शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजनीति पिछले कुछ दिनों से उथल-पुथल मची हुई है. राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में वोटिंग करने के साथ ही पार्टी में बगावत शुरू हो गई थी. कांग्रेस के ये छह बागी अब भाजपाई हो गए हैं और बीजेपी ने एक जून को होने वाले उपचुनाव के लिए सभी बागियों को टिकट भी दे दिया है. इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया है कि आने वाले उपचुनाव में छह की छह जीतों पर कांग्रेस की जीत होगी.
विधायकों को परिंदा भी नहीं मार सकता पर: वहीं उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है. "कांग्रेस तो स्थिर है असली विद्रोह तो भारतीय जनता पार्टी के अंदर चल रहा है. पिछले दिनों जो कुछ भी राज्य में हुआ उससे बीजेपी की चाल और चरित्र दोनों से जनता परिचित हो गई है. आने वाले उप चुनाव में जनता बीजेपी को सबक सिखाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को जो करना था उन्होंने कर दिया. अब हमारे विधायकों को परिंदा भी पर नहीं मार सकता है."
बीजेपी वाले 35 का आंकड़ा कहां से लाएंगे: उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा लगातार कह रही है कि उपचुनाव के बाद बीजेपी में हिमाचल प्रदेश में सरकार बना लेगी. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी वाले बताएं की आखिर किस आंकड़े के तहत वो सरकार बनाने की बात कर रहे है. "अगर 9 सीटों पर भी चुनाव होते हैं तब भी 68 विधायकों के सदन में बहुमत के आंकड़े से बीजेपी बहुत दूर रहेगी. क्योंकि बहुमत का आंकड़ा 35 है और बीजेपी के पास 25 विधायक हैं. चुनाव आयोग ने अभी सिर्फ 6 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान किया है लेकिन अगर सभी 9 सीटों पर भी चुनाव होता है तो भी बीजेपी को बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने में 10 सीटें चाहिएं. जबकि 34 विधायकों वाली कांग्रेस को बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने के लिए सिर्फ एक विधायक की जरूरत है. इसलिये हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बिल्कुल सुरक्षित है"
बगावत बनेगी बीजेपी की हार की वजह: मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बीजेपी ने कांग्रेस के छह बागियों को उपचुनाव का टिकट दिया है, इसका विरोध उनके पार्टी के अंदर ही होने लगा है. ये विरोध वही नेता कर रहे हैं जिन्होंने बीजेपी की टिकट पर बागी विधायकों के खिलाफ चुनाव लड़े थे. अब बीजेपी के नेताओं का रोष इस बात से पार्टी के अंदर बढ़ता जा रहा है. ऐसे में अब बीजेपी को अपने कुनबे में झांकना चाहिए और पार्टी के अंदर नाराजगी को दूर करने में ध्यान लगाना चाहिए. कांग्रेस की सुक्खू की सरकार स्थिर है और उन्हें कोई हिला नहीं सकता.
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