अंबाला: शनिवार को एक बार फिर से किसान 101 किसानों के जत्थे के साथ अंबाला के शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए कूच करेंगे. कल फिर किसानों और पुलिस प्रशासन के बीच संघर्ष देखने को मिल सकता है. एक तरफ जहां किसान बार-बार दिल्ली कूच की नाकाम कोशिश कर रहे हैं तो वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. लेकिन इस बीच इस बार भी उनके दिल्ली कूच के असफल प्रयास के चांस है, क्योंकि पुलिस की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
डल्लेवाल की सेहत पर जताई चिंता : किसानों ने आज शम्भू बार्डर पर प्रेसवार्ता कर बताया कि 14 दिसंबर को 101 किसानों का जत्था दिल्ली कूच करेगा और दोपहर 12 बजे वो दिल्ली की तरफ बढ़ेंगे. इस दौरान किसानों ने जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत पर चिंता जताई और डीसी अंबाला द्वारा डिसी संगरूर को पत्र लिखने पर षडयंत्र की आशंका भी जताई. किसानों ने इस दौरान सरकार द्वारा वार्ता न करने का मुद्दा उठाया. वहीं सांसद रामचन्द्र जांगड़ा के बयान पर भी निंदा प्रकट की.
"जांगड़ा को बीजेपी पार्टी से निकाले" : किसानों ने कहा कि यह मुद्दा इतनी देरी से क्यों उठाया गया. सरकार उनकी है, पुलिस और प्रशासन उनका है. इसकी जांच क्यों नही करवाई गई. रामचंद्र जांगड़ा को इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने रामचंद्र जांगड़ा को पार्टी से निकालने की मांग भी रखी.
"देखते हैं सरकार सुप्रीम कोर्ट की मानती है या नहीं" : सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले पर बोलते हुए किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा सरकार को बातचीत करने और बल न प्रयोग करने के लिए कहा गया है. अब देखते है कि सरकार कितनी बात सुप्रीम कोर्ट की मानती है.
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