नाहन: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम द्वारा हाल ही में सिरमौर जिले के नाहन में रंगे हाथों रिश्वत लेते दबोचे गए हिमाचल प्रदेश राज्य वन निगम लिमिटेड के डिवीजनल मैनेजर (डीएम) अश्वनी कुमार वर्मा को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. 3 दिन के पुलिस रिमांड के बाद सोमवार को विजिलेंस ने आरोपी डीएम को अदालत में पेश किया था. जहां से कोर्ट ने रिश्वत के आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा है.
बकाया बिल पास करने की एवज में मांगी थी रिश्वत
गौरतलब है कि गत 30 अगस्त को विजिलेंस की टीम ने आरोपी डीएम अश्वनी कुमार वर्मा को वन विकास निगम के नाहन स्थित कार्यालय से ही रंगे हाथों 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. आरोपी ने वन विकास निगम के ही एक ठेकेदार शिकायतकर्ता से 67 लाख रुपए के बकाया बिलों को पास करने की एवज में 2 फीसदी कमीशन की डिमांड की थी. वहीं, रिश्वत न देने पर डीएम ने बिलों को पास न करने की धमकी भी दी थी.
जाल बिछा कर रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था आरोप
जिस पर संबंधित ठेकेदार ने इसकी शिकायत विजिलेंस नाहन से की. ठेकेदार की शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने आरोपी डीएम को दबोचने के लिए जाल बिछाया. जैसे ही आरोपी डिवीजनल मैनेजर की मांग के मुताबिक उसे 50,000 रुपए की पहली किस्त दी गई, तो इसी बीच विजिलेंस की टीम ने आरोपी को दबोच लिया. वहीं, अब विजिलेंस आरोपी के बैंक खातों और अन्य प्रापर्टी की भी जांच कर रही है.
स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की एसपी अंजुम आरा ने बताया, "रिश्वत के आरोपी डीएम को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. आरोपी के बैंक खातों और अन्य प्रापर्टी की भी जांच की जा रही है. मामले में गहनता से जांच जारी है."