रामनगर: नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र में जंगली जानवरों के आतंक से लोग काफी परेशान है. यहां आए दिन बाघ के हमले के मामले सामने आते रहते है. ताजा मामला कॉर्बेट नेशनल पार्क और रामनगर वन प्रभाग की सीमा पर रिंगोडा क्षेत्र का है, जहां बाघ ने जंगल में घास काट रही महिला पर हमला कर दिया और उसे घसीटकर जंगल में ले जाने लगा, लेकिन तभी महिला की बड़ी बहन में हिम्मत दिखाई और बाघ से लड़कर न सिर्फ अपनी बहन की जान बचाई, बल्कि बाघ के वहां से भगाने पर मजबूर भी किया.
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार शाम को करीब 5.30 बजे लीला देवी पत्नी कामदेव उम्र 40 वर्ष अपने बड़ी बहन तारा देवी और एक अन्य सरस्वती देवी के साथ रिगोड़ के पास जंगल में घास कटाने गई थी. बताया जा रहा है कि तीनों रामनगर- गर्जिया नेशनल हाईवे के किनारे घास काट ही रही थी, तभी वहां घात लगाए बैठे बाघ ने अचानक से लीला देवी पर हमला कर दिया.
बाघ लीला देवा का घसीटकर जंगल में ले जाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन तभी लीला देवी की बड़ी बहन तारा देवी ने हिम्मत दिखाई और बहन की जान बचाने के लिए बाघ से भिड़ गई. बाघ भी तारा देवी के हिम्मत के आगे हार मान गया और लीला देवी को वहीं छोड़कर जंगल की तरफ भाग गया.
बाघ से हमले से लीला देवी गंभीर रूप से घायल हो गई थी, जिन्हें रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय रामनगर में भर्ती कराया गया. जहां लीला देवी का उपचार चल रहा है. वहीं मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम भी हॉस्पिटल पहुंची और हादसे की जानकारी ली.
रामनगर वन प्रभाग के रेंज अधिकारी शेखर तिवारी ने बताया कि घटना शुक्रवार शाम की है. तीन महिलाएं रिंगोना के पास घास काट रही थी, तभी उन पर बाघ ने हमला कर दिया. बाघ हमले में घायल हुई महिला का हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है. महिला के शरीर पर कई जंगह बाघ के पंचों के निशाना है. हालांकि महिला अभी खतरे से बाहर है.
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