बागेश्वर: जिले के धरमघर वन रेंज में एक गांव में गुलदार घायल अवस्था में मिला. जिससे ग्रामीण दहशत में आ गए. ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. सूचना के बाद वन विभाग की टीम रेस्क्यू के लिए गांव पहुंची और गुलदार को रेस्क्यू के बाद उपचार के लिए रेंज कार्यालय ले जाया गया. गुलदार के गांव में आने से ग्रामीण दहशत में हैं. उन्होंने गांव में पिंजड़ा लगाने की भी मांग की है.
कांडा तहसील के नाघर माजिला गांव के बीच एक गुलदार घायल अवस्था में पहुंच गया. वह रास्ते में बेहोश होकर पड़ा हुआ था. गुलदार के जिंदा होने की आशंका के चलते ग्रामीण उसके पास तक नहीं फटके. पूर्व जिपं सदस्य वीरेंद्र नगरकोटी ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. सूचना के बाद रेंजर प्रदीप कांडपाल वन कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे. टीम ने गुलदार को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया. उसके बाद गुलदार को इलाज के लिए वन रेंज कार्यालय धरमघर ले जाया गया. जहां पशुपालन विभाग डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं.
रेंजर कांडपाल ने बताया कि गुलदार के कमर में अधिक चोट है. वह किसी जानवर के शिकार करते वक्त गिर गया और चोटिल हो गया है. गौर हो कि पर्वतीय अंचलों में गुलदार का आतंक काफी समय से देखने को मिल रहा है. गुलदार कई लोगों को अपना निवाला बना चुके हैं. कई बार ग्रामीण वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाने की मांग करते रहे हैं. जिससे गुलदार की धमक से निजात मिल सके. वहीं आए दिन कहीं ना कहीं से गुलदार के हमले की खबर सामने आती रही है.
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