चंडीगढ़: हरियाणा में आज से 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं. हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने इसके लिए राज्यभर में 1431 परीक्षा केंद्र स्थापित किए हैं. इस बार कुल 5,16,787 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होंगे, जिनमें 2,72,421 लड़के और 2,44,366 लड़कियां हैं. 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 27 फरवरी से शुरू हुईं, जबकि 10वीं की परीक्षाएं 28 फरवरी से आरंभ होंगी। ये परीक्षाएं दोपहर 12:30 बजे से 3:30 बजे तक आयोजित की जाएंगी.
नकल पर सख्ती के लिए विशेष इंतजाम: परीक्षाओं में पारदर्शिता और नकल पर रोकथाम के लिए बोर्ड ने कड़े कदम उठाए हैं. इसके तहत 219 उड़नदस्तों का गठन किया गया है, जो परीक्षा केंद्रों पर औचक निरीक्षण करेंगे. इसके अलावा, अधिकांश केंद्रों पर CCTV लगाए गए हैं. प्रश्न पत्रों को सुरक्षित रखने के लिए उनमें QR कोड और हिडन सिक्योरिटी फीचर शामिल किए गए हैं, ताकि पेपर लीक की किसी भी संभावना को रोका जा सके.
प्रवेश पत्र के लिए बोर्ड का निर्देश: बोर्ड सचिव अजय चोपड़ा ने बताया कि सभी परीक्षार्थियों को अपने प्रवेश पत्र का रंगीन प्रिंट A4 साइज पेपर पर डाउनलोड करना अनिवार्य है. मुक्त विद्यालय के छात्रों को पिछले रोल नंबर, नाम, माता-पिता के नाम और रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ प्रवेश पत्र प्राप्त करना होगा. कुल 4,75,620 नियमित और 41,167 मुक्त विद्यालय छात्र इस बार परीक्षा में भाग लेंगे.
उड़नदस्तों की सक्रियता: परीक्षा की निगरानी के लिए बोर्ड ने व्यापक स्तर पर उड़नदस्तों की व्यवस्था की है. इसमें बोर्ड अध्यक्ष, सचिव, जिला प्रश्न पत्र उड़नदस्ते, रैपिड एक्शन फोर्स और STF के दस्ते शामिल हैं. परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा-163 लागू की गई है और फोटोस्टेट दुकानों व कोचिंग सेंटरों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं.
पेपर लीक पर होगी कड़ी कार्रवाई: बोर्ड ने चेतावनी दी है कि यदि किसी केंद्र से पेपर लीक का मामला सामने आता है, तो संबंधित अधीक्षक, पर्यवेक्षक और छात्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. प्रश्न पत्रों पर अल्फा न्यूमेरिक कोड और QR कोड के जरिए यह पता लगाया जा सकेगा कि लीक कहां से हुआ. यह कदम परीक्षा की विश्वसनीयता को बनाए रखने के लिए उठाया गया है.
CCTV से निगरानी: बोर्ड अध्यक्ष के अनुसार, इस बार अधिकतर परीक्षा केंद्र CCTV कैमरों की निगरानी में रहेंगे. यह व्यवस्था न केवल पेपर लीक को रोकने में मदद करेगी, बल्कि परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता भी सुनिश्चित करेगी। छात्रों और अभिभावकों ने इन कदमों का स्वागत किया है.