ETV Bharat / state

श्रीखंड महादेव के आंगन में लगा कचरे का ढेर, आस्था के नाम पर पवित्रता से खिलवाड़ - Garbage on Shrikhand Mountain

Garbage on Shrikhand Mountain: हिमाचल प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है. हर सालों हजारों श्रद्धालु प्रदेश में विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा करते हैं. इसमें से एक और सबसे दुर्गम यात्रा श्रीखंड महादेव की यात्रा है, लेकिन इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा साफ-सफाई का ध्यान बिल्कुल नहीं रखा जा रहा है. यात्रा में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं.

श्रीखंड महादेव के आंगन में लगा कचरे का ढेर
श्रीखंड महादेव के आंगन में लगा कचरे का ढेर (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jul 26, 2024, 2:46 PM IST

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से जाना जाता है. यहां के लोगों में देवी-देवताओं के प्रति गहरी श्रद्धा है, लेकिन श्रद्धा के नाम पर अब लोग देव स्थलों पर कचरे का ढेर भी छोड़ रहे हैं. आए दिन देवी देवता भी अपने गुर एवं हरियानों के जरिए लोगों को साफ-सफाई बनाए रखने के निर्देश दे रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी देवी-देवताओं के आदेश को श्रद्धालुओं के द्वारा अनसुना किया जा रहा है. ऐसा ही मामला अब श्रीखंड महादेव की यात्रा के दौरान भी सामने आया है. जहां पर श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन के नाम पर जगह-जगह कचरा के बड़े-बड़े ढेर लगाए गए हैं.

श्रीखंड महादेव के आंगन में लगा कचरे का ढेर
श्रीखंड महादेव के आंगन में लगा कचरे का ढेर (ETV Bharat)

हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन ने यात्रा में इकट्ठा किया कचरा
श्रीखंड महादेव यात्रा उत्तर भारत की सबसे दुर्गम यात्राओं में से एक है. इस यात्रा में भी जगह-जगह कचरा के ढेर देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन ने इस यात्रा के दौरान सारे कचरे को एकत्र कर बोरियों में भरकर नीचे बेस कैंप तक पहुंचाया. फाउंडेशन द्वारा श्रद्धालुओं से भी आग्रह किया गया कि वे अपने साथ ले जा रहे कचरे को वापस लाएं और यहां पर कचरे के निष्पादन के लिए उसे प्रशासन को सौंपे.

50 से ज्यादा बोरियों में कचरा भरकर बेस कैंप पहुंचाया
हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन की 35 सदस्य की टीम श्रीखंड महादेव की यात्रा के लिए रवाना हुई थी. जगह-जगह कचरा का ढेर देखकर उन्हें काफी बुरा भी लगा और टीम ने ये फैसला लिया कि वे अपने साथ कचरे को वापस लेकर जाएंगे. ऐसे में टीम द्वारा 50 से अधिक कचरे की बोरियों को बेस कैंप तक पहुंचाया गया है. इसके अलावा जिला परिषद कुल्लू के अध्यक्ष पंकज परमार भी अपनी टीम के साथ इस बार श्रीखंड यात्रा के विभिन्न बेस कैंप पर डटे हुए हैं. उनके द्वारा भी इस मार्ग पर पहले सफाई की गई थी और अब सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया जा रहा है कि वह धार्मिक स्थल की यात्रा को धार्मिक भावना के साथ ही करें और पिकनिक स्पॉट की तरह यहां पर कचरा बिल्कुल भी ना फैलाएं.

हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन ने चलाया सफाई अभियान
हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन ने चलाया सफाई अभियान (ETV Bharat)

फाउंडेशन एमडी की श्रद्धालुओं से अपील
हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन के एमडी आरपी नेगी ने बताया कि जब उनकी टीम ने यहां पर जगह-जगह कचरा के ढेर को देखा, तो उन्होंने इसे इकट्ठा करने का फैसला लिया और वह अपने साथ कचरे को लेकर बेस कैंप तक आ गए हैं. ऐसे में यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं से भी आग्रह कर रहे हैं कि अगर वो कोई कचरा अपने साथ ले जा रहे हैं, तो उसे अपने साथ ही वापस लाएं, ताकि ताकि श्रीखंड महादेव की पवित्रता और सुंदरता बनी रहे.

"कचरे के निष्पादन को लेकर जगह-जगह व्यवस्था की गई है. श्रद्धालुओं से भी आग्रह किया जा रहा है कि वह कचरे को बिल्कुल भी ना फैलाएं और इस यात्रा की पवित्रता को बनाए रखें." - मनमोहन सिंह, एसडीएम निरमंड

वहीं, लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी फाउंडेशन की सराहना करते हुए कहा कि सभी लोगों को इस बात पर विशेष ध्यान देना होगा और पहाड़ों को कचरे से बचाना होगा. ऐसे में फाउंडेशन के द्वारा जो कार्य किया गया वह सराहनीय है. प्रदेश सरकार भी लगातार पहाड़ों को साफ करने के काम में जुटी हुई है.

ये भी पढ़ें: श्रीखंड महादेव के मुरीद हुए विदेशी भक्त, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी से यात्रा के लिए कुल्लू पहुंचे विदेशी श्रद्धालु

ये भी पढ़ें: श्रीखंड यात्रा पर श्रद्धालुओं को मिलेगी ₹64 की चाय और 65 की मैगी, जानिए पूरी रेट लिस्ट

ये भी पढ़ें: शुरू हो गई है सबसे कठिन धार्मिक यात्रा, ये अमरनाथ समेत अन्य यात्राओं से भी मुश्किल क्यों है ?

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से जाना जाता है. यहां के लोगों में देवी-देवताओं के प्रति गहरी श्रद्धा है, लेकिन श्रद्धा के नाम पर अब लोग देव स्थलों पर कचरे का ढेर भी छोड़ रहे हैं. आए दिन देवी देवता भी अपने गुर एवं हरियानों के जरिए लोगों को साफ-सफाई बनाए रखने के निर्देश दे रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी देवी-देवताओं के आदेश को श्रद्धालुओं के द्वारा अनसुना किया जा रहा है. ऐसा ही मामला अब श्रीखंड महादेव की यात्रा के दौरान भी सामने आया है. जहां पर श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन के नाम पर जगह-जगह कचरा के बड़े-बड़े ढेर लगाए गए हैं.

श्रीखंड महादेव के आंगन में लगा कचरे का ढेर
श्रीखंड महादेव के आंगन में लगा कचरे का ढेर (ETV Bharat)

हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन ने यात्रा में इकट्ठा किया कचरा
श्रीखंड महादेव यात्रा उत्तर भारत की सबसे दुर्गम यात्राओं में से एक है. इस यात्रा में भी जगह-जगह कचरा के ढेर देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन ने इस यात्रा के दौरान सारे कचरे को एकत्र कर बोरियों में भरकर नीचे बेस कैंप तक पहुंचाया. फाउंडेशन द्वारा श्रद्धालुओं से भी आग्रह किया गया कि वे अपने साथ ले जा रहे कचरे को वापस लाएं और यहां पर कचरे के निष्पादन के लिए उसे प्रशासन को सौंपे.

50 से ज्यादा बोरियों में कचरा भरकर बेस कैंप पहुंचाया
हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन की 35 सदस्य की टीम श्रीखंड महादेव की यात्रा के लिए रवाना हुई थी. जगह-जगह कचरा का ढेर देखकर उन्हें काफी बुरा भी लगा और टीम ने ये फैसला लिया कि वे अपने साथ कचरे को वापस लेकर जाएंगे. ऐसे में टीम द्वारा 50 से अधिक कचरे की बोरियों को बेस कैंप तक पहुंचाया गया है. इसके अलावा जिला परिषद कुल्लू के अध्यक्ष पंकज परमार भी अपनी टीम के साथ इस बार श्रीखंड यात्रा के विभिन्न बेस कैंप पर डटे हुए हैं. उनके द्वारा भी इस मार्ग पर पहले सफाई की गई थी और अब सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया जा रहा है कि वह धार्मिक स्थल की यात्रा को धार्मिक भावना के साथ ही करें और पिकनिक स्पॉट की तरह यहां पर कचरा बिल्कुल भी ना फैलाएं.

हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन ने चलाया सफाई अभियान
हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन ने चलाया सफाई अभियान (ETV Bharat)

फाउंडेशन एमडी की श्रद्धालुओं से अपील
हिमालयन ट्राइब फाउंडेशन के एमडी आरपी नेगी ने बताया कि जब उनकी टीम ने यहां पर जगह-जगह कचरा के ढेर को देखा, तो उन्होंने इसे इकट्ठा करने का फैसला लिया और वह अपने साथ कचरे को लेकर बेस कैंप तक आ गए हैं. ऐसे में यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं से भी आग्रह कर रहे हैं कि अगर वो कोई कचरा अपने साथ ले जा रहे हैं, तो उसे अपने साथ ही वापस लाएं, ताकि ताकि श्रीखंड महादेव की पवित्रता और सुंदरता बनी रहे.

"कचरे के निष्पादन को लेकर जगह-जगह व्यवस्था की गई है. श्रद्धालुओं से भी आग्रह किया जा रहा है कि वह कचरे को बिल्कुल भी ना फैलाएं और इस यात्रा की पवित्रता को बनाए रखें." - मनमोहन सिंह, एसडीएम निरमंड

वहीं, लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी फाउंडेशन की सराहना करते हुए कहा कि सभी लोगों को इस बात पर विशेष ध्यान देना होगा और पहाड़ों को कचरे से बचाना होगा. ऐसे में फाउंडेशन के द्वारा जो कार्य किया गया वह सराहनीय है. प्रदेश सरकार भी लगातार पहाड़ों को साफ करने के काम में जुटी हुई है.

ये भी पढ़ें: श्रीखंड महादेव के मुरीद हुए विदेशी भक्त, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी से यात्रा के लिए कुल्लू पहुंचे विदेशी श्रद्धालु

ये भी पढ़ें: श्रीखंड यात्रा पर श्रद्धालुओं को मिलेगी ₹64 की चाय और 65 की मैगी, जानिए पूरी रेट लिस्ट

ये भी पढ़ें: शुरू हो गई है सबसे कठिन धार्मिक यात्रा, ये अमरनाथ समेत अन्य यात्राओं से भी मुश्किल क्यों है ?

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.