रांची: चंपई सोरेन सरकार का आज मंत्रिमंडल विस्तार होना है. पिछले 15 दिनों से राज्य की जनता इस दिन का बाट जोह रही है. 2 फरवरी को झारखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद चंपई सोरेन ने अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया है. एक बार मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम तय करने के बाद स्थगित भी करना पड़ा. लेकिन आखिरकार आज नए मंत्री शपथ लेंगे.
8 फरवरी को तय था कार्यक्रम
चंपई सरकार में नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम पहले 8 फरवरी को निर्धारित था. राजभवन में इसे लेकर तैयारी भी कर ली गई थी. लेकिन कुछ अपरिहार्य कारणों का हवाला देते हुए सीएम चंपई सोरेन ने राज्यपाल से इसकी तिथि आगे बढ़ाते हुए 16 फरवरी को शपथ ग्रहण करने का अनुरोध किया. जिसके बाद राज्यपाल ने उनकी बात मान ली और आज यानी 16 फरवरी को शपथ ग्रहण होगा.
क्यों आगे बढ़ानी पड़ी तारीख
झारखंड में महागठबंधन की सरकार है, इसमे झामुमो, कांग्रेस और राजद मिलकर सरकार चला रहे हैं. नए सरकार के गठन के बाद चंपई सोरेन ने सीएम पद की और कांग्रेस के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली. लेकिन इसके बाद कौन विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे, इस पर पार्टी को विचार करने में देरी हुई. सूत्रों की मानें तो झामुमो में तो फिर भी नामों पर मुहर लग गई, लेकिन कांग्रेस में अलग-अलग दावेदारी के कारण पार्टी की मुश्किलें बढ़ गईं. कांग्रेस द्वारा नाम तय करने में देरी के कारण ही शपथ ग्रहण को टालना पड़ा था.
कौन बनेंगें मंत्री?
कैबिनेट विस्तार को लेकर कयासों का बाजार गर्म है. मंत्री कौन बन रहा है, इस पर न झामुमो और न ही कांग्रेस के नेता कुछ बोल रहे हैं. हालांकि, जो चर्चाएं सामने आ रही हैं, उसके मुताबिक झामुमो की ओर से हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन की कैबिनेट में एंट्री हो सकती है. उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. लेकिन उनकी भाभी और शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन मंत्री बनेंगी या नहीं, इस पर संशय बरकरार है. वहीं हेमंत सरकार में मंत्री रहे मिथिलेश ठाकुर, जोबा मांझी, हफीजुल हसन और बेबी देवी फिर से मंत्री बनाए जा सकते हैं.
कांग्रेस कोटे की बात करें तो सबसे ज्यादा उलझन में कांग्रेस ही है. पार्टी में कई विधायक सामने आए हैं, जो खुद को मंत्री पद का दावेदार बताते हुए पुराने चेहरों को बदलने की मांग कर चुके हैं. इनमें इरफान अंसारी और उमाशंकर अकेला शामिल हैं. हालांकि. इन दोनों की कैबिनेट में एंट्री होगी, इसकी उम्मीद कम ही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेश प्रभारी और पीसीसी ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव करीब होने का हवाला देते हुए पुराने चेहरे पर ही भरोसा जताया है. इससे बन्ना गुप्ता, रामेश्वर उरांव और बादल पत्रलेख फिर से मंत्री बनते नजर आ रहे हैं. हालांकि, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी की महिला विधायकों ने मंत्रिमंडल में महिला मंत्री बनाए जाने की वकालत की थी, लेकिन उसे टाल दिया गया है. लेकिन राजनीति में आखिरी वक्त में क्या हो जाए, ये कहा नहीं जा सकता. आज शाम को मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ही इन सबसे पर्दा उठेगा.
यह भी पढ़ें: कौन-कौन चंपई मंत्रिमंडल में होगा शामिल? आज शाम तक साफ हो जाएगी तस्वीर
यह भी पढ़ें: चंपई सरकार में बसंत सोरेन बन सकते हैं उपमुख्यमंत्री, मंत्रियों के नाम भी हो गए हैं फाइनल!
यह भी पढ़ें: चंपई मंत्रिमंडल में आखिर जगह पाने में कौन होगा सफल, अभी भी कहां फंसा है पेंच