बिलासपुर: प्रशासनिक कार्यों में कसावट लाने लगातार बिलासपुर कलेक्टर जोर दे रहे हैं. इसी कड़ी में बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण शुक्रवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय औचक निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के लगभग 21 अधिकारी और कर्मचारी निर्धारित समय पर कार्यालय नहीं पहुंचे थे. बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की.
दफ्तर देरी से आने पर थमाया नोटिस: कलेक्टर अवनीश शरण कार्यालय शुक्रवार को टाइम पहुंच गए थे और लगभग 1 घंटे तक कार्यालय में बैठे रहे. दफ्तर शुरू होने के समय से लगभग एक घंटे बाद भी 21 अधिकारी-कर्मचारी कार्यालय नहीं पहुंचे थे. जिसके बाद खुद कलेक्टर ने अटेंडेंस रजिस्टर जब्त कर सबकी हाजिरी लगाई. इस दौरान लेट से ऑफिस पहुंचने वाले अधिकारी कर्मचारियों को अटेंडेंस तो लगाने को मिला नहीं, उल्टे देरी से आने की वजह से नाराज कलेक्टर ने उन्हें कारण बताओ नोटिस थमा दिया है. इनमें सहायक उप संचालक सहित कई अधिकारी कर्मचारी शामिल हैं.
काफी दिनों से मिल रही थी शिकायत: पिछले कुछ समय से कलेक्टर को लगातार शिकायत मिल रही थी कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आने वाले स्कूल के शिक्षक और प्राचार्य का काम नहीं हो पा रहा है. अधिकारी कर्मचारी लेट से आते हैं और काम को लटका देते हैं. इस वजह से लोगों के काम सही समय पर नहीं हो पा रहे है. यही वजह रही कि कलेक्टर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे और अनुपस्थित अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है.
कलेक्टर ने इन्हें जारी किया नोटिस: निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित अधिकारी कर्मचारियों में पी.दासरथी (सहायक संचालक), डॉ अनिल तिवारी (सहायक जिला परियोजना अधिकारी), रघुवीर प्रसाद राठौर (सहायक संचालक योजना), चंद्रभान सिंह ठाकुर (कार्यक्रम समन्वयक), रामेश्वर जायसवाल (कार्यक्रम समन्वयक), मुकेश पाण्डेय (कार्यक्रम समन्वयक), राजकुमार बैगा (कम्प्यूटर ऑपरेटर), एके भीमटे (प्र. मुख्य लिपिक), माधव तिवारी (सहायक ग्रेड दो), सूर्य प्रकाश कश्यप (सहायक ग्रेड दो), हेमन्त शर्मा (क.ले.प.), सुनील कुमार यादव (क.ले.प.), विजय यादव (सहायक ग्रेड 3), आकाश तिवारी (सहायक ग्रेड 3), अमित यादव (सहायक ग्रेड 3), जसपाल कौर (व्याख्याता), प्रभात गुप्ते (प्र.सहायक जिला क्रीड़ा अधिकारी), वंदना वर्मा (कम्प्यूटर ऑपरेटर), प्रांजल सिंह (सहायक ग्रेड 3), जीवन लाल यादव (भृत्य) और नवमीत गुप्ता (भृत्य) शामिल हैं.