देहरादूनः चारधाम यात्रा शुरू हुए अभी कुछ ही दिन बीते हैं. लेकिन यात्रा के शुरुआती दौर में ही 11 लोगों की मौत आम लोगों के साथ ही राजनीति में भी चर्चा का विषय बन गई है. मामले पर कांग्रेस ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने यात्रा की अव्यवस्थाओं को लेकर सवाल भी उठाए हैं. वहीं एक पत्रकार पर दर्ज हुए मुकदमे की भी कांग्रेस पार्टी ने आपत्ति जताई है.
गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए चारधाम यात्रा को लेकर सरकार पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा, अगर कोई यात्रा की अव्यवस्थाओं को लेकर सवाल करता है तो सरकार उन पर मुकदमा दर्ज कर देती है. सरकार को उत्तराखंड के चारों धामों की कोई सुध नहीं है. ऐसे में अगर सरकार को मुकदमा दर्ज करना है तो पहले पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज पर मुकदमा दर्ज करना चाहिए.
धस्माना ने कहा, सनातनियों की सबसे बड़ी यात्रा का आदिकाल से ही महत्व रहा है. गंगोत्री और यमुनोत्री से बहने वाली गंगा और यमुना को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र नदियों के रूप में जाना जाता है. इसी तरह भगवान शंकर का साक्षात विराजमान स्थल केदारनाथ और भगवान विष्णू का साक्षात विराजमान स्थल बदरीनाथ है. दूसरी तरफ केंद्र और राज्य में सनातन धर्म का ठेका लेने वाली पार्टी की सरकार है. उसके बावजूद चारधाम यात्रा की अव्यवस्थाओं पर लगातार प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं.
उन्होंने कहा, सरकार के अधिकारी ऐलान कर रहे हैं कि यदि कोई यात्रा को लेकर दुष्प्रचार करेगा तो उन पर मुकदमा कायम किया जाएगा. तो फिर सबसे पहले पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए. क्योंकि उनके मंत्री रहते हुए यात्रा मार्गों में जगह-जगह जाम लग रहा है. लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है. ठहरने की उचित व्यवस्था नहीं है. रात्रि विश्राम के लिए यात्रियों को कमरे महंगे रेट पर मिल रहे हैं. धस्माना ने कहा कि यदि सरकार को लगता है कि मैं यात्रा को लेकर कोई नकारात्मक बात कर रहा हूं तो फिर मैं निमंत्रण देता हूं कि सरकार मुझ पर भी मुकदमा दायर करे.