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SAU में व्रत के खाने के साथ नॉनवेज परोसने पर विवाद, एक गुट ने दूसरे पर लगाया मारपीट का आरोप - CONTROVERSY IN SAU OVER FOOD

दिल्ली की साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में व्रत के खाने के साथ नॉनवेज परोसने पर विवाद का मामला सामने आया है. जानिए इसके बारे में..

दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय में विवाद
दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय में विवाद (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 27, 2025, 2:02 PM IST

नई दिल्ली: दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय (एसएयू) में महाशिवरात्रि के अवसर पर छात्रों के एक गुट ने दूसरे गुट पर उनके व्रत वाले भोजन के साथ ही नॉनवेज परोसने का आरोप लगाया है. नॉनवेज परोसने का विरोध करने पर मारपीट का भी आरोप लगाया है. छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस मामले की निंदा करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

व्रत रखने वाले छात्रों में से एक अंशुल शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन विश्वविद्यालय के 110 छात्र-छात्राओं ने व्रत रखा था. इसलिए हमने मेस के मैनेजर से कहा था कि यूनिवर्सिटी में दूसरे देशों के छात्र-छात्राएं भी पढ़ते हैं और उनके देश के हिसाब से भी अलग-अलग भोजन बनता है. कई बार यह पता नहीं चलता है कि खाना वेज है या नॉनवेज. इसलिए पुरानी मेस में नॉनवेज खाने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अलग खाना बनवाया जाए. मेस प्रबंधक इस बात पर तैयार हो गए. लेकिन, मेस चलाने वाले छात्र प्रतिनिधि (जो कि वामपंथी संगठन एसएफआई के कार्यकर्ता भी हैं) ने जानबूझकर विवाद करने के लिए व्रत वाले खाने के साथ ही नॉनवेज खाना भी रखवा दिया. जब इसका विरोध किया गया तो हमारे साथ धक्कामुक्की और मारपीट की गई.

उन्होंने आगे कहा, यह न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला था, बल्कि विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण माहौल को दूषित करने का भी एक सुनियोजित प्रयास था. विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले ही उचित व्यवस्था की थी, ताकि किसी को कोई असुविधा न हो, लेकिन कुछ लोगों द्वारा व्रत रखने वाले छात्रों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई. पीड़ित विद्यार्थियों ने इसकी शिकायत विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर से कर निष्पक्ष जांच की मांग की है. विश्वविद्यालय प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए की भविष्य में इस प्रकार की घटना दोबारा न हों और दोषियों पर उचित कार्रवाई हो.

मामले की जांच शुरू: विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. ओपी यादव ने कहा, छात्रों के बीच टकराव के बाद शिकायत मिली थी, जिसके बाद मामले की जांच की जा रही है. इस मामले में छात्र संगठन एसएफआई की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. मामले पर एसएफआई की दिल्ली प्रदेश की सचिव आईशी घोष से जब उनका पक्ष मांगा गया तो उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया.

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नई दिल्ली: दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय (एसएयू) में महाशिवरात्रि के अवसर पर छात्रों के एक गुट ने दूसरे गुट पर उनके व्रत वाले भोजन के साथ ही नॉनवेज परोसने का आरोप लगाया है. नॉनवेज परोसने का विरोध करने पर मारपीट का भी आरोप लगाया है. छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस मामले की निंदा करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

व्रत रखने वाले छात्रों में से एक अंशुल शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन विश्वविद्यालय के 110 छात्र-छात्राओं ने व्रत रखा था. इसलिए हमने मेस के मैनेजर से कहा था कि यूनिवर्सिटी में दूसरे देशों के छात्र-छात्राएं भी पढ़ते हैं और उनके देश के हिसाब से भी अलग-अलग भोजन बनता है. कई बार यह पता नहीं चलता है कि खाना वेज है या नॉनवेज. इसलिए पुरानी मेस में नॉनवेज खाने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अलग खाना बनवाया जाए. मेस प्रबंधक इस बात पर तैयार हो गए. लेकिन, मेस चलाने वाले छात्र प्रतिनिधि (जो कि वामपंथी संगठन एसएफआई के कार्यकर्ता भी हैं) ने जानबूझकर विवाद करने के लिए व्रत वाले खाने के साथ ही नॉनवेज खाना भी रखवा दिया. जब इसका विरोध किया गया तो हमारे साथ धक्कामुक्की और मारपीट की गई.

उन्होंने आगे कहा, यह न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला था, बल्कि विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण माहौल को दूषित करने का भी एक सुनियोजित प्रयास था. विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले ही उचित व्यवस्था की थी, ताकि किसी को कोई असुविधा न हो, लेकिन कुछ लोगों द्वारा व्रत रखने वाले छात्रों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई. पीड़ित विद्यार्थियों ने इसकी शिकायत विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर से कर निष्पक्ष जांच की मांग की है. विश्वविद्यालय प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए की भविष्य में इस प्रकार की घटना दोबारा न हों और दोषियों पर उचित कार्रवाई हो.

मामले की जांच शुरू: विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. ओपी यादव ने कहा, छात्रों के बीच टकराव के बाद शिकायत मिली थी, जिसके बाद मामले की जांच की जा रही है. इस मामले में छात्र संगठन एसएफआई की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. मामले पर एसएफआई की दिल्ली प्रदेश की सचिव आईशी घोष से जब उनका पक्ष मांगा गया तो उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया.

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