भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में चल रहे आर्थिक भ्रष्टाचार के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भोपाल महानगर ने एक बार फिर प्रदर्शन किया है. एबीवीपी के द्वारा किये गए आन्दोलन के फलस्वरूप गठित जांच समिति ने विश्वविद्यालय में जांच की. इस जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट में विश्वविद्यालय में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार एवं आर्थिक अनियमितता उजागर हुई है. घोटाले का खुलासा होने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो एक बार फिर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य रविवार को काले कपड़े पहनकर भोपाल के पुलिस कमिश्नर ऑफिस का घेराव करने पहुंचे और पुलिस आयुक्त से आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है.
एक भी प्रमुख आरोपी की नहीं हुई गिरफ्तारी
बता दें कि, जांच रिपोर्ट के संदर्भ में एबीवीपी की मांग के चलते उक्त प्रकरण में दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गांधी नगर पुलिस थाने में 3 मार्च को गंभीर धाराओं में मामला भी दर्ज कराया गया था, परन्तु पुलिस प्रशासन द्वारा एक भी प्रमुख आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई. यह केवल आश्चर्यजनक ही नहीं, अपितु पुलिस की व्यवस्था पर भी प्रश्न खड़े करता है. इसमें कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन का ढीला रवैया शंका उत्पन्न करता है. ABVP के सदस्यों ने पुलिस आयुक्त से कहा कि मामले को संज्ञान में लेकर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने हेतु अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए.
कुछ आरोपी भाग गए विदेश
बीते दिनों राजधानी भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में चल रहे आर्थिक भ्रष्टाचार के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने प्रदर्शन किया था. उसी प्रदर्शन के बाद आरोपियों की पोल खुली. जिसके बाद कुलपति डॉ. सुनील कुमार सहित 5 लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई. लेकिन हैरानी की बात ये है कि इतना कुछ होने के बाद भी पुलिस ने केवल एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और बाकी आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की. जानकारी के मुताबिक कुछ आरोपी प्रदेश से बाहर भाग गए तो, कुछ देश छोड़ विदेश भी भाग निकले.
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एबीवीपी का कहना है कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. अगर इस प्रकार से पुलिस प्रशासन सुस्त रवैये से काम करेगा तो एबीवीपी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी. प्राथमिकी दर्ज होते हुए भी पुलिस प्रशासन द्वारा एक भी प्रमुख आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. अब देखने वाली बात ये है कि पुलिस इस प्रदर्शन के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करती है या नहीं.