कुल्लू: जिला कुल्लू मुख्यालय से जोड़ने वाले एकमात्र नेशनल हाईवे-305 औट-बंजार-लुहरी-सैंज की हालत सुधारने के लिए तीर्थन और जीभी घाटी के लोगों ने अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित सड़क परिवहन, राजमार्ग मंत्रालय को पत्र भेजा है. वहीं, लोगों ने सरकार से पर्यटन सीजन के दौरान यहां लग रहे लंबे जाम से राहत दिलवाने की मांग की है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क का निर्माण लगभग 70 साल पहले किया गया था, लेकिन इसकी ग्रेड और चौड़ाई आज तक वही है. 9 साल पहले यह सड़क नेशनल हाईवे घोषित हो चुकी है, लेकिन जब से ये मार्ग बना है तब से लेकर आज तक इस मार्ग की हालत दयनीय है. लोगों का कहना है कि ये सिर्फ कहने के लिए नेशनल हाईवे है, लेकिन इसकी हालत लिंक रोड से भी बदतर है.
10 साल पहले मिला था एनएच का दर्जा
हिमालयन नीति अभियान के संयोजक गुमान सिंह का कहना है कि लोगों को 97 किलोमीटर लंबे एनएच-305 का काम शुरू होने की उम्मीद बंधी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. औट-बंजार-लुहरी-सैंज को एनएच का दर्जा दिए 10 साल होने वाले हैं, लेकिन इसकी हालत लिंक रोड से भी ज्यादा दयनीय है. जिला मुख्यालय कुल्लू से मात्र आनी की दूरी तय करने में बस को छह से सात घंटे लग जाते हैं. यह रोड आउटर सराज और इनर सराज को भी जोड़ता है.
पिछले साल आपदा में कई जगह से धंसी सड़क
गुमान सिंह ने बताया कि पिछली बरसात में यह एनएच बहुत जगह से धंस गया था, लेकिन उन जगहों का आज तक पुनर्निर्माण नहीं हो सका है. उन्होंने बताया कि ऐसे में कम चौड़ाई की ये सड़क, कई जगह से धंसी व टूटी हुई और कई जगह पर बहुत ही तीखा ग्रेड होने के कारण बहुत खतरनाक हो गई है. इस रूट पर पिछले कुछ सालों में कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं.
सड़क बदहाल, ट्रैफिक का बढ़ा भार
स्थानीय निवासी एवं सामाजिक कार्यकर्ता अजीत सिंह राठौर ने बताया कि पिछले कुछ सालों से तीर्थन घाटी में खासकर गुशैनी, जीभी, बठाड़, शोझा-जलोड़ी, सरयोलसर, गाड़ा गुशैनी, आनी की ओर पर्यटन स्थलों में पर्यटन कारोबार में भारी बढ़ोतरी हुई है. जिसके चलते औट-बंजार-लुहरी-सैंज एनएच पर कई गुणा ज्यादा ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है. आज स्थिति ये है कि सड़क टूटी फूटी होने और ट्रैफिक में बढ़ोतरी होने के कारण इस पर रोज कई घंटे का जाम लग रहा है. वहीं, स्थानीय लोगों ने भी यह मांग की है कि इस मार्ग की स्थित को सुधारा जाए, वरना लोगों को मजबूरन सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करना होगा.
स्थानीय ग्रामीणों की मांग
सरकार को भेजे गए एक पत्र में स्थानीय ग्रामीणों ने इस एनएच पर धंसी सड़क की सुध लेने का आग्रह किया है. स्थानीय लोगों ने पत्र में मांग की है कि बंजार बाईपास का तुरंत निर्माण हो और उसे ट्रैफिक के लिए खोला जाए. सभी तंग मोड़ को तुरंत चौड़ा किया जाए. जलोड़ी, धियागी, जीभी से सभी गांवों तक, छेत, बंजार, शेगुली से सिधवा तक, तरगली, मंगलौर और बालीचौकी में सड़क तंग है. इसलिए इन स्थानों पर ट्रैफिक पुलिस लगाई जाए. इसके अलावा खुंदन-गुशैनी बठाहड़ रोड को भी पक्का व चौड़ा किया जाए. जीभी में सरकारी पार्किंग स्थल का निर्माण किया जाए. जलोड़ी टनल का निर्माण शुरू किया जाए और पुरानी डीपीआर के मुताबिक सजवाड़ से खनाग यह टनल निकाली जाए, जबकि घियागी से शोझा गांव के नीचे से टनल निकालना घातक होगा, जिसका स्थानीय जनता भी विरोधी कर रही है.
बंजार विधायक की सरकार को चेतावनी
वहीं, बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने बताया कि यहां पर बाईपास सड़क का निर्माण भी सरकार के द्वारा नहीं किया जा रहा है. जबकि पूर्व सरकार में बाईपास सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था. अगर इसका कार्य समय पर पूरा किया गया होता तो आज बंजार में ट्रैफिक जाम की हालत नहीं होती. ऐसे में अब आने वाले दिनों में भाजपा इसके लिए संघर्ष करेगी और बंजार की सड़क को सुधारने के लिए भी सरकार को चेतावनी दी जाएगी.
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