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उत्तराखंड में बीजेपी ने मनाया विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस, सीएम ने कहा- उस पीड़ा को शब्दों में बयान करना मुश्किल - Partition Horrors Remembrance Day

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 14, 2024, 9:40 PM IST

Updated : Aug 14, 2024, 10:58 PM IST

Independence Day 2024, Parmarth Niketan Tiranga Rally, Partition Horrors Remembrance Day पूरा देश में देशभक्ति का माहौल बना हुआ है. ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में वासंती रंग में ऋषिकुमारों ने तिरंगा रैली निकाली. वहीं, देहरादून 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर सीएम धामी ने देश के विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले नागरिकों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही विभाजन की विभीषिका का दर्द सहने वाले सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया.

PARTITION HORRORS REMEMBRANCE DAY
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर कार्यक्रम (फोटो- X@pushkardhami/ParmarthNiketan)
देहरादून में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम (वीडियो- ETV Bharat)

देहरादून/ऋषिकेश/बागेश्वर/टिहरी/मसूरी: देश के स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में देहरादून के एक निजी होटल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत तमाम नेताओं ने शिरकत की. इस दौरान सीएम धामी ने विभाजन की विभीषिका का दर्द सहने वाले तमाम सेनानियों के परिजनों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया.

बता दें कि साल 2021 में देश के विभाजन के दर्द को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मनाने का निर्णय लिया. जिसके बाद से ही हर साल 14 अगस्त को विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है. 14 अगस्त 1947 का दिन भारत के विभाजन के दौरान हुए दिक्कतों और बलिदानों को याद करने के लिए समर्पित है. देश के विभाजन के दौरान लाखों लोग विस्थापित हुए थे. साथ ही कई लोगों ने अपनी जान गंवाई थी.

इस दिन को मनाने का उद्देश्य देश के विभाजन के दौरान लोगों के संघर्ष और बलिदान को सम्मान देना है. वहीं, सीएम धामी ने कहा कि देश के विभाजन के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. 15 अगस्त 1947 को जब हम आजादी का जश्न मना रहे थे तो वहीं, दूसरी ओर देश के विभाजन का भी हमने दुख सहा है. भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के चलते सामने आई तमाम परिस्थितियों को देखते हुए भारत दो टुकड़ों में विभाजित हुआ.

वहीं, सीएम धामी ने कहा कि 1947, 1971 के बाद आज फिर बांग्लादेश की घटना लोगों को पलायन के लिए मजबूर कर रही है. आज हम सबको बांग्लादेश के हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की चिंता करनी है, लेकिन देश में छोटी-छोटी घटनाओं पर विरोध करने और मानवाधिकार की बात करने वाले लोग सामने नहीं आ रहे हैं.

ऋषिकेश परमार्थ निकेतन में गुरुकुल के ऋषि कुमारों ने निकाली रैली: ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में 'हर घर तिरंगा अभियान' के अंतर्गत परमार्थ गुरुकुल के ऋषि कुमारों ने राष्ट्रध्वज हाथों में थामे, देशभक्ति गीतों और नारों के साथ रैली निकाली. इस दौरान पूरा क्षेत्र देश भक्ति के रंग में सराबोर नजर आया. वहीं, परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने 'हर घर तिरंगा-हर घर पेड़' के लिए प्रेरित किया.

स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि राष्ट्रध्वज तिरंगा हमारी जान और शान है. तिरंगे का केसरी रंग 'ताकत और साहस' का प्रतीक है. जबकि, सफेद रंग 'शांति और सच्चाई' का संदेश देता है. वहीं, हरा रंग 'भूमि की उर्वरता, समृद्धि और शुभता' का प्रतिनिधित्व करता है. भारतीय राष्ट्रीय ध्वज केवल एक प्रतीक नहीं है, बल्कि, हमारे सामूहिक गौरव और एकता को भी दर्शाता है.

बागेश्वर में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर गोष्ठी का आयोजन: बागेश्वर में बीजेपी कार्यालय में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर गोष्ठी का आयोजन हुआ. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि विभाजन की उस विभीषिका को याद करके हम सभी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक नए, एकजुट और सशक्त भारत के निर्माण को लेकर काम कर रहे हैं. ताकि, फिर कभी देश को इस तरह के कठिन दौर से न गुजरना पड़े.

टिहरी में भाजपाइयों ने बंटवारे का दंश झेलने वाले 8 लोगों को किया सम्मानित: टिहरी में भारत-पाक के बंटवारे की विभाजन विभीषिका का स्मृति दिवस मनाया गया. इस दौरान भाजपाइयों ने बंटवारे का दंश झेलने वाले पंजाब समाज विरादरी के हरिकृष्ण लांबा, वेद प्रकाश सोनी, सरदार इकबाल सिंह, राकेश लांबा, चंद्रमोहन अरोड़ा, गुलशन देवी, विनोद राय, मनमोहन सिंह को शॉल, माला पहनाकर सम्मानित किया. साथ ही उनके अनुभव सुने. वहीं, भाजपाइयों ने कांग्रेस पर भी हमला बोला.

मसूरी में स्वतंत्रता दिवस से पहले बीजेपी ने लोगों को बांटे तिरंगे: मसूरी में स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से मनाए जाने को लेकर बीजेपी की ओर से विशेष तैयारी की जा रही है. मसूरी में 'हर घर तिरंगा-हर मन तिरंगा' के तहत मसूरी विधायक कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के सहयोग से हजारों झंडे लोगों को बांटे गए. साथ ही उनसे राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान के साथ लगाने और सम्मान के साथ उतरने का आग्रह किया गया.

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देहरादून में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम (वीडियो- ETV Bharat)

देहरादून/ऋषिकेश/बागेश्वर/टिहरी/मसूरी: देश के स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में देहरादून के एक निजी होटल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत तमाम नेताओं ने शिरकत की. इस दौरान सीएम धामी ने विभाजन की विभीषिका का दर्द सहने वाले तमाम सेनानियों के परिजनों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया.

बता दें कि साल 2021 में देश के विभाजन के दर्द को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मनाने का निर्णय लिया. जिसके बाद से ही हर साल 14 अगस्त को विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है. 14 अगस्त 1947 का दिन भारत के विभाजन के दौरान हुए दिक्कतों और बलिदानों को याद करने के लिए समर्पित है. देश के विभाजन के दौरान लाखों लोग विस्थापित हुए थे. साथ ही कई लोगों ने अपनी जान गंवाई थी.

इस दिन को मनाने का उद्देश्य देश के विभाजन के दौरान लोगों के संघर्ष और बलिदान को सम्मान देना है. वहीं, सीएम धामी ने कहा कि देश के विभाजन के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. 15 अगस्त 1947 को जब हम आजादी का जश्न मना रहे थे तो वहीं, दूसरी ओर देश के विभाजन का भी हमने दुख सहा है. भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के चलते सामने आई तमाम परिस्थितियों को देखते हुए भारत दो टुकड़ों में विभाजित हुआ.

वहीं, सीएम धामी ने कहा कि 1947, 1971 के बाद आज फिर बांग्लादेश की घटना लोगों को पलायन के लिए मजबूर कर रही है. आज हम सबको बांग्लादेश के हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की चिंता करनी है, लेकिन देश में छोटी-छोटी घटनाओं पर विरोध करने और मानवाधिकार की बात करने वाले लोग सामने नहीं आ रहे हैं.

ऋषिकेश परमार्थ निकेतन में गुरुकुल के ऋषि कुमारों ने निकाली रैली: ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में 'हर घर तिरंगा अभियान' के अंतर्गत परमार्थ गुरुकुल के ऋषि कुमारों ने राष्ट्रध्वज हाथों में थामे, देशभक्ति गीतों और नारों के साथ रैली निकाली. इस दौरान पूरा क्षेत्र देश भक्ति के रंग में सराबोर नजर आया. वहीं, परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने 'हर घर तिरंगा-हर घर पेड़' के लिए प्रेरित किया.

स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि राष्ट्रध्वज तिरंगा हमारी जान और शान है. तिरंगे का केसरी रंग 'ताकत और साहस' का प्रतीक है. जबकि, सफेद रंग 'शांति और सच्चाई' का संदेश देता है. वहीं, हरा रंग 'भूमि की उर्वरता, समृद्धि और शुभता' का प्रतिनिधित्व करता है. भारतीय राष्ट्रीय ध्वज केवल एक प्रतीक नहीं है, बल्कि, हमारे सामूहिक गौरव और एकता को भी दर्शाता है.

बागेश्वर में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर गोष्ठी का आयोजन: बागेश्वर में बीजेपी कार्यालय में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर गोष्ठी का आयोजन हुआ. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि विभाजन की उस विभीषिका को याद करके हम सभी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक नए, एकजुट और सशक्त भारत के निर्माण को लेकर काम कर रहे हैं. ताकि, फिर कभी देश को इस तरह के कठिन दौर से न गुजरना पड़े.

टिहरी में भाजपाइयों ने बंटवारे का दंश झेलने वाले 8 लोगों को किया सम्मानित: टिहरी में भारत-पाक के बंटवारे की विभाजन विभीषिका का स्मृति दिवस मनाया गया. इस दौरान भाजपाइयों ने बंटवारे का दंश झेलने वाले पंजाब समाज विरादरी के हरिकृष्ण लांबा, वेद प्रकाश सोनी, सरदार इकबाल सिंह, राकेश लांबा, चंद्रमोहन अरोड़ा, गुलशन देवी, विनोद राय, मनमोहन सिंह को शॉल, माला पहनाकर सम्मानित किया. साथ ही उनके अनुभव सुने. वहीं, भाजपाइयों ने कांग्रेस पर भी हमला बोला.

मसूरी में स्वतंत्रता दिवस से पहले बीजेपी ने लोगों को बांटे तिरंगे: मसूरी में स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से मनाए जाने को लेकर बीजेपी की ओर से विशेष तैयारी की जा रही है. मसूरी में 'हर घर तिरंगा-हर मन तिरंगा' के तहत मसूरी विधायक कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के सहयोग से हजारों झंडे लोगों को बांटे गए. साथ ही उनसे राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान के साथ लगाने और सम्मान के साथ उतरने का आग्रह किया गया.

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Last Updated : Aug 14, 2024, 10:58 PM IST
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