गिरिडीह: महिलाओं के नाम पर फर्जी तरीके से लोन निकालने के बाद रफूचक्कर हुए व्यक्ति को पुलिस अभी तक ढूंढ नहीं सकी है. एफआईआर दर्ज होने के बाद से पुलिस लगातार जांच करने की बात कह रही है. दूसरी तरफ इस मामले को लेकर भाकपा माले का तेवर सख्त होता जा रहा है.
भाकपा माले इस मामले को लेकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रहा है. धनवार के पूर्व विधायक सह भाकपा माले नेता राजकुमार यादव ने इस मामले को काफी गंभीर बताया है. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में माले नेता इसे बड़ा घोटाला बताया है. उन्होंने कहा कि जमडार में यह मामला खुल गया लेकिन इस तरह की घटना और जगह हुई होगी.
राजकुमार यादव ने कहा कि महिलाओं-युवतियों को झांसा देने का काम सिर्फ एक व्यक्ति नहीं कर सकता. इसमें फाइनेंस कम्पनी के कई लोग शामिल हो सकते हैं. इस मामले की जांच गंभीरता से होनी चाहिए. भाकपा माले जिले के एसपी से यह मांग करता है कि जांच के लिए विशेष टीम का गठन हो, जो हर बिंदू को जांचे. उससे पहले फाइनेंस कम्पनी पर भी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस कांड का मुख्य आरोपी जहां भी छिपा हो उसकी न सिर्फ गिरफ्तारी होनी चाहिए बल्कि उसकी सम्पति को भी जब्त किया जाना चाहिए. ऐसा नहीं होने पर भाकपा माले आंदोलन की रुपरेखा तैयार करेगी.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि गावां के जमडार की लगभग 120 महिलाओं और युवती के नाम पर फर्जी तरीके से लोन निकालने का मामला सामने आया है. यहां की महिलाओं का आरोप है कि गांव का रवि ने अपने साथी के साथ मिलकर महिलाओं के नाम पर फर्जी लोन निकाला. जब महिलाओं के यहां फाइनेंस कंपनी के एजेंट आने लगे और पैसा की मांग करने लगे तो इसका खुलासा हुआ. कहा गया एक करोड़ से अधिक का फर्जीवाड़ा कर रवि फरार हो गया. इतना ही नहीं उसने गांव का घर भी बेच दिया. इस मामले में दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायी गई है. हालांकि मामले में अभी तक पुलिस ने कुछ विशेष कार्रवाई नहीं की है.
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