लखनऊ: म्यांमार में बंधक बनाए गए राजधानी के गुडंबा में रहने वाले एक इंजिनियर सागर और उसके दोस्त अजय और राहुल को वापस भारत लाने के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय ने कार्रवाई शुरू कर दी है. मंत्रालय ने म्यांमार दूतावास के अफसरों को सागर व उसके दोस्तों से संपर्क कर उन्हें छुड़ाने के लिए कहा है. बता दें, बीते दिनों सागर के भाई जोगेंद्र ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. इतना ही नहीं सागर के दोस्तों ने वीडियो जारी कर भारत सरकार से मदद मांगी थी.
दरअसल, राजधानी में गुडंबा के आधारखेड़ा गांव निवासी प्रॉपर्टी डीलर जोगिंदर चौहान ने लखनऊ के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके मुताबिक, उनके 24 वर्षीय भाई सागर चौहान ने सिविल से बीटेक किया है. 26 मार्च 2024 को वह बसहा गांव के रहने वाले अपने दोस्त राहुल उर्फ आरुष गौतम के साथ मलेशिया में नौकरी करने के लिए गया था, लेकिन उसे म्यांमार ले जाया गया.
साथ में उसके दोस्त राहुल और बाराबंकी का अजय कुमार भी है. जोगिंदर के मुताबिक 28 मार्च को उसके भाई सागर की कॉल आई थी. उसमें पहले उसने बताया कि वहां उसको बंधक बना लिया गया है और उसे बहुत टॉर्चर किया जा रहा है. इसके बात उससे फिरौती मांगी गई, जिस पर उसने तीन बार में 8 लाख 14 हजार रुपए दिए थे. इसके बाद से उसके भाई सागर से कोई भी संपर्क नही हो पा रहा है.
साइबर फ्रॉड करवाते थे, टारगेट न पूरा करने पर कर रहे टॉर्चर: शिकायतकर्ता जोगिंदर के मुताबिक, जब उसके भाई सागर को मलेशिया में ऑटो कंपनी में काम करवाने के नाम पर ले जाने के बहाने म्यांमार में ले जाया गया था तो उसके भाई ने कॉल कर बताया था कि म्यांमार में एक गैंग उससे साइबर फ्रॉड करवा रहे है. उससे भारत के नम्बर दिए जाते हैं और फिर उन पर कॉल कर साइबर ठगी करवाई जाती है.
इतना ही नहीं जबरन उन्हें टारगेट दिया जा रहा है. पूरा न हो पाने पर उन्हें टॉर्चर किया जाता है. वहीं सागर के दो दोस्तों राहुल और अजय कुमार ने म्यांमार से वीडियो बना कर भारत सरकार से उन्हे बचाने के लिए मदद मांगी है.