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पिता की डांट से सपनों के शहर मुबंई में ग्वालियर का युवक बना बड़ा आदमी, आधार से परिवार मिला

Aadhaar Card Introduce Son from Family: ग्वालियर के एक युवक की ये कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है. एक नाबालिग युवक घर से भागता है और मुंबई में एक बड़ा आदमी बन जाता है.परिवार वाले आधार कार्ड की मदद से उसे ढूंढ लेते हैं.

Aadhaar Card Introduce Son from Family
घर से भागे युवक को आधार कार्ड ने परिवार से फिर मिलवाया
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 24, 2024, 5:39 PM IST

Updated : Jan 24, 2024, 5:57 PM IST

ग्वालियर। पिता की डांट से घर से भागकर मुंबई जाना और वहां संघर्ष कर बड़ा आदमी बनना और फिर दोबारा अपने परिवार से मिलना. अक्सर आपने इस प्रकार से जुड़ी कई फिल्में देखी होगीं. ग्वालियर के एक युवक की कहानी भी कुछ ऐसी ही फिल्मों से मिलती जुलती है. शहर के हजीरा क्षेत्र में रहने वाले एक नाबालिग युवक 6 साल पहले पिता की डांट से नाराज होकर घर से भाग गया लेकिन उसने घर छोड़ने के बाद मुंबई मे अपना एक मुकाम भी बनाया और आधार कार्ड की मदद से परिवार से फिर मिला.अब माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं हैं.

पिता की डांट से बेटा घर से भागा

साल 2018 में थाना हजीरा क्षेत्र के गदाईपुरा से एक नाबालिग युवक घर से भाग गया था. जिसमें फरियादी पिता महेन्द्र राजपूत ने दिनांक 20.09.2018 को अपने पुत्र आशू राजपूत के गायब होने के संबंध में थाना हजीरा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. फरियादी की रिपोर्ट पर थाना हजीरा में प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था.काफी प्रयास के बाद भी उस समय घर से भागे युवक का पता नहीं चल पाया था.

मुंबई में बनाया मुकाम

बात ज्यादा पुरानी नहीं है 6 साल पहले एक नाबालिग को पढ़ाई को लेकर उसके माता पिता उसको डांट लगा देते हैं और छुटपुट मारपीट भी कर देते हैं.आए दिन होने वाली इन घटनाओं से परेशान और नाराज वो लड़का अपना घर ही छोड़ देता है, और सीधे पहुंचता है सपनों के शहर मुंबई. इस बात से बेखबर कि उसके माता पिता किस हाल में हैं वह मुंबई में बड़ा आदमी बनने का सपना देखता है और उस राह पर चलने भी लगता है. इस दौरान वह पढ़ाई भी करता है और अपने भविष्य को संवारता है. ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करता है और आखिरकार एक रियल एस्टेट कंपनी में अच्छी नौकरी भी करने लगता है. पढ़ने में कहानी पूरी फिल्मी लग रही है लेकिन ये सही घटना है.

आधार कार्ड ने परिवार से फिर मिलवाया

कुछ दिन पहले परिवार वालों के अनुरोध पर सीएसपी महाराजपुरा के मार्गदर्शन में पुलिस की एक विशेष टीम बनाई गई. जांच के दौरान गायब युवक के पिता से उसके गायब होने का कारण व तात्कालिक परिस्थितियों के संबंध में पूछताछ की गई. पुलिस टीम द्वारा गायब हुए युवक का पुराना आधार कार्ड प्राप्त किया और उसके आधार कार्ड पर जारी हुई मोबाइल सिमों की जानकारी निकाली गई. जिसमें से एक सिम वर्तमान में मुम्बई में एक्टिव पाई गई. जिस पर से पुलिस की एक टीम को मुम्बई भेजा गया. मुम्बई में पुलिस टीम तकनीकी सहायता के आधार पर उस युवक के ठिकाने पर पहुंची और उसे ढूंढ़ निकाला. वर्तमान में युवक बालिग हो चुका है.

ये भी पढ़ें:

माता-पिता हुए भावुक

पुलिस ने युवक आशू राजपूत से जब घर से भागने के संबंध में पूछताछ की तो उसने बताया कि मेरे पिताजी ट्यूशन न जाने पर मारपीट करते थे. जिससे नाराज होकर घर से भागकर मुम्बई आ गया था. यहांं उसने कुछ दोस्त बनाए जिन्होंने मेरी मदद की थी. यह युवक मुम्बई में बिल्डर्स के यहां काम कर रहा है और अच्छा खासा कमा रहा है. जिसे पुलिस टीम मुम्बई से ग्वालियर लेकर आई. थाने में युवक आपने माता पिता को देखकर भावुक हो गया. पुलिस द्वारा गुमशुदा युवक को उसके माता पिता से मिला दिया गया. उनसे मिलकर गुमशुदा खुश हो गया, साथ ही पिता को बेटे की तरक्की देखकर खुशी भी हुई.

ग्वालियर। पिता की डांट से घर से भागकर मुंबई जाना और वहां संघर्ष कर बड़ा आदमी बनना और फिर दोबारा अपने परिवार से मिलना. अक्सर आपने इस प्रकार से जुड़ी कई फिल्में देखी होगीं. ग्वालियर के एक युवक की कहानी भी कुछ ऐसी ही फिल्मों से मिलती जुलती है. शहर के हजीरा क्षेत्र में रहने वाले एक नाबालिग युवक 6 साल पहले पिता की डांट से नाराज होकर घर से भाग गया लेकिन उसने घर छोड़ने के बाद मुंबई मे अपना एक मुकाम भी बनाया और आधार कार्ड की मदद से परिवार से फिर मिला.अब माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं हैं.

पिता की डांट से बेटा घर से भागा

साल 2018 में थाना हजीरा क्षेत्र के गदाईपुरा से एक नाबालिग युवक घर से भाग गया था. जिसमें फरियादी पिता महेन्द्र राजपूत ने दिनांक 20.09.2018 को अपने पुत्र आशू राजपूत के गायब होने के संबंध में थाना हजीरा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. फरियादी की रिपोर्ट पर थाना हजीरा में प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था.काफी प्रयास के बाद भी उस समय घर से भागे युवक का पता नहीं चल पाया था.

मुंबई में बनाया मुकाम

बात ज्यादा पुरानी नहीं है 6 साल पहले एक नाबालिग को पढ़ाई को लेकर उसके माता पिता उसको डांट लगा देते हैं और छुटपुट मारपीट भी कर देते हैं.आए दिन होने वाली इन घटनाओं से परेशान और नाराज वो लड़का अपना घर ही छोड़ देता है, और सीधे पहुंचता है सपनों के शहर मुंबई. इस बात से बेखबर कि उसके माता पिता किस हाल में हैं वह मुंबई में बड़ा आदमी बनने का सपना देखता है और उस राह पर चलने भी लगता है. इस दौरान वह पढ़ाई भी करता है और अपने भविष्य को संवारता है. ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करता है और आखिरकार एक रियल एस्टेट कंपनी में अच्छी नौकरी भी करने लगता है. पढ़ने में कहानी पूरी फिल्मी लग रही है लेकिन ये सही घटना है.

आधार कार्ड ने परिवार से फिर मिलवाया

कुछ दिन पहले परिवार वालों के अनुरोध पर सीएसपी महाराजपुरा के मार्गदर्शन में पुलिस की एक विशेष टीम बनाई गई. जांच के दौरान गायब युवक के पिता से उसके गायब होने का कारण व तात्कालिक परिस्थितियों के संबंध में पूछताछ की गई. पुलिस टीम द्वारा गायब हुए युवक का पुराना आधार कार्ड प्राप्त किया और उसके आधार कार्ड पर जारी हुई मोबाइल सिमों की जानकारी निकाली गई. जिसमें से एक सिम वर्तमान में मुम्बई में एक्टिव पाई गई. जिस पर से पुलिस की एक टीम को मुम्बई भेजा गया. मुम्बई में पुलिस टीम तकनीकी सहायता के आधार पर उस युवक के ठिकाने पर पहुंची और उसे ढूंढ़ निकाला. वर्तमान में युवक बालिग हो चुका है.

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माता-पिता हुए भावुक

पुलिस ने युवक आशू राजपूत से जब घर से भागने के संबंध में पूछताछ की तो उसने बताया कि मेरे पिताजी ट्यूशन न जाने पर मारपीट करते थे. जिससे नाराज होकर घर से भागकर मुम्बई आ गया था. यहांं उसने कुछ दोस्त बनाए जिन्होंने मेरी मदद की थी. यह युवक मुम्बई में बिल्डर्स के यहां काम कर रहा है और अच्छा खासा कमा रहा है. जिसे पुलिस टीम मुम्बई से ग्वालियर लेकर आई. थाने में युवक आपने माता पिता को देखकर भावुक हो गया. पुलिस द्वारा गुमशुदा युवक को उसके माता पिता से मिला दिया गया. उनसे मिलकर गुमशुदा खुश हो गया, साथ ही पिता को बेटे की तरक्की देखकर खुशी भी हुई.

Last Updated : Jan 24, 2024, 5:57 PM IST
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