टिहरी: आज यानी छह जुलाई से टिहरी बांध से बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा. पिछले एक महीने से टिहरी बांध जल विद्युत परियोजना से बिजली उत्पादन नहीं हो रहा था. बिजली उत्पादन रुकने के साथ ही बांध का पानी भी रोका गया था. इस कारण बांध से नीचे की ओर भागीरथी का पानी लगभग सूख गया था.
दरअसल टिहरी बांध जल विद्युत परियोजना के पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) के अंतिम चरण का काम चलने के कारण बांध से बिजली का उत्पादन इन दिनों ठप था. टिहरी हाइड्रो पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (टीएचडीसी) ने इसके लिए एक महीने का क्लोजर लिया था. 2 जुलाई को क्लोजर को तीन दिन के लिए और बढ़ा दिया गया था. एक हजार मेगावाट की क्षमता वाले पीएसपी का काम पूरा होने पर इससे उत्पादन शुरू हो गया. वर्तमान में एक हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन टिहरी बांध और चार सौ मेगावाट कोटेश्वर बांध से हो रहा है. इसके बन जाने से 2400 मेगावाट बिजली का उत्पादन टिहरी बांध से हो सकेगा.
टीएचडीसी के टिहरी बांध में इन दिनों पीएसपी के अंतिम चरण का काम किया जा रहा था. इसके लिए टीएचडीसी ने दो जून से एक महीने का क्लोजर लिया था. इस दौरान टिहरी बांध से बिजली उत्पादन बंद था. बांध से पानी भी नहीं छोड़ा जा रहा था. दो जुलाई को क्लोजर हटाया जाना था. लेकिन कुछ काम अभी शेष होने के कारण इसे पांच जुलाई तक बढ़ाया गया था. पीएसपी बनने से विद्युत उत्पादन क्षमता 2400 मेगावाट हो जाएगी.
टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक एलपी जोशी ने बताया कि छह जुलाई से टिहरी और कोटेश्वर बांध से बिजली उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा. इसी वर्ष से पीएसपी से भी बिजली उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा. साथ ही आज से टिहरी बांध से पूरी कैपेसिटी से पानी छोड़ा जाएगा.
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