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महादेव सट्टा एप केस में FIR को भूपेश बघेल ने बताया चुनावी साजिश, भाजपा ने कहा- जांच के आधार पर कार्रवाई, इलेक्शन से लेनादेना नहीं

FIR against Bhupesh Baghel महादेव सट्टा एप केस में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ छत्तीसगढ़ की EOW ने एफआईआर दर्ज किया. इस खुलासे के बाद छत्तीसगढ़ में खलबली मच गई. पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर इस केस में अपना पक्ष रखा और इस कार्रवाई को राजनीतिक साजिश करार दिया. लोकसभा चुनाव में हार को देखते हुए इस तरह की कार्रवाई को करने का आरोप बघेल ने मोदी सरकार और साय सरकार पर लगा दिया. जिसके बाद बघेल के आरोपों पर छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ने पलटवार किया है और इसे कानून की कार्रवाई बताया है. Mahadev Satta App case

FIR against Bhupesh Baghel
महादेव सट्टा एप केस
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Mar 17, 2024, 8:46 PM IST

Updated : Mar 18, 2024, 11:39 AM IST

महादेव सट्टा एप केस में सियासत

रायपुर/दुर्ग: महादेव सट्टा एप पर सियासी घमासान जारी है. पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद रायपुर में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान एक एक आरोपों के जरिए भूपेश बघेल ने मोदी सरकार और बीजेपी की साय सरकार को घेरा. सीएम भूपेश बघेल के इन आरोपों पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि जो गुनाह करेगा उसके खिलाफ एफआईआर जरूर दर्ज होगा.

महादेव सट्टा में FIR, भूपेश बघेल का बीजेपी पर अटैक: महादेव सट्टा एप में एफआईआर होने पर भूपेश बघेल ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस प्रेस वार्ता में उन्होंने बीजेपी सरकार पर इस तरह के एक्शन की टाइमिंग को लेकर सवाल किया. भूपेश बघेल ने कहा कि" यह तो तय हो गया कि भाजपा ने राजनांदगांव में हार मान ली इसीलिए एफ़आईआर का खेल शुरु हो गया है. लेकिन न मैं डरने वाला हूं न पीछे हटने वाला हूं.

मुझे फंसाने की साजिश: इस पूरे मामले में भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें जबरदस्ती फंसाया गया है. एफआईआर में दर्ज बयान में कहीं भी उनके नाम का उल्लेख नहीं है. लेकिन जो सूची बनाई गई है उसमें उनका नाम छठवें नंबर पर जोड़ दिया गया है. जिस तरह से इस केस में प्रशासनिक अधिकारी का जिक्र किया गया है तो उनके नाम इसमें क्यों नहीं है यदि हमें नोटिस मिलता है तो हम जाएंगे और इस मामले पर वकील से चर्चा कर आगे कदम उठाएंगे.

भूपेश बघेल को ऑफर देने की बीजेपी में हिम्मत नहीं: वहीं बीजेपी में जाने के लिए भाजपा नेताओं के संपर्क करने के सवाल पर भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा की आइडियोलॉजी ही यही है. या तो हमारे पास आ जाओ ,नहीं तो आप कार्रवाई के लिए तैयार रहो. उनकी हिम्मत नहीं है भूपेश बघेल को ऑफर देने की

एफआईआर की कार्रवाई पर कई सवाल, कौन जवाब देगा सांय सांय: भूपेश बघेल ने कहा कि महादेव सट्टा एप को लेकर की गई कार्रवाई पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इनके जवाब कौन सांय सांय देगा. उन्होंने जिन प्रश्नों से मोदी सरकार और साय सरकार को घेरा है वह इस तरह है

  1. पहला सवाल: FIR के विवरण में जब मेरे नाम का ज़िक्र ही नहीं तो फिर मेरा नाम ही एफ़आईआर में क्यों? अधिकारीगणों में से किसी का नाम क्यों नहीं है?
  2. दूसरा सवाल: जब FIR 4 मार्च 2024 को दर्ज हुई तो अब तक वेबसाइट पर क्यों नहीं अपलोड की गई? आज 17 मार्च को यह दिल्ली से प्रकाशित कैसे हुई? जबकि FIR तो रायपुर में है.
  3. तीसरा सवाल: “मोदी की गारंटी” और “विष्णु के सुशासन” से छत्तीसगढ़ में और पूरे देश में “महादेव सट्टा एप” चल रहा है. यह अब तक बंद क्यों नहीं हुआ?
  4. चौथा सवाल: जिस प्रकार फ़्यूचर गेमिंग कंपनी से 1300 करोड़ से अधिक का चंदा लेकर भाजपा ने उसे संरक्षण दिया है. उसी प्रकार महादेव एप से भाजपा ने कितना चंदा लिया?
  5. पांचवां सवाल:जब ED जांच कर रही थी, तो EOW को यह जांच क्यों सौंपी गई?

प्रोटेक्शन मनी लेने वाला कार्रवाई नहीं करता: भूपेश बघेल ने कहा कि जो प्रोटेक्शन मनी लेता है वह उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करता. लेकिन महादेव एप में मेरी सरकार ने छत्तीसगढ़ में 72 मामले दर्ज किए थे. इस केस में 449 गिरफ्तारियां की गई थी. वहीं काफी संख्या में एटीएम कार्ड जप्त किया गया था. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया था.

"महादेव एप बंद करने के लिए मैंने केंद्र को पत्र भी लिखा था. इस ऐप के डायरेक्टर दुबई में बैठे हुए हैं. उन्हें पकड़ने के लिए केंद्र सरकार ने क्यों कोई पहल नहीं की. क्या इसलिए नहीं पकड़ा गया है कि इसके पीछे कोई लेनदेन हो गई है.आज तक दुबई से गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई. मेरा आरोप है फ्यूचर गेम से जैसे पैसे लिए, वैसा ही महादेव एप में पैसा लिया, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है. राजनांदगांव चुनाव भारतीय जनता पार्टी हार चुकी है या हार मान रही है. इस कारण से बदनाम करने के लिए इस प्रकार की चीज लाई गई है. न केवल राजनंदगांव बल्कि मेरे लोकसभा चुनाव लड़ने से निश्चित तौर पर भाजपा को भारी नुकसान प्रदेश में होगा": भूपेश बघेल, पूर्व सीएम, छत्तीसगढ़

केंद्र सरकार महादेव एप को क्यों नहीं बंद कर रही: भूपेश बघेल ने महादेव एप को बंद नहीं किए जाने पर भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि महादेव एप की चर्चा इन दिनों देश में हो रही है लेकिन उसको सरकार क्यों नहीं बंद करवा रही है. जितने भी ऑनलाइन सट्टे चल रहे हैं उस पर केंद्र सरकार ने जीएसटी लगाकर कमाई का जरिया बना लिया है. ऑनलाइन सट्टे पर 28 फीसदी जीएसटी और 4 फीसदी सरचार्ज लिया जाता है.

बघेल के आरोपों पर गृह मंत्री का पलटवार: भूपेश बघेल के आरोपों पर डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि" जो गुनाह करेगा उसके ऊपर तो कार्रवाई होगी. कानून के सामने कोई बड़ा या छोटा नहीं होता है. कानून बड़ा आदमी और साधारण आदमी नहीं देखता है. कानून के सामने सब एक होते हैं."

भाजपा नहीं करती द्वेषपूर्ण कार्रवाई, चुनाव से कोई लेना देना नहीं: डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा "लंबे समय से महादेव सट्टा एप की जांच चल रही थी. जांच में मिले तथ्यों को अनुसार ही कार्रवाई हो रही है. भाजपा राजनैतिक द्वेषपूर्ण कार्रवाई कभी नहीं करती. जांच के बाद ही ये कार्रवाई हुई है."

भूपेश बघेल पर एफआईआर कानून के तहत

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव और विजय बघेल ने भी बोला हमला: इस मुद्दे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने भी भूपेश बघेल पर अटैक किया है. उन्होंने कहा कि यह मामला कांग्रेस के शासनकाल के समय से चली आ रही है. अगर पहली बार में उनका नाम आया है तो उनका जांच का सामना करना चाहिए. अगर निर्दोष होंगे तो किस बात का डर, दोषी होंगे तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें". दुर्ग से बीजेपी सांसद विजय बघेल ने कहा कि "जो भ्रष्टाचार और चोरी करेगा उस पर कानून का शिकंजा कसा जाएगा."

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान महादेव सट्टा एप का मामला उठा था. पूरे चुनाव में यह मुद्दा छाया रहा था. अब लोकसभा चुनाव में महादेव सट्टा एप पर सियासी घमासान मच चुका है. देखना होगा कि इस पर सियासत कहां जाकर खत्म होती है.

लोकसभा चुनाव के बीच पूर्व सीएम भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ीं, महादेव सट्टा एप केस में EOW ने दर्ज किया FIR, बघेल का पलटवार

भिलाई में महादेव सट्टा एप का पैनल ऑपरेटर गिरफ्तार, काली कमाई से दुबई में खरीदी थी प्रॉपर्टी

महादेव सट्टा एप मामले में नीतीश दीवान ईडी की तीन दिन की रिमांड पर, हो सकते हैं बड़े खुलासे

महादेव सट्टा एप केस में सियासत

रायपुर/दुर्ग: महादेव सट्टा एप पर सियासी घमासान जारी है. पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद रायपुर में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान एक एक आरोपों के जरिए भूपेश बघेल ने मोदी सरकार और बीजेपी की साय सरकार को घेरा. सीएम भूपेश बघेल के इन आरोपों पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि जो गुनाह करेगा उसके खिलाफ एफआईआर जरूर दर्ज होगा.

महादेव सट्टा में FIR, भूपेश बघेल का बीजेपी पर अटैक: महादेव सट्टा एप में एफआईआर होने पर भूपेश बघेल ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस प्रेस वार्ता में उन्होंने बीजेपी सरकार पर इस तरह के एक्शन की टाइमिंग को लेकर सवाल किया. भूपेश बघेल ने कहा कि" यह तो तय हो गया कि भाजपा ने राजनांदगांव में हार मान ली इसीलिए एफ़आईआर का खेल शुरु हो गया है. लेकिन न मैं डरने वाला हूं न पीछे हटने वाला हूं.

मुझे फंसाने की साजिश: इस पूरे मामले में भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें जबरदस्ती फंसाया गया है. एफआईआर में दर्ज बयान में कहीं भी उनके नाम का उल्लेख नहीं है. लेकिन जो सूची बनाई गई है उसमें उनका नाम छठवें नंबर पर जोड़ दिया गया है. जिस तरह से इस केस में प्रशासनिक अधिकारी का जिक्र किया गया है तो उनके नाम इसमें क्यों नहीं है यदि हमें नोटिस मिलता है तो हम जाएंगे और इस मामले पर वकील से चर्चा कर आगे कदम उठाएंगे.

भूपेश बघेल को ऑफर देने की बीजेपी में हिम्मत नहीं: वहीं बीजेपी में जाने के लिए भाजपा नेताओं के संपर्क करने के सवाल पर भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा की आइडियोलॉजी ही यही है. या तो हमारे पास आ जाओ ,नहीं तो आप कार्रवाई के लिए तैयार रहो. उनकी हिम्मत नहीं है भूपेश बघेल को ऑफर देने की

एफआईआर की कार्रवाई पर कई सवाल, कौन जवाब देगा सांय सांय: भूपेश बघेल ने कहा कि महादेव सट्टा एप को लेकर की गई कार्रवाई पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इनके जवाब कौन सांय सांय देगा. उन्होंने जिन प्रश्नों से मोदी सरकार और साय सरकार को घेरा है वह इस तरह है

  1. पहला सवाल: FIR के विवरण में जब मेरे नाम का ज़िक्र ही नहीं तो फिर मेरा नाम ही एफ़आईआर में क्यों? अधिकारीगणों में से किसी का नाम क्यों नहीं है?
  2. दूसरा सवाल: जब FIR 4 मार्च 2024 को दर्ज हुई तो अब तक वेबसाइट पर क्यों नहीं अपलोड की गई? आज 17 मार्च को यह दिल्ली से प्रकाशित कैसे हुई? जबकि FIR तो रायपुर में है.
  3. तीसरा सवाल: “मोदी की गारंटी” और “विष्णु के सुशासन” से छत्तीसगढ़ में और पूरे देश में “महादेव सट्टा एप” चल रहा है. यह अब तक बंद क्यों नहीं हुआ?
  4. चौथा सवाल: जिस प्रकार फ़्यूचर गेमिंग कंपनी से 1300 करोड़ से अधिक का चंदा लेकर भाजपा ने उसे संरक्षण दिया है. उसी प्रकार महादेव एप से भाजपा ने कितना चंदा लिया?
  5. पांचवां सवाल:जब ED जांच कर रही थी, तो EOW को यह जांच क्यों सौंपी गई?

प्रोटेक्शन मनी लेने वाला कार्रवाई नहीं करता: भूपेश बघेल ने कहा कि जो प्रोटेक्शन मनी लेता है वह उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करता. लेकिन महादेव एप में मेरी सरकार ने छत्तीसगढ़ में 72 मामले दर्ज किए थे. इस केस में 449 गिरफ्तारियां की गई थी. वहीं काफी संख्या में एटीएम कार्ड जप्त किया गया था. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया था.

"महादेव एप बंद करने के लिए मैंने केंद्र को पत्र भी लिखा था. इस ऐप के डायरेक्टर दुबई में बैठे हुए हैं. उन्हें पकड़ने के लिए केंद्र सरकार ने क्यों कोई पहल नहीं की. क्या इसलिए नहीं पकड़ा गया है कि इसके पीछे कोई लेनदेन हो गई है.आज तक दुबई से गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई. मेरा आरोप है फ्यूचर गेम से जैसे पैसे लिए, वैसा ही महादेव एप में पैसा लिया, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है. राजनांदगांव चुनाव भारतीय जनता पार्टी हार चुकी है या हार मान रही है. इस कारण से बदनाम करने के लिए इस प्रकार की चीज लाई गई है. न केवल राजनंदगांव बल्कि मेरे लोकसभा चुनाव लड़ने से निश्चित तौर पर भाजपा को भारी नुकसान प्रदेश में होगा": भूपेश बघेल, पूर्व सीएम, छत्तीसगढ़

केंद्र सरकार महादेव एप को क्यों नहीं बंद कर रही: भूपेश बघेल ने महादेव एप को बंद नहीं किए जाने पर भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि महादेव एप की चर्चा इन दिनों देश में हो रही है लेकिन उसको सरकार क्यों नहीं बंद करवा रही है. जितने भी ऑनलाइन सट्टे चल रहे हैं उस पर केंद्र सरकार ने जीएसटी लगाकर कमाई का जरिया बना लिया है. ऑनलाइन सट्टे पर 28 फीसदी जीएसटी और 4 फीसदी सरचार्ज लिया जाता है.

बघेल के आरोपों पर गृह मंत्री का पलटवार: भूपेश बघेल के आरोपों पर डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि" जो गुनाह करेगा उसके ऊपर तो कार्रवाई होगी. कानून के सामने कोई बड़ा या छोटा नहीं होता है. कानून बड़ा आदमी और साधारण आदमी नहीं देखता है. कानून के सामने सब एक होते हैं."

भाजपा नहीं करती द्वेषपूर्ण कार्रवाई, चुनाव से कोई लेना देना नहीं: डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा "लंबे समय से महादेव सट्टा एप की जांच चल रही थी. जांच में मिले तथ्यों को अनुसार ही कार्रवाई हो रही है. भाजपा राजनैतिक द्वेषपूर्ण कार्रवाई कभी नहीं करती. जांच के बाद ही ये कार्रवाई हुई है."

भूपेश बघेल पर एफआईआर कानून के तहत

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव और विजय बघेल ने भी बोला हमला: इस मुद्दे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने भी भूपेश बघेल पर अटैक किया है. उन्होंने कहा कि यह मामला कांग्रेस के शासनकाल के समय से चली आ रही है. अगर पहली बार में उनका नाम आया है तो उनका जांच का सामना करना चाहिए. अगर निर्दोष होंगे तो किस बात का डर, दोषी होंगे तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें". दुर्ग से बीजेपी सांसद विजय बघेल ने कहा कि "जो भ्रष्टाचार और चोरी करेगा उस पर कानून का शिकंजा कसा जाएगा."

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान महादेव सट्टा एप का मामला उठा था. पूरे चुनाव में यह मुद्दा छाया रहा था. अब लोकसभा चुनाव में महादेव सट्टा एप पर सियासी घमासान मच चुका है. देखना होगा कि इस पर सियासत कहां जाकर खत्म होती है.

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Last Updated : Mar 18, 2024, 11:39 AM IST
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