नई दिल्ली: दिल्ली के नरेला इलाके में पहले से निर्मित डीडीए के हजारों फ्लैट की देखरेख अब पूर्व सैनिक करेंगे. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने डीडीए की हाउसिंग सोसायटी की देखरेख के लिए 500 पूर्व सैनिकों को तैनात करने को मंजूरी दी है. दरअसल, वर्ष 2011 में डीडीए ने नरेला इलाके में हजारों की तादाद में फ्लैट तो बना दिए, लेकिन वहां कनेक्टिविटी की बेहतर सुविधा न होने और सुरक्षित जगह न होने से लोग वहां रहने से कतराते हैं.
वहां के फ्लैट की कीमत दिल्ली के अन्य इलाकों में स्थित फ्लैट से कम है. इन फ्लैट्स को बेचने के लिए डीडीए कई बार स्कीम निकाल चुकी है, लेकिन लोग इन्हें खरीदना पसंद नहीं कर रहे हैं. अब उपराज्यपाल ने नरेला सबसिटी में सुरक्षा और नागरिक बुनियादी ढांचे, सेवाओं की समीक्षा के बाद डीडीए, दिल्ली पुलिस, एमसीडी और राजस्व विभाग को तत्काल यह कदम उठाने का निर्देश दिया है.
किए जाएंगे कई काम: डीडीए हाउसिंग सोसायटियों की देखरेख के लिए 500 पूर्व सैनिकों को चौबीसों घंटे तैनात किया जाएगा. साथ ही इलाके में नाइट पेट्रोलिंग के लिए पीसीआर वैन तैनात की जाएंगी. पुलिस की उपस्थिति बढ़ाई जाएगी और खाली डीडीए फ्लैट्स में पुलिस बीट स्थापित की जाएगी. इसके अलावा इलाके में सड़कों की मरम्मत और कूड़े के निस्तारण का काम मिशन मोड पर करने को कहा गया है. वहीं, एमसीडी को छोटे अपराधियों द्वारा तोड़फोड़ और क्षति को रोकने के लिए सुरक्षित ऊंचाई पर स्ट्रीट लाइट और सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं.
सबसे सस्ते फ्लैट्स नरेला में: बता दें कि डीडीए की आवासीय स्कीम में नरेला में तकरीबन ढाई हजार फ्लैट उपलब्ध है. इसकी बुकिंग 14 नवंबर से शुरू हो गई है. डीडीए की हाउसिंग स्कीम में सबसे सस्ते फ्लैट यहां पर स्थित है. नरेला सेक्टर ए1 और ए4 में सबसे अधिक 1800 से अधिक ईडब्ल्यूएस फ्लैट उपलब्ध है. इसकी कीमत डीडीए ने 18 लाख से 20 लाख रुपए रखी गई है.
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