नागरकुरनूल: श्रीशैलम सुरंग नहर परियोजना हादसे के छठे दिन बचाव अभियान में जुटे कर्मियों को सफलता नहीं मिली है. इस अभियान में जुटे अधिकारियों ने यह भी साफ नहीं किया है कि सुरंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने में और कितना वक्त लगेगा. हालांकि, उन्हें बचाने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास जारी है.
कहा जा रहा कि सुरंग में खराब पड़ी टीबीएम मशीन बचाव अभियान में बाधा बनी है. ये मशीन सुरंग में फंसे लोगों और बचावकर्मियों के बीच में है जिससे उनके आगे बढ़ने का रास्ता बंद है. अब इस मशीन को ही काटने का काम किया जा रहा है. इसे काट कर टुकड़ों में सुरंग से बाहर निकाला जाएगा. इसके बार रास्ता साफ होने पर बचाव दल आगे बढ़ेंगे.
#WATCH | Nagarkurnool, Telangana | Visuals from inside the Srisailam Left Bank Canal (SLBC) tunnel where an operation is underway to rescue the workers trapped inside the tunnel after its portion collapsed on 22nd February.
— ANI (@ANI) February 27, 2025
(Source: Rescue teams) pic.twitter.com/SLgPVvFTz2
नागरकुरनूल के पुलिस अधीक्षक वैभव गायकवाड़ ने कहा कि सुरंग में कन्वेयर बेल्ट के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत दिन में कर दी जाएगी, ताकि मलबे का परिवहन आसान हो सके. जब अधिकारी से पूछा गया कि क्या गैस कटर ने काम करना शुरू कर दिया है, तो उन्होंने पीटीआई से कहा कि यह पहले ही हो चुका है. गैस काटने वाली मशीनें अंदर भेज दी चली गई है. रात में भी उन्होंने कुछ काटने का काम किया.
#WATCH | Nagarkurnool, Telangana | Rescue operation underway at the Srisailam Left Bank Canal (SLBC) tunnel to bring out the workers trapped inside the tunnel after its portion collapsed on 22nd February. pic.twitter.com/tg78ZLXDut
— ANI (@ANI) February 27, 2025
तेलंगाना के मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने बुधवार को कहा कि अंदर लगी टीबीएम को गैस कटर से टुकड़ों में काटकर निकाला जाएगा. इसके बाद सेना, नौसेना, रैट माइनर्स और एनडीआरएफ की टीमें अपनी सुरक्षा से समझौता किए बिना लापता आठ लोगों को बचाने के लिए एक और गंभीर प्रयास करेगी. एक सवाल के जवाब में एसपी ने कहा कि वह इस बात का जवाब नहीं दे सकते कि फंसे हुए लोगों का आज पता चल पाएगा या नहीं.
VIDEO | SLBC tunnel collapse: Workers, who were sent from Kolhapur to continue the construction work, are heading back home. Here’s what Awadesh Yadav, a worker, said:
— Press Trust of India (@PTI_News) February 27, 2025
“We came from Kolhapur to help Jaypee company. Eight people are trapped inside, so our company sent us for… pic.twitter.com/iLeqECGtMd
हादसे के बाद डरे मजदूर काम छोड़ रहे हैं
पीटीआई के अनुसार सुरंग के काम में लगे कुछ मजदूरों ने डर के कारण जगह छोड़ने की बात कही है. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि श्रीशैलम लेफ्ट बैंक नहर परियोजना पर 800 लोग काम कर रहे हैं. इनमें से 300 स्थानीय हैं जबकि बाकी झारखंड, ओडिशा और यूपी जैसे राज्यों से हैं.
मीडिया में आई उन खबरों पर कि दुर्घटना के बाद मजदूर घबरा गए हैं और वे वापस जाने की योजना बना रहे हैं, अधिकारी ने कहा कि मजदूरों में शुरुआती आशंका होगी. उन्होंने कहा कि कंपनी की ओर मजदूरों के रहने के लिए अस्थायी व्यवस्था की गई है. ऐसा भी सकता है कि कुछ किन्ही कारणों से घर जाना चाहते हों. लेकिन हमारे पास मजदूरों के सामूहिक रूप से वापस जाने की कोई खबर नहीं है.
श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग परियोजना पर काम कर रहे आठ कर्मचारी 22 फरवरी को सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद फंस गए. इस बीच पूर्व मंत्री और बीआरएस विधायक टी हरीश राव आज अपने पार्टी नेताओं के साथ एसएलबीसी परियोजना का दौरा करेंगे.
एसएलबीसी परियोजना की ठेकेदार कंपनी जेपी ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष जयप्रकाश गौड़ ने बुधवार को इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कठिन कार्यों के दौरान दुर्घटनाएं हो सकती हैं. इस सुरंग को खोदने का काम एक प्राइवेट कंपनी को सौंपा गया था.
फंसे हुए लोगों की पहचान मनोज कुमार (यूपी), श्री निवास (यूपी), सनी सिंह (जम्मू-कश्मीर), गुरप्रीत सिंह (पंजाब) और संदीप साहू, जेगता जेस, संतोष साहू और अनुज साहू के रूप में हुई है. ये सभी झारखंड के रहने वाले हैं. आठ लोगों में से दो इंजीनियर, दो ऑपरेटर और बाकी चार मजदूर हैं.