुत अच्छी चल रही है, सब सुखी हैं". मैंने तब भी कहा था और आज भी कह रहा हूं- आपके लोग आपको भ्रमित करते हैं. 1500 रुपये के फॉर्म हमने भी भरवाए थे. बड़सर की महिलाएं पूछती थीं कि भाई जी कब मिलेंगे पैसे ? नौजवान भी पूछते थे की कब मिलेगा रोजगार ? कब निकलेंगे रिजल्ट? वादे बहुत थे, पर जब-जब आपको याद करवाया, तब-तब फटकार और आश्वासन के सिवा कुछ मिला नहीं. आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चुनाव नहीं लड़ना चाहते. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कह रहीं हैं कि कार्यकर्त्ता हताश है, उनके काम नहीं हो रहे. ये तब जब आपने सबको कैबिनेट रैंक बांट दिए और अब ट्रांसफर भी रोज कर रहे हो, फिर भी प्रदेशाध्यक्ष को ये सब कहना पड़ रहा है. ऐसे में अपनी विधायकी की परवाह न करते हुए आपको जगाना किसी को तो करना पड़ता. दिल बड़ा रखिए मुख्यमंत्री जी. सरकारें द्वेष से नहीं प्रेम से चला करती हैं'.
10:19 March 22
जेपी नड्डा से मिले 6 बागी विधायक
शिमला: हिमाचल प्रदेश में सियासी उठापटक का दौर अभी थमता नजर नहीं आ रहा है. बागी विधायकों और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच सियासी संग्राम का सिलसिला जारी है. इसी बीच हिमाचल कांग्रेस के 6 बागी विधायकों ने भाजपा के राष्ट्रीय जेपी नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल भी वहां पर मौजूद रहे. बागी विधायकों और जेपी नड्डा के बीच करीब 1 घंटे तक मुलाकात चली. वहीं, इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. कयास लगाए जा रहे हैं कि बागी विधायक अब भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
गौरतलब है कि हिमाचल के 6 बागी विधायकों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने विधायकों की अयोग्यता पर रोक लगाने से इनकार किया है और 6 मई तक हिमाचल में विधानसभा उप चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया से 14 दिनों में जवाब मांगा है. मई के दूसरे हफ्ते में मामले में सुनवाई होगी. बता दें की इन 6 बागी विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग की थी. जिसके चलते विधानसभा अध्यक्ष ने बागी विधायकों को अयोग्य साबित कर इनकी सदस्यता रद्द कर दी थी.
19:17 March 22
19:17 March 22
शिमला में बीजेपी की विधायक दल की बैठक
भाजपा विधायक दल की बैठक पार्टी के सीनियर लीडर व विधायक विपिन सिंह परमार की अध्यक्षता में शिमला में सर्किट हाउस में हुई. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के दिल्ली रवाना होने के कारण परमार ने की अगुवाई की. बैठक में सतपाल सत्ती, रणधीर शर्मा, हंस राज, प्रकाश राणा, पवन काजल, सुरेंद्र शौरी, दिलीप ठाकुर, दीपराज, रणवीर निक्का, विनोद कुमार, बलबीर वर्मा, इंदर सिंह गांधी, रीना कश्यप, जवाहर ठाकुर, जनक राज, लोकिंद्र कुमार और भाजपा महामंत्री बिहारी लाल शर्मा उपस्थित रहे.
16:28 March 22
इस्तीफा देकर दिल्ली रवाना हुए निर्दलीय
शुक्रवार को हिमाचल के तीनों निर्दलीय विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के बाद तीनों निर्दलीय विधायक दिल्ली रवाना हो गए. उनके साथ नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी थे. दिल्ली में 6 बागी और 3 निर्दलीय विधायक बीजेपी ज्वाइन करेंगे. विधानसभा के सचिव यशपाल शर्मा को इस्तीफा देने के बाद केएल ठाकुर, आशीष शर्मा और होशियार सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से भी मुलाकात की.
15:43 March 22
राजेंद्र राणा की शायराना पोस्ट पर सुधीर शर्मा का कमेंट
राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले राजेंद्र राणा ने एक बार फिर शायराना अंदाज में सोशल मीडिया पर पोस्ट की है और अपनी आगामी रणनीति की ओर इशारा किया है. राजेंद्र राणा ने लिखा 'ये राहें ही ले जाएंगी अब मंजिल तक, तुम अपना अंधेरा अपने पास रखो, हम तो उजाला लेकर आएंगे, वादियों को नई रोशनी का एहसास कराएंगे'. राजेंद्र राणा की एस पोस्ट पर एक अन्य कांग्रेस के बागी सुधीर शर्मा ने कमेंट करते हुए लिखा कि 'चलती हुई कहानियों के जवाब तो बहोत हैं मेरे पास, लेकिन खत्म हुए किस्सों के लिए, खामोशी ही काफी है'. गौरतलब है कि इससे पहले भी सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं की ऐसी जुगलबंदी नजर आ चुकी है जिसमें एक नेता की सोशल मीडिया पोस्ट पर दूसरा कमेंट करता है. दरअसल ये दोनों ही अपनी सरकार को लगातार कटघरे में खड़ा कर रहे थे और सरकार को चुनाव के दौरान किए वादे याद दिला रहे थे. राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग के बाद इन दोनों नेताओं ने मीडिया और सोशल मीडिया के जरिये सरकार और मुख्यमंत्री सुक्खू पर कई बार हमले किए.
15:17 March 22
केएल ठाकुर का बड़ा बयान
विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद नालागढ़ से विधायक केएल ठाकुर ने कहा कि हमें लगता है कि मौजूदा हालात में हमारा विधायक बने रहने का कोई औचित्य नहीं बनता था. राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय के ऊपर कोई दबाव नहीं होता. इसलिये हमने अपने हिसाब से जो ठीक लगा उसे वोट दिया. कांग्रेस ने बाहरी उम्मीदवार को राज्यसभा का टिकट दिया, अगर हम कांग्रेस उम्मीदवार को वोट देते तो हमपर प्रश्न चिन्ह लगता. इसलिये हमने विचारधारा के हिसाब से सही काम किया. उसके बाद हमारे एफआईआर दर्ज हो रही हैं, कारोबार बंद हो रहे हैं. हम पर बिकने के आरोप लग रहे हैं लेकिन अगर हम कांग्रेस को वोट देते तो हमें भी ऐसा लगता लेकिन हमने बीजेपी उम्मीदवार को वोट दिया.
15:06 March 22
आशीष शर्मा का सीएम सुक्खू पर वार
विधानसभा सचिव को इस्तीफा देने के बाद आशीष शर्मा ने कहा कि वो अपनी स्वेच्छा से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि सीएम ओछी राजनीति कर रहे हैं और कोई काम नहीं कर रहे. आशीष शर्मा ने साफ किया कि वो बीजेपी से चुनाव लड़ेंगे और पार्टी की तरफ से उन्हें टिकट का आश्वासन मिल गया है. आशीष शर्मा के मुताबिक कुल 9 नेता बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. इसमें 6 कांग्रेस के बागी और 3 निर्दलीय विधायक शामिल हैं. जो जल्द ही बीजेपी में शामिल होंगे.
14:54 March 22
इस्तीफे के बाद राज्यपाल से मिलेंगे तीनों निर्दलीय
हिमाचल के तीनों निर्दलीय विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इन तीनों विधायकों ने भी राज्यसभा में बीजेपी उम्मीदवार को वोट दिया था. विधानसभा सचिव को इस्तीफा सौंपने के बाद ये तीनों राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मुलाकात करेंगे. राजभवन से इन तीनों को 3 बजे का समय मिला है.
14:30 March 22
तीनों निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा
हिमाचल के तीन निर्दलीय विधायकों केएल ठाकुर, आशीष शर्मा और होशियार सिंह ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. ये तीनों विधायक शुक्रवार दोपहर बाद हिमाचल विधानसभा पहुंचे जहां इन्होंने विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इस दौरान नेता विपक्ष जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे. विधानसभा पहुंचने पर इन तीनों ने नेता विपक्ष जयराम ठाकुर के साथ मुलाकात की थी. बताया जा रहा है कि इस्तीफा देने के बाद ये तीनों दिल्ली रवाना होंगे. जहां ये तीनों बीजेपी का दामन थामेंगे. दरअसल गुरुवार को कांग्रेस के 6 बागियों के साथ-साथ इन तीनों ने भी जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि जल्द ही ये 9 विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
14:23 March 22
तीन निर्दलीय विधायक पहुंचे विधानसभा
हिमाचल में तेजी से बदलते सियासी घटनाक्रम के बीच तीन निर्दलीय विधायक विधानसभा पहुंचे हैं. जहां वो नेता प्रतिपक्ष के साथ बैठक कर रहे हैं. ये तीनों विधायक विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर दिल्ली लौट जाएंगे. जिसके बाद ये तीनों भी दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. गुरुवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ कांग्रेस के 6 बागियों और इन तीन निर्दलीय विधायकों ने भी मुलाकात की थी. जिसके बाद हिमाचल में सियासी हलचल बढ़ गई है.
12:43 March 22
शिमला में बीजेपी विधायक दल की बैठक
हिमाचल में सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है. इस बीच बीजेपी ने विधायक दल की बैठक बुला ली है. आज शाम 6 बजे शिमला में बीजेपी के सभी विधायक जुटेंगे. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि जल्द ही हिमाचल की सियासत में कुछ बड़ा होने वाला है.
दरअसल कांग्रेस के बागी विधायक बर्खास्तगी के बाद से पंचकूला और ऋषिकेश होते हुए दिल्ली पहुंचे तो हलचल तेज हो गई थी. इस बीच गुरुवार को पहले अनुराग ठाकुर और फिर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बागियों की मुलाकात ने साफ इशारा कर दिया है कि हिमाचल में जो सियासी खेला राज्यसभा चुनाव के दौरान शुरू हुआ था. वो अंजाम तक पहुंचने वाला है. गुरुवार रात को जेपी नड्डा के आवास पर बागी विधायकों की जेपी नड्डा के साथ करीब एक घंटे से ज्यादा मुलाकात हुई. इस दौरान 3 निर्दलीय विधायक भी मौजूद थे. इसके अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल भी साथ थे.
11:04 March 22
इंद्रदत्त लखनपाल ने सीएम सुक्खू पर साधा निशाना
बागी विधायक इंद्रदत्त लखनपाल को नगर निगम शिमला ने नोटिस जारी किया है. ये नोटिस शिमला सहित भवन को लेकर जारी किया गया है. इंद्रदत लखनपाल ने फेसबुक पर नोटिस शेयर करते हुए सुक्खू सरकार पर निशाना साधा है.
इंद्रदत लखनपाल ने फेसबुक पर लिखा, 'आज हुजूर की ओर से फरमान आया है. 253 का नोटिस दिया है. बताओ कि तुम्हारा घर क्यों न तोड़ दिया जाए ? मेरा घर तो लोगों के दिलों में है. पर खैर दिल भी तोड़ ही दिए आपने. मैं बहुत समय चुप रहा. बहुत चीजें ऐसी बोल सकता हूं जो शायद मुख्यमंत्री जी को भीतर तक चुभ जाएं. पार्टी में रहा हूं, बहुत कुछ जानता हूं, मगर कृतघ्न नहीं हूं.'
इंद्रदत ने आगे लिखा, 'मैंने पहले भी कहा कि मैं कार्यकर्ताओं के दर्द लेकर कई बार मुख्यमंत्री से मिला, लेकिन मुझे कहा गया कि "मेरे लोग तो कह रहे हैं कि सरकार बहुत अच्छी चल रही है, सब सुखी हैं". मैंने तब भी कहा था और आज भी कह रहा हूं- आपके लोग आपको भ्रमित करते हैं. 1500 रुपये के फॉर्म हमने भी भरवाए थे. बड़सर की महिलाएं पूछती थीं कि भाई जी कब मिलेंगे पैसे ? नौजवान भी पूछते थे की कब मिलेगा रोजगार ? कब निकलेंगे रिजल्ट? वादे बहुत थे, पर जब-जब आपको याद करवाया, तब-तब फटकार और आश्वासन के सिवा कुछ मिला नहीं. आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चुनाव नहीं लड़ना चाहते. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कह रहीं हैं कि कार्यकर्त्ता हताश है, उनके काम नहीं हो रहे. ये तब जब आपने सबको कैबिनेट रैंक बांट दिए और अब ट्रांसफर भी रोज कर रहे हो, फिर भी प्रदेशाध्यक्ष को ये सब कहना पड़ रहा है. ऐसे में अपनी विधायकी की परवाह न करते हुए आपको जगाना किसी को तो करना पड़ता. दिल बड़ा रखिए मुख्यमंत्री जी. सरकारें द्वेष से नहीं प्रेम से चला करती हैं'.
10:19 March 22
जेपी नड्डा से मिले 6 बागी विधायक
शिमला: हिमाचल प्रदेश में सियासी उठापटक का दौर अभी थमता नजर नहीं आ रहा है. बागी विधायकों और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच सियासी संग्राम का सिलसिला जारी है. इसी बीच हिमाचल कांग्रेस के 6 बागी विधायकों ने भाजपा के राष्ट्रीय जेपी नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल भी वहां पर मौजूद रहे. बागी विधायकों और जेपी नड्डा के बीच करीब 1 घंटे तक मुलाकात चली. वहीं, इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. कयास लगाए जा रहे हैं कि बागी विधायक अब भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
गौरतलब है कि हिमाचल के 6 बागी विधायकों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने विधायकों की अयोग्यता पर रोक लगाने से इनकार किया है और 6 मई तक हिमाचल में विधानसभा उप चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया से 14 दिनों में जवाब मांगा है. मई के दूसरे हफ्ते में मामले में सुनवाई होगी. बता दें की इन 6 बागी विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग की थी. जिसके चलते विधानसभा अध्यक्ष ने बागी विधायकों को अयोग्य साबित कर इनकी सदस्यता रद्द कर दी थी.