हैदराबाद: शुगर और ब्लड शुगर के मरीजों के लिए कौन सी दाल अच्छी है? यह जानना उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो इस लाइलाज बीमारी से जूझ रहे हैं. डायबिटीज होने पर कई लोग परेशान हो जाते हैं. वे कुछ भी खाने से झिझकते हैं. कुछ लोग चावल छोड़ देते हैं और दिन में दो बार चपाती खाते हैं. वहीं, दाल को लेकर संशय बना रहता है कि कौन सी दाल का सेवन किया जाए. मूंग या लाल मसूर इनमें से कौन सी दाल खाना बेहतर है? क्या मसूर दाल खाने से शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है ? या फिर मूंग के सेवन से इस पर नियंत्रण हो सकता है ? आइए इस लेख में जानें.
ब्लड शुगर के मरीजों के लिए कौन सी दाल अच्छी है: डायबिटीज चुपचाप शरीर में प्रवेश करती है और जीवन भर रहती है. एक बार यह बीमारी आ जाए तो इस पर काबू पाना बहुत मुश्किल होता है. देश में अब कई लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं. यहां तक कि जो लोग 30 साल से कम उम्र के हैं वे भी इस बीमारी से प्रभावित होते हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि इस बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए सबसे अच्छा इलाज पौष्टिक भोजन लेना और शुगर को नियंत्रण में रखना है. विशेषज्ञों का कहना है कि सही समय पर भोजन करने से बेहतर परिणाम मिलेंगे. और डायबिटीज वाले लोगों को कौन सी दालें खानी चाहिए? शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए क्या लिया जा सकता है? दाल को लेकर बहुत से लोगों को संदेह है. आइए इस लेख में जानें कि विशेषज्ञ इस बारे में क्या कहते हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि मधुमेह ( शुगर ) से पीड़ित लोगों को फाइबर, प्रोटीन और एंटी-ऑक्सीडेंट खाद्य पदार्थ लेने चाहिए. उनके लिए बीन्स, नट्स, बीज, मछली, चिकन और अंडे की सिफारिश की जाती है. काला गेहूं, जौ, जई, क्विनोआ, रागी जैसे अनाज का सुझाव दिया जाता है. साथ ही कहा जाता है कि आहार में पालक और सलाद को शामिल करना अच्छा होता है.
ऐसे करें खानपान: आपको सुबह के नाश्ते में उपमा, बोंडा, वड़ा, पूड़ी जैसी चीजों से परहेज करना चाहिए.
इनकी जगह ओट्स, क्विनोआ और दलिया उपमा लें, जिनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है.
सुबह 11 बजे कुछ फल का सेवन करें.
जिन फलों में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है वे अच्छे होते हैं.
दोपहर के खाने में चावल कम लें और करी ज्यादा खाएं.
इस क्रम में आप दाल भी ले सकते हैं.
लेकिन विशेषज्ञों का सुझाव है कि मधुमेह के रोगी कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली दालें लें.
इनमें से कौन सी दाल बेहतर है?
मूंग और लाल मसूर दोनों शुगर के मरीज सेवन करते हैं. दोनों में से मूंग का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है. लाल मसूर की दाल में इसका प्रतिशत थोड़ा कम होता है. तो विशेषज्ञों का सुझाव है कि कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली लाल मसूर दाल का सेवन करना बेहतर है. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि जिन लोगों का ब्लड शुगर लेवल पहले से ही लो है उन्हें मूंग दाल से परजेह करना चाहिए.