हजारीबागः जिला में 2 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम प्रस्तावित है. इस कार्यक्रम की तैयारी का जायजा लेने के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा गांधी मैदान पहुंचे. जहां उन्होंने पंडाल समेत अन्य मुद्दों को लेकर हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल और यहां के भाजपा के नेताओं से वार्ता की. हजारीबाग में 2 अक्टूबर को परिवर्तन रैली समाप्त होगी. वहीं तीन या चार अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी अपना मेनिफेस्टो जारी करेगी और इसके बाद अलग-अलग विधानसभा के उम्मीदवारों की नाम की घोषणा की जाएगी.
2019 में भी भाजपा परिवर्तन रैली निकाली थी लेकिन उसे परिवर्तन रैली में सूबे के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास की हार हुई थी. ऐसे में वर्तमान हेमंत सरकार भाजपा पर चुटकी ले रही है. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन बहुत भविष्य देखते हैं. उन्हें वर्तमान और भविष्य देखने की जरूरत है.
हिमंता बिस्वा सरमा ने एक बार फिर डेमोग्राफी चेंज को लेकर बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि जो भी भारत के नागरिक नहीं हैं उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. इसे लेकर एक फार्मूला भी तय किया गया है. अगर हेमंत सोरेन बाहरी लोगों को बाहर का रास्ता अगर दिखाते हैं तो भाजपा इस पर बयान देना भी छोड़ देगी. सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें डेमोग्राफी का अर्थ ही नहीं पता है. इस कारण वे यह स्वीकार नहीं कर रहे कि झारखंड में आदिवासियों की संख्या में कमी हुई है और दूसरे देश से राज्य में प्रवेश कर रहे हैं.
वहीं असम के बारे में उन्होंने कहा कि वहां एनआरसी का काम पूरा हो चुका है. 14 लाख लोगों को चिन्हित किया गया है. उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट से प्रार्थना की गई है कि फिर से एनआरसी करने की इजाजत दिया जाए तो यह आंकड़ा और भी बढ़ भी सकता है. उन्होंने झारखंड के परिपेक्ष में कहा कि जो यहां के आदिवासी और मूलवासी हैं, उनका एनआरसी चेक करने की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि वे लोग यहां रह रहे हैं.
वैसे लोगों का चेक करने की आवश्यकता है जो दूसरे जगह से आकर यहां बसे हैं. अगर कोई दूसरे जिला से भी या राज्य से आकर झारखंड में बसा है तो इसके पहले वह कहा था इसकी जांच होनी चाहिए. इसे लेकर बहुत विवाद भी नहीं होना चाहिए. असम के मुख्यमंत्री ने मंईयां सम्मान योजना पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि 60 महीने से सरकार योजना शुरू नहीं की. जैसे ही चुनाव सर पर आया है तो वह मंईयां को सम्मान देने की बात कर रहे हैं.
हजारीबाग में जेएसएससी सीजीएल परीक्षा से जुड़े अभ्यर्थियों ने हिमंता बिस्वा सरमा से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि इस परीक्षा में भारी धांधली हुई है. ऐसे में यह परीक्षा रद्द होनी चाहिए. हिंमता ने सभी को आश्वासन दिया कि इसे लेकर पार्टी गंभीर है, बहुत जल्द ही राज्यपाल से मुलाकात की जाए किया जाएगा, ताकि परीक्षा परिणाम पर रोक लगाया जा सके. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस पूरी परीक्षा की उच्च स्तरीय जांच कराएं. सभी की बातों को सुने इसके बाद ही कोई फैसला लें.