नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) का चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे चुनाव प्रचार ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में रविवार को एबीवीपी के चारों पदों के सभी प्रत्याशियों ने कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसर के हॉस्टलों के अंदर जाकर छात्र-छात्राओं से जनसंपर्क कर वोट मांगे. वहीं, एनएसयूआई ने तेलुगु छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन कर उनसे समर्थन मांगा. साथ ही कार्यक्रम के बाद कुछ हॉस्टलों में जाकर भी छात्राओं से डूसू चुनाव में समर्थन की अपील की और उन्हें अपने मुद्दे बताएं.
एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी ऋषभ चौधरी, उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह, सचिव पद की प्रत्याशी मित्रविंदा कर्णवाल एवं सह-सचिव पद के प्रत्याशी अमन कपासिया सहित एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली विश्वविद्यालय के राजीव गांधी महिला छात्रावास, ग्वायर हॉल, मानसरोवर छात्रावास, पीजी मेन्स, मेघदूत आदि छात्रावासों में संपर्क अभियान कर डूसू चुनावों में विद्यार्थियों को अपने मुद्दे बताते हुए चुनाव प्रचार किया और उनसे सहयोग मांगा.
एनएसयूआई ने तेलुगु छात्रों से मांगा समर्थन: एनएसयूआई ने भी डूसू चुनाव प्रचार अभियान के अंतर्गत रविवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के तेलुगु छात्रों के साथ एक विशेष बातचीत कार्यक्रम आयोजित की, जिसका नेतृत्व एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने किया. जिसमें छात्रों की उत्साही भागीदारी रही और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के स्थायी आमंत्रित सदस्य गिडुगु रुद्रराजू की भी उपस्थिति रही. कार्यक्रम के दौरान वरुण चौधरी ने एनएसयूआई के आगामी चुनावी अभियान को लेकर आत्मविश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि हमें विश्वास है कि हम चुनावों में 4-0 की जीत हासिल करेंगे.
इस कार्यक्रम में तेलुगु छात्रों को अपने मुद्दों और सुझावों को साझा करने का अवसर भी प्रदान किया, जिसे एनएसयूआई ने अपने व्यापक एजेंडे में शामिल करने का वादा किया. कार्यक्रम के बाद एनएसयूआई के डूसू उम्मीदवारों रौनक खत्री, यश नांदल, नम्रता जेफ मीणा और लोकेश चौधरी ने कई पीजी और हॉस्टल में सक्रिय रूप से प्रचार भी किया. छात्रों से जुड़कर संगठन की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया और दिल्ली विश्वविद्यालय में एक सुरक्षित, समावेशी और प्रगतिशील कैंपस बनाने का वादा किया. एनएसयूआई अपने वादों को पूरा करने और छात्र समुदाय के समर्थन से सकारात्मक बदलाव लाने के लिए तैयार है.
ये भी पढ़ें: ABVP-NSUI को हरियाणा के प्रत्याशियों पर ज्यादा भरोसा, UP से एक, बिहार OUT, जानें उम्मीदवारों का बैकग्राउंड
ये भी पढ़ें: DU के छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर, जानिए- किसके बीच है मुकाबला