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एसटीएफ और पुलिस ने फर्जी जमानतदार गैंग का किया पर्दाफॉश, 40 हजार में तैयार करते थे नकली दस्तावेज - Fake Bail Gang in Agra

आगरा में लंबे समय से फर्जी और कूट रचित दस्तावेजों से जेल में बंद अपराधियों और आरोपियों की जमानत (Fake Bail Gang in Agra) कराने के खेल का पर्दाफॉश एसटीएफ और पुलिस ने किया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 23, 2024, 10:56 PM IST

आगरा में फर्जी जमानतदार गैंग का पर्दाफाश.

आगरा: आगरा कमिश्नरेट पुलिस और एसटीएफ आगरा यूनिट ने फर्जी जमानतदार गैंग का पर्दाफाश किया है. गैंग फर्जी और कूट रचित दस्तावेज तैयार करके मोटी रकम लेकर जमानत कराते थे. पुलिस और एसटीएफ ने मंगलवार को फर्जी जमानतदार गैंग के सात लोग दबोचे हैं. आरोपियों ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. आरोपियों के बताए गए तथ्य और नामों की पुलिस तस्दीक कर रही है. आरोपियों ने कई अधिवक्ताओं के नाम भी बताए हैं. उनके गैंग में शामिल हैं. जिनकी भी जल्द गिरफ्तारी होगी.

आगरा एसटीएफ के निरीक्षक यतींद्र शर्मा ने बताया कि शहर में फर्जी जमानतदारों के गैंग की सूचना मिली थी. जिस पर एसटीएफ टीम ने छानबीन शुरू की. इसमें एसटीएफ टीम को सूचना मिली कि राजपुर चुंगी क्षेत्र से अश्वनी और मेराज दीवानी जाने वाले हैं. आरोपी फर्जी जमानतदार गैंग में शामिल हैं. इस पर एसटीएफ और आगरा पुलिस टीम ने दोनों की घेराबंदी की. दोनों को मंगलवार दोपहर दबोच लिया. उनके पास से कूट रचित दस्तावेज और उपकरण मिले हैं.

एसीपी सदर पीयूष कांत के अनुसार एसटीएफ और थाना सदर बाजार की टीम ने सात अभियुक्त गिरफ्तार किए हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम अश्वनी कुमार निवासी राधेश्याम कॉलोनी, मारूती सिटी शमशाबाद रोड, मेराज हुसैन निवासी धूलियागंज (कोतवाली), उमाशंकर उर्फ बंटी निवासी भुडेरा (ताजगंज), प्रहलाद कुमार निवासी बल्केश्वर कॉलोनी (कमलानगर), मयंक गुप्ता निवासी भूड का बाग, शांतिनगर (कमलानगर), सुनील कुमार निवासी राधानगर (बल्केश्वर) और मोहित गुप्ता निवासी लोहिया नगर (कमलानगर) हैं. आरोपी कई लोगों को 500 रुपये की दिहाड़ी पर साथ लाते हैं. उन्हें जमानतदार बनाकर कोर्ट में पेश करते हैं.

30 से 40 हजार रुपये में कराते थे जमानत : एसीपी सदर पीयूष कांत ने बताया कि अभियुक्तों ने पूछताछ में खुलासा किया कि एक जमानत कराने के एवज में 30 से 40 हजार रुपये लेते थे. रुपये आने पर फर्जी और कूट रचित दस्तावेज तैयार किए जाते थे. जिन्हें अधिवक्ता की मिलीभगत से कोर्ट में दाखिल करके कूट रचित दस्तावेजों से जेल में निरुद्ध लोगों की जमानत कराई जाती थी. आरोपियों ने गैगस्टर समेत अन्य मामलों में जेल गए लोगों की जमानत कराई है. आरोपियों ने कई अधिवक्तों के नाम भी बताए हैं. जिनके बारे में छानबीन की जा रही है.

जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी. साथ ही गिरोह ने अब तक कितने लोगों की कूट रचित दस्तावेजों से जमानत कराई है. इसकी भी जांच की जा रही है. गिरफ्तार अभियुक्तों से 129 कूट रचित आधार कार्ड, 24 कूट रचित मोहरें, 35 कूट रचित फर्जी दस्तावेज, 49 पूर्व में कराई गई जमानत की आख्याएं, एक लैपटॉप, प्रिटर, दो बाइक के साथ ही 26 हजार रुपये बरामद किए हैं.

यह भी पढ़ें : आगरा में फर्जी जमानती का खेल, हत्या आरोपी और महिला तस्कर की बेल, हुई एफआईआर

यह भी पढ़ें : फ़िरोज़ाबाद में फर्जी जमानतदारों के खिलाफ अभियान, 99 पेशेवर जमानतदार चिन्हित

आगरा में फर्जी जमानतदार गैंग का पर्दाफाश.

आगरा: आगरा कमिश्नरेट पुलिस और एसटीएफ आगरा यूनिट ने फर्जी जमानतदार गैंग का पर्दाफाश किया है. गैंग फर्जी और कूट रचित दस्तावेज तैयार करके मोटी रकम लेकर जमानत कराते थे. पुलिस और एसटीएफ ने मंगलवार को फर्जी जमानतदार गैंग के सात लोग दबोचे हैं. आरोपियों ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. आरोपियों के बताए गए तथ्य और नामों की पुलिस तस्दीक कर रही है. आरोपियों ने कई अधिवक्ताओं के नाम भी बताए हैं. उनके गैंग में शामिल हैं. जिनकी भी जल्द गिरफ्तारी होगी.

आगरा एसटीएफ के निरीक्षक यतींद्र शर्मा ने बताया कि शहर में फर्जी जमानतदारों के गैंग की सूचना मिली थी. जिस पर एसटीएफ टीम ने छानबीन शुरू की. इसमें एसटीएफ टीम को सूचना मिली कि राजपुर चुंगी क्षेत्र से अश्वनी और मेराज दीवानी जाने वाले हैं. आरोपी फर्जी जमानतदार गैंग में शामिल हैं. इस पर एसटीएफ और आगरा पुलिस टीम ने दोनों की घेराबंदी की. दोनों को मंगलवार दोपहर दबोच लिया. उनके पास से कूट रचित दस्तावेज और उपकरण मिले हैं.

एसीपी सदर पीयूष कांत के अनुसार एसटीएफ और थाना सदर बाजार की टीम ने सात अभियुक्त गिरफ्तार किए हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम अश्वनी कुमार निवासी राधेश्याम कॉलोनी, मारूती सिटी शमशाबाद रोड, मेराज हुसैन निवासी धूलियागंज (कोतवाली), उमाशंकर उर्फ बंटी निवासी भुडेरा (ताजगंज), प्रहलाद कुमार निवासी बल्केश्वर कॉलोनी (कमलानगर), मयंक गुप्ता निवासी भूड का बाग, शांतिनगर (कमलानगर), सुनील कुमार निवासी राधानगर (बल्केश्वर) और मोहित गुप्ता निवासी लोहिया नगर (कमलानगर) हैं. आरोपी कई लोगों को 500 रुपये की दिहाड़ी पर साथ लाते हैं. उन्हें जमानतदार बनाकर कोर्ट में पेश करते हैं.

30 से 40 हजार रुपये में कराते थे जमानत : एसीपी सदर पीयूष कांत ने बताया कि अभियुक्तों ने पूछताछ में खुलासा किया कि एक जमानत कराने के एवज में 30 से 40 हजार रुपये लेते थे. रुपये आने पर फर्जी और कूट रचित दस्तावेज तैयार किए जाते थे. जिन्हें अधिवक्ता की मिलीभगत से कोर्ट में दाखिल करके कूट रचित दस्तावेजों से जेल में निरुद्ध लोगों की जमानत कराई जाती थी. आरोपियों ने गैगस्टर समेत अन्य मामलों में जेल गए लोगों की जमानत कराई है. आरोपियों ने कई अधिवक्तों के नाम भी बताए हैं. जिनके बारे में छानबीन की जा रही है.

जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी. साथ ही गिरोह ने अब तक कितने लोगों की कूट रचित दस्तावेजों से जमानत कराई है. इसकी भी जांच की जा रही है. गिरफ्तार अभियुक्तों से 129 कूट रचित आधार कार्ड, 24 कूट रचित मोहरें, 35 कूट रचित फर्जी दस्तावेज, 49 पूर्व में कराई गई जमानत की आख्याएं, एक लैपटॉप, प्रिटर, दो बाइक के साथ ही 26 हजार रुपये बरामद किए हैं.

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