वॉशिंगटन: इस साल नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंगलवार को पेंसिल्वेनिया में अपनी पहली बहस में भाग लिया. दोनों नेताओं के बीच हुई बहस ने मीडिया जगत में तीखी प्रतिक्रियाएं पैदा कर दी हैं, जिसमें अधिकांश आउटलेट्स ने हैरिस को स्पष्ट विजेता घोषित किया है.
न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे हैरिस ने शुरू से ही ट्रंप को प्रभावी ढंग से रक्षात्मक स्थिति में रखा और पूरी बहस में कंट्रोल बनाए रखा. इस दौरान हैरिस ने बहस में एक तीखा और स्पष्ट संदेश दिया, जबकि ट्रंप लगातार गुस्से में और डिफेंसिव दिखाई दिए.
क्रोधित देखे ट्रंप
रिपोर्ट में कहा गया है, "हैरिस एक स्पष्ट संदेश देने में सफल रहीं,जबकि ट्रंप क्रोधित और रक्षात्मक लग रहे थे. हैरिस ने ट्रंप को अरबपतियों और बड़ी कंपनियों के मित्र के रूप में पेश करने का प्रयास किया, जो मध्यम वर्ग को लूट लेंगे. वहीं, ट्रंप ने हैरिस को एक नीतिगत रूप से कमजोर व्यक्ति के रूप में चित्रित किया, जो राष्ट्र का नेतृत्व करने के लिए बहुत उदार थी."
हैरिस ने ट्रंप को फंसाया
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने कहा कि हैरिस ने ट्रंप को कई मुद्दों पर सफलतापूर्वक ट्रंप रो फंसाया. इनमें उनकी कानूनी चुनौतियां शामिल हैं. इस बहस में ट्रंप और बाइडेन के बीच पिछली बार हुए आमना-सामना से काफी अंतर देखा गया, जिसमें मॉडरेटर सक्रिय रूप से उनके झूठ के खिलाफ आवाज उठा रहे थे. जनरल ने हैरिस ने बहस में उपराष्ट्रपति को स्पष्ट विजेता बताया.
'कमला हैरिस ने ट्रंप को झकझोर कर रख दिया'
यूएसए टुडे ने हैरिस के प्रदर्शन को दमदार बताया, जिसने रक्षात्मक ट्रंप को झकझोर कर रख दिया. कड़े शब्दों में लिखे विश्लेषण में कहा गया, "डोनाल्ड ट्रंप ने पिछली बहस में जो बाइडेन को 2024 के राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर कर दिया, लेकिन रिपब्लिकन ने मंगलवार रात को अपने नए डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस के खिलाफ मुकाबला करते हुए खुद को बार-बार पीछे पाया."
हैरिस का आत्मविश्वास भरा दृष्टिकोण
CNN ने हैरिस द्वारा ट्रंप को दी गई सीधी चुनौती पर ध्यान केंद्रित किया और कहा कि हैरिस का आत्मविश्वास भरा दृष्टिकोण सबसे अलग था, जिससे ट्रंप को अपनी स्थिति फिर से हासिल करने में संघर्ष करना पड़ा.
यहां तक कि फॉक्स न्यूज, जिसे अक्सर ट्रंप के प्रति अधिक सहानुभूति रखने वाला माना जाता है. उसने भी स्वीकार किया कि हैरिस ने बहस जीती. माडिया आउटलेट ने उल्लेख किया कि जैसे-जैसे बहस आगे बढ़ी, ट्रंप का रुख और विभाजनकारी होता गया, जबकि हैरिस का आत्मविश्वास बढ़ता गया, जिसे मॉडरेटर द्वारा ट्रंप के बयानों की तथ्य-जांच से बल मिला.
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